नेपाल में तेज बारिश के बीच मध्यप्रदेश के 22 श्रद्धालु काठमांडू में फंस गए हैं। सभी पशुपतिनाथ के दर्शन के लिए गए थे। जिसमें रीवा के श्रद्धालु भी शामिल हैं। कलेक्टर प्रतिभा पाल ने कहा कि फंसे लोगों के लिए सरकार के माध्यम से माध्यम से हर संभव मदद और प्रयास किए जाएंगे।
जानकारी के मुताबिक यात्रियों के काठमांडू से लौटने के दौरान काबरे जिले में तेज बारिश के बाद नदी में बाढ़ आ गई। जिसकी वजह से ब्रिज और सड़कें पानी में बह गई। जिस वजह से श्रद्धालु वहीं फंस गए। जिनका कहना है कि हम भूखे-प्यासे हैं। सरकार हमें सुरक्षित बाहर निकाले।
श्रद्धालुओं ने वीडियो के माध्यम से केंद्र और मप्र सरकार से मदद की गुहार लगाई है। 22 श्रद्धालुओं में डिंडौरी के 7, मंडला का एक, जबलपुर के 6 और रीवा के 8 श्रद्धालु शामिल बताए गए हैं। उनका कहना है कि भारतीय दूतावास के अधिकारी कोई मदद नहीं कर रहे हैं। इधर, सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा कि सबकी सकुशल वापसी के लिए भारत सरकार और नेपाल सरकार के अधिकारियों के बीच बातचीत जारी है।
दूतावास के अधिकारियों ने रुपए की डिमांड की
एक श्रद्धालु ने आरोप लगाते हुए बताया कि हमने भारतीय दूतावास में अधिकारियों से बात की। लेकिन उन्होंने हमसे 7 हजार रुपए की डिमांड की। कोई सुनने को तैयार नहीं है। जानकारी मिल रही है कि उत्तरप्रदेश और बिहार के रास्ते भी बंद हैं। कोई वाहन नहीं चल रहे हैं। ऐसे में हम बुरी तरह फंसे हुए हैं। सरकार जल्द हमारी मदद करे।
परिवारों की वापसी के लिए जो भी बेहतर होगा, वो करेंगे
रीवा कलेक्टर प्रतिभा पाल का कहना है कि रीवा के 6 से 8 लोगों के फंसे होने की सूचना मिली है। शासन के जरिए कोऑर्डिनेट करेंगे। इन परिवारों की वापसी के लिए जो भी बेहतर होगा, वो करेंगे। चूंकि, मामला काठमांडू का है, इसलिए उच्च स्तरीय बात कर बेस्ट पॉसिबल सॉल्यूशन निकाला जाएगा। हम स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।
रीवा के श्रद्धालुओं के नाम
1) देवराज पटेल
2) श्यामकली पटेल
3) यशराज पटेल
4) लक्ष्मी पटेल और अन्य