- इजराइल और फ़लिस्तीन की राजनीती के बीच राष्ट्र का भविष्य दावं पर
- फ़लस्तीनी राजनीति और राष्ट्र का क्या भविष्य है?
यह साल इसराइली कब्ज़े वाले वेस्ट बैंक (पश्चिमी तट) के फ़लस्तीनियों के लिए अब तक का सबसे अधिक हिंसक साल साबित हुआ है.
इस साल जुलाई में इसराइली सेना ने सैनिक कार्रवाई की जो पिछले कई दशकों की सबसे बड़ी सैनिक कार्रवाई मानी जा रही है. ये मुख्य तौर पर जेनिन शहर में की गई.
इसराइली सेना का दावा है कि वहां से उसके नागरिकों पर हमले किए जा रहे थे. फ़लस्तीनियों का कहना है कि वो महज़ उनकी ज़मीन पर बसाई जा रही इसराइली बस्तियों के अतिक्रमण से अपनी ज़मीन को बचाने की कोशिश कर रहे हैं. अंतरराष्ट्रीय क़ानून के तहत, यह इसराइली बस्तियां अवैध हैं.
काले कपड़े पहने और बंदूकें उठाए फ़लस्तीनी प्रदर्शनकारियों ने इसराइली कार्रवाई के ख़िलाफ़ सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किए. उनकी नाराज़गी केवल इसराइल के ख़िलाफ़ नहीं बल्कि फ़लस्तीनी प्रशासन के ख़िलाफ़ भी थी.
वो नारे लगा रहे थे कि इसराइल से लड़ने से पहले फ़लस्तीनी प्रशासन से लड़ें, क्योंकि वो एक निकम्मा प्रशासन है.