Semariya विधायक के भाई से न्याय के लिए भटक रही पीड़िता, पुलिस धमकाने का मांग रही प्रूफ
रीवा: यहाँ की पुलिस की कार्यप्रणाली शायद पूरे प्रदेश में अलग ही चलती है, यहां शिकायतकर्ता से ही इतने प्रूफ और साक्ष मांगे जाते हैं जैसे वह शिकायतकर्ता नहीं खुद आरोपी हो ,वही अगर राजनीतिक दवाव हो तो किसी भी निर्दोष के ऊपर झूठे मामले दर्ज कर जांच शुरू कर दी जाती है, कई बार तो ऐसा होता है कि पुलिस को जांच करने की भी जरूरत नहीं होती सीधे शिकायतकर्ता धारा भी लिख कर दे देता है, और पुलिस एफआईआर दर्ज कर देती है, फिर चाहे वह पीड़ित निर्दोष हो या साक्ष लेकर भटकता रहे, हद तो तब हो जाती है जब एक महिला के घर आधा दर्जन से अधिक गुंडे पहुंचते हैं तोड़फोड़ करते हैं धमकी देते हैं वह शिकायत करती है तो पुलिस भी मौके पर पहुंचती है लेकिन पुलिस यह कहती है कि जब आरोपी आपके घर आए तो आप वीडियो बनाएं और इसका साक्षी दे। दर्शल पूरा मामला अमहिया थाना क्षेत्र का है ,जहां की रहने वाली ममता मिश्रा ने थाने में शिकायत की थी कि उसके पुश्तैनी घर का दरवाजा विधायक केपी त्रिपाठी के भाई और उनके गुरगो ने बंद कर दिया हैI
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पुलिस ने मौका मुआयना किया तो दरवाजा बंद मिला,लेकिन विधायक के पालतु मामले को दबाने के लिए मीडिया कर्मियों के साथ-साथ खुद पीड़ित महिला के ऊपर झूठा आरोप लगा दिया,और विधायक स्वेच्छा अनुदान खा कर उनकी गुलामी करने वाले – साथ-साथ कई विभिन्न मामलों के आरोपी मीडिया कर्मियों को बुलाकर झूठी खबर चलवाई की,इसके पीछे उद्देश्य था कि दबाव बनाकर झूठे मामले दर्ज करा दिए जाय,इन बे बुनियाद शिकायतों की पुलिस ने जांच सुरु कर दी लेकिन जिन पर आरोप था कि महिला के घर का गेट बंद कर दिया ,तो पुलिस पीड़ित से ही साक्ष मांग रही है और दस्तावेज दिखाने की बात कह रही है, जबकि पुलिस को चाहिए कि पीड़ित महिला का दरवाजा खुलवाएं,मगर डर है कि कही विधायक के कहने पर थाना प्रभारी की कुर्सी न छीन जाय,हद तो यह हो गई कि हार कर महिला घर में बैठ गई ,इसके बाद भी आरोपीयो के और हौसले बुलंद हो गए और 16 सितंबर की रात उसके घर पहुंचे और दरवाजा तोड़ने का प्रयास किया, पीड़िता ने बताया कि 8-10 की संख्या में पहुंचे लोग दरवाजा पर लात मारते हुए धमकी दे रहे थे की तो विधायक से पंगा ले रही हैI
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महिला ने पुलिस को फोन भी किया पुलिस पहुंची लेकिन जब तक आरोपी भाग चुके थे ,हद तो यह हो गई की घटना स्थल पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं ,पीड़िता का कहना है कि अगर उक्त सीसीटीवी कैमरे की जांच कराई जाए तो दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा, लेकिन पुलिस धन्य है कह रही है कि जब गुंडे आये तो आप वीडियो बनाइये, पीड़ित मामला मिश्रा का कहना है कि अगर वह वीडियो बनाने के लिए दरवाजा खोला और विधायक के आदमी उसे मार दिए तो कौन जवाबदार होगा ,क्योकि उसका पीछे का दरवाजा बंद कर दिया गया है।वही जब पीड़ित थाना पहुंची और शिकायत की तो पुलिस ने महिला का आवेदन लेने से ही इनकार कर दिया और बताया कि जब कोई वारदात होगी तब शिकायत करना पहले आप साक्ष्य दिखाएं ।
पीड़ित ममता मिश्रा थाना पहुंची और आप बीती बताई कि उसे किस तरह से प्रताड़ित किया जाता है और उसकी मुख्य वजह है कि उसकी करोड़ो की जमीन जो सड़क से लगी हुई है उसे विधायक हड़पना चाहते हैं, जिसके चलते पुलिस प्रशासन उनके दबाव में कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। हालांकि पूरे मामले को लेकर जब थाना प्रभारी अरविंद सिंह राठौर से बात करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने इस पूरे मामले में कुछ भी बोलने से इनकार किया और कहा कि वरिष्ठ अधिकारी ही इसका जवाब देंगेI