पीएम मोदी ने जिसे चीफ जस्टिस बनने की शुभकामनाएं दी थी: उसे दर-दर भटकना पड़ रहा, CM से लगाई मदद की गुहार, जानिए क्या है मामला
मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर की जिस बच्ची से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुलाकात कर तारीफ की थी आज उसे स्कॉलरशिप के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। एलएलबी सीनियर स्टेटस का कोर्स करने के लिए लंदन जाना है जिसके लिए उसे 55 लाख रुपए की आवश्यकता है। वहीं बच्ची की मां का कहना है कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने हर संभव मदद का आश्वासन दिया था।दरअसल मध्य प्रदेश के इंदौर में रहने वाली तनिष्का सुजीत से पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में मुलाकात कर तारीफ की थी। इसके साथ ही तनिष्का से प्रधानमंत्री ने आगे की पढ़ाई को लेकर पूछा था तो तनिष्का ने प्रधानमंत्री मोदी के सामने सीनियर स्टेटस का कोर्स करने के लिए यूके जाने की बात कही थी। जिसे लेकर प्रधानमंत्री ने चीफ जस्टिस बनने की शुभकामनाएं देकर हर संभव मदद का आश्वासन दिया था।वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी तनिष्का की हर संभव मदद करने की बात कही थी। लेकिन अब इन आश्वासन से तनिष्का की उम्मीद खत्म होती नजर आ रही है। क्योंकि 26 सितंबर को तनिष्का को इंदौर से यूके के लिए रवाना होना है और 23 सितंबर को यूनिवर्सिटी में फीस भी जमा करनी है।
तनिष्का के प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को लगातार पत्र लिखने के बाद भी अब तक कोई मदद नहीं मिल सकी है।बता दें कि तनिष्का ने इंदौर की सबसे कम उम्र की लड़की है जिन्होंने आठवीं और 12वीं सबसे कम उम्र में पास की थी। इसके साथ ही बीए साइकोलॉजी में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में एडमिशन लेकर कॉलेज जाने वाली भी सबसे कम उम्र की मध्य प्रदेश की पहली लड़की है। तनिष्का को इंदौर के नेता और प्रशासन ने मदद का आश्वासन दिया था। तनिष्का की मां अनुभा ने बताया कि, बच्ची की पढ़ाई में 55 लाख रुपए का खर्च होना है, उसकी पढ़ाई के लिए लोगों से उधार पैसे लिए हैं। जिन्हें आने वाले समय में चुकाना भी है। उन्होंने कहा ऐसे में सरकार से उम्मीद है कि उनकी पढ़ाई का पूरा खर्च उठाएगी।