रूस ने US को कहा पाखंडी, उत्तर कोरिया के किम और पुतिन के मुलाकात से खफा हो अमेरिका ने की थी आलोचना
उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात ने दुनियाभर में सुर्खियां बटोरीं. किम जोंग अपनी विशेष ट्रेन से पुतिन से मिलने रूस पहुंचे थे.
इस मुलाकात को लेकर अमेरिका ने आशंका जताई थी कि दोनों नेताओं की यह मीटिंग हथियार सौदे से जुड़ी है. लेकिन अब रूस ने अमेरिका को फटकार लगाई है.
रूस का कहना है कि किम जोंग और पुतिन की मुलाकात की आलोचना करना अमेरिका का पाखंड है. दरअसल अमेरिका ने अराजकता के बीज बोए हैं और दुनियाभर में अपने सहयोगी देशों को हथियार भेजे हैं.
अमेरिका में रूस के राजदूत एनाटोली एंटोनोव ने जारी बयान में कहा कि अमेरिका का कोई अधिकार नहीं है कि वह हमें उपदेश दें कि हम कैसे जीना है. अमेरिका और उनके सहयोगी देशों के लिए किम जोंग और पुतिन की दोस्ती चिंता की बात है. अमेरिका ने उत्तर कोरिया पर रूस को हथियार देने का आरोप लगाया है लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं है कि क्या हथियार भेजे गए या नहीं.
एंटोनोव ने कहा कि अमेरिका ने एशिया में संगठन बना लिए हैं. वह कोरियाई प्रायद्वीप के आसपास सैन्याभ्यास करता है और अरबों डॉलर के हथियार यूक्रेन को भेज रहा है. अब समय आ गया है कि अमेरिका अपने आर्थिक प्रतिबंधों को कचरे के डिब्बे में फेंक दे. अब दुनियाभर में वर्चस्व बना पाना अमेरिका के लिए संभव नहीं होगा.
दोनों के बीच बढ़ रही सैन्य दोस्ती :
उत्तर कोरिया और रूस के बीच सैन्य दोस्ती अच्छी-खासी बढ़ रही है. अमेरिका का दावा है कि सितंबर 2022 में उत्तर कोरिया ने रूस को भारी मात्रा में तोपें और गोला-बारूद दिया था. जनवरी 2023 में भी उत्तर कोरिया ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन की प्राइवेट आर्मी कहे जाने वाले वैगनर ग्रुप को रॉकेट और मिसाइलें मुहैया कराई थीं. इतना ही नहीं, अमेरिका ने उत्तर कोरिया और रूस की सीमा की एक सैटेलाइट तस्वीर भी साझा की थी, जिसमें एक ट्रेन घातक हथियारों को ले जाते दिख रही थी.