मलेरिया निरोधक माह के रूप में मनाया जा रहा है जून माह
रीवा: मलेरिया निरोधक जून माह में पंचायत एवं सेक्टर स्तरीय कार्यशाला का आयोजन कर लोगों को मलेरिया के लक्षण, बचाव उपचार व रोकथाम की समझाइश दी जा रही है। ग्राम स्तर पर आशाओं द्वारा मलेरिया की जांच एवं नारे लेखन कार्य किए जा रहे हैं।
शहरी क्षेत्र के विभिन्न वार्डों में लार्वा सर्वे एवं उनके विनस्ट्रीकरण लावसाइड के छिड़काव पंपलेट वितरण आदि के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का कार्य किया जा रहा है।
मलेरिया रोग प्लाज्मोडियम परजीवी के संक्रमित मच्छर जब किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है तो परजीवी मच्छर के सलाइवा (लार) के साथ रक्त से होते हुए मनुष्य के लीवर की कोशिकाओं में पहुंच जाते हैं और अपनी संख्या में वृद्धि करते हैं कुछ समय बाद लाल रक्त कणिकाओं (आरबीसी) में पहुंचकर संख्या वृद्धि करते हैं एवं (आरबीसी) को नष्ट करते रहते हैं। मलेरिया परजीवी के मनुष्य के शरीर में प्रवेश करने से लेकर बुखार के लक्षण प्रकट होने में 10 से 14 दिन का समय लगता है।
कोई भी बुखार मलेरिया हो सकता है अतः बुखार आने पर तत्काल जांच कराएं और मलेरिया पाजिटिव रिपोर्ट आने पर पूर्ण उपचार ले। जिला मलेरिया आधिकारी स्मृता नामदेव ने लोगों से अपील की है कि खुद जागरूक रहकर मलेरिया से बचाव हेतु प्रयास करें तथाअन्य लोगों को जागरूक करें। जिससे हमारा समाज मलेरिया मुक्त हो सके।