यात्रा का प्लान बनते ही हमारे दिमाग में कई तरह की चीजें आती हैं, उनमें से एक है ट्रैवल इंश्योरेंस। वहीं यात्रा के दौरान ट्रैवल इंश्योरेंस को लेने से हमें कई तरह के लाभ मिलते हैं, जिनके बारे में हम आपको आगे बतलाने वाले हैं।
Travel Insurance: हमारा जब यात्रा करने का प्लान बनता है, तो उसकी तैयारियां हम बहुत पहले से शुरू कर देते हैं। वहीं यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की दिक्कत न आये इसके लिये ही हम आगे से ही यात्रा की योजना बनाने लगते हैं। वहीं यात्रा करने में कई तरह के रिस्क भी शामिल होते हैं, ऐसे में हमें कई तरह की चीजों के बारे में सोचना पड़ता है, ठीक इसी तरह हम ट्रैवल इंश्योरेंस के बारे में जरूर सोचते हैं। आज हम आपको यात्रा के दौरान लिए गये ट्रैवल इंश्योरेंस के लाभ के बारे में बतलाने जा रहें हैं, जिससे आप बेफिक्र होकर यात्रा कर पायेंगे।
ये हैं ट्रैवल इंश्योरेंस लेने के फायदे
अगर यात्रा के दौरान आपका सामान खोता है या किसी कारणवश आपकी फ्लाइट कैंसिल हो जाती है, तो ऐसे में अगर आपने ट्रैवल इंश्योरेंस लिया होता है तो आपको कंपनी द्वारा इसका क्लेम दिया जाता है। इसके साथ ही कुछ कंपनियां पर्सनल बीमा की पेशकश भी यात्रा के लिये करती हैं, जिनका लाभ आप उठा सकते हैं। वहीं यात्रा के दौरान अगर आपके पर्सनल कागजात खोते हैं और आपने ट्रैवल इंश्योरेंस ले रखा है, तो इसका भी क्लेम आपको मिलता है।
यात्रा के लिए कौन ले सकता है ट्रैवल इंश्योरेंस
ट्रैवल इंश्योरेंस लेने के लिये आपका भारतीय होना जरूरी है, क्योंकि विदेशी नागरिक ट्रैवल इंश्योरेंस की सुविधा नहीं ले सकते हैं। वहीं ट्रैवल इंश्योरेंस को आप रेलवे टिकट बुकिंग के समय, फ्लाइट टिकट बुकिंग के समय, पर्सनल कंपनियों के पास जाकर भी ले सकते हैं।
इस तरह होता है क्लेम, यह है मानक
अगर आपने ट्रैवल इंश्योरेंस लिया है और ट्रेन का दुर्भाग्यवश एक्सीडेंट हो जाता है, तो ऐसे में 4 महीने के भीतर ही आपको क्लेम का दावा कंपनी के सामने करना होगा। वहीं यात्रा के दौरान जिस भी बीमा कंपनी से आप इंश्योरेंस लें, ऐसी स्थिति आने पर आप उस इंश्योरेंस कंपनी के ऑफिस में संपर्क स्थापित करके बीमा क्लेम फाइल कर सकते हैं। फ्लाइट में देरी होने पर भी ट्रैवल इंश्योरेंस क्लेम करने का प्रावधान है, जहां रिस्क कवर के तौर पर इसे सम्मिलित किया गया है, जिसका लाभ आप उठा सकते हैं।