Wrestler विनेश फोगाट ने रोते हुए कहा कि इसी दिन के लिए मेडल जीता था, पुलिस पर लगाया पिटाई का आरोप!

Wrestler विनेश फोगाट ने रोते हुए कहा कि इसी दिन के लिए मेडल जीता था, पुलिस पर लगाया पिटाई का आरोप…

Wrestlers Protest: इसी दिन के लिए मेडल जीता था, पुलिस पर पिटाई का आरोप लगाते हुए रोईं विनेश फोगाट विनेश फोगाट ने कहा कि पुलिसवाले सभी को धक्का दे रहे थे। यह कहते हुए विनेश के आंखों में आंसू आ गए।
Wrestlers Protest: अखिल भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवान दिल्ली के जंतर मंतर मैदान पर धरना दे रहे हैं। बुधवार की रात प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हाथापाई हुई। महिला पहलवानों ने पुलिस पर बदसलूकी और पिटाई का आरोप लगाया है। रेसलर विनेश फोगाट ने कहा कि पुलिसवाले सभी को धक्का दे रहे थे। हम अपराधी नहीं है जो हमारे साथ ऐसा व्यवहार किया जा रहा है। विनेश ने महिला पुलिसकर्मियों के नहीं होने का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि पुलिसवाले ने धक्का दिया और गाली दी। यह कहते हुए विनेश फोगाट के आंखों में आंसू आ गए।

पुलिसकर्मी ने पी रखी थी शराब
रेसलर विनेश ने कहा, ‘हमने गद्दे का ऑर्डर दिया था। पुलिस ने इसका विरोध किया। वहां मौजूद एक पुलिसकर्मी ने शराब पी रखी थी।’ उन्होंने गाली-गलौज कर मारपीट की। ये दिन देखने के लिए क्या हम देश के लिए मेडल जीते थे। हमारा एक पहलवान भी घायल हो गया हैI

Delhi: दिल्ली के जंतर-मंतर पर हंगामा, प्रदर्शन कर रहे पहलवानों और दिल्ली पुलिस में धक्का-मुक्की

हम मेडल सरकार को वापस कर देंगे- पूनिया
पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा कि दिल्ली में लगातार बारिश हो रही है। इसलिए गद्दे लाए गए। पुलिस ने इसका विरोध किया और विवाद हो गया। उन्होंने कहा, ‘यदि मेडल का सम्मान ऐसा ही है, तो हम इस पदक का क्या करेंगे। इससे अच्छा तो हम मामूली जिंदगी जी लेंगे। हमने जो मेडल जीते हैं, उसे भारत सरकार को वापस कर देंगे। धक्का-मुक्की और गाली गलौज के समय पुलिस को नहीं दिखता की ये पद्मश्री हैं।’

पुलिस ने किया आरोप का खंडन
दिल्ली पुलिस ने एक आधिकारिय बयान जारी कर रहा कि आप नेता सोमनाथ भारती बिना इजाजत खाट लेकर जंतर-मंतर पहुंचे थे। ट्रक से खटिया हटाने का प्रयास करते हुए पुलिस ने बीच-बचाव किया। इस मामले में भारती समेत दो अन्य को हिरासत में लिया गया है।

कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एक बार फि पहुंचे पहलवानों को सुप्रीम कोर्ट ने निचली अदालत में जाने की सलाह दी है। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की बेंच ने कहा था कि आपकी मांग एफआईआर दर्ज होने की थी, जो हो गई है।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अब यदि आपकी कोई मांग है तो फिर मजिस्ट्रेट कोर्ट या फिर उच्च न्यायालय जा सकते हैं। इसके साथ ही उच्चतमन न्यायालय ने अपने पास इस मामले को बंद करने की बात कही। इस तरह पहलवानों के पास अब निचली अदालत में जाने का विकल्प खुला है।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा, ‘यहां पर याचिका दाखिल करने का मकसद पूरा हो गया है। पहलवानों की मांग पर एफआईआर दाखिल हो गई है और उन्हें सुरक्षा भी मुहैया करा दी गई है। अब हम इस स्टेज पर इस केस की कार्रवाई को बंद करते हैं। यदि याचिकाकर्ता कुछ और चाहते हैं तो फिर वे मजिस्ट्रेट अथवा हाई कोर्ट के समक्ष याचिका दाखिल कर सकते हैं।’ बता दें कि बृजभूषण सिंह के खिलाफ ऐक्शन ना होने की शिकायत लेकर पहलवान एक बार फिर से सुप्रीम कोर्ट गए थे, जबकि वहीं सुनवाई के दौरान दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने की जानकारी दी थी।

दिल्ली पुलिस बोली- पहलवानों को सुरक्षा दे दी है

इस बीच दिल्ली पुलिस का कहना है कि उसने बृजभूषण पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला पहलवानों को सुरक्षा दे दी है। इन्हें शीर्ष अदालत के आदेश के बाद ही सुरक्षा प्रदान की गई है। पुलिस ने कहा कि नाबालिग महिला पहलवान के अलावा 6 अन्य पहलवानों को भी सुरक्षा दी गई है। इन सभी ने बृजभूषण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। इनका कहना है कि बृजभूषण सिंह को तत्काल गिरफ्तार किया जाए और वे अपने पद से इस्तीफा दें। यही नहीं पहलवानों का आंदोलन अब तीखा होता जा रहा है। गुरुवार को तो विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने मेडल लौटाने तक की बात कह दी।

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