Rewa : किसानों की पीड़ा में प्रशासनिक सुस्ती दर्दनाक… वीडी पाण्डेय

किसानों की पीड़ा में प्रशासनिक सुस्ती दर्दनाक… वीडी पाण्डेय

बेमौसम बारिश एवं ओले की मार से फसलों की तबाही  की पीड़ा में छटपटा रहे किसानों को जब सांत्वना संबल रूपी मरहम की आवश्यकता है ऐसे समय में जिम्मेदार प्रशासनिक अमले की उदासीनता दर्दनाक है जो घाव में नमक छिड़कना कहावत को चरितार्थ करती है I
उक्त उद्गार पत्रकारों से चर्चा करते हुए तराई अंचल के चर्चित समाजसेवी एवं जनपद पंचायत जवा के अध्यक्ष पति वीडी पाण्डेय ने व्यक्त किए I पाण्डेय ने कहा एक तरफ किसान अपने जीवन आधार फसलों के नष्ट होने से छटपटा रहा है वही दूसरी ओर प्रशासनिक अमला किसानों तक पहुंचना दूर किसानों के फोन तक उठाना उचित नहीं समझ रहा है जो प्रशासनिक संवेदनशीलता पर प्रश्नचिन्ह लगाता है I
पाण्डेय ने कहा पानी और ओले ने तो ईस कदर कहर बरपाया की भड़रा गाँव का एक किसान खेत से जान बचाने के लिए घर भाग रहा था परंतु ओलों की भयंकर मार झेल नही पाया और गिर गया I ओलों की मार से वह उठ नहीं पाया और मौत का निवाला बन गया I इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है की खेत में खड़ी फसलों का क्या हाल होगा I जो फसल अभी दिख भी रही है वह जैसे ही धूप खिलेगा हवा चलेगा तो वह भी न के बराबर हो जायेगी Iमैं भी एक किसान हूँ मेरी भी फसलें नष्ट हुई हैं I आम और महुआ भी किसानों मजदूरों का सहारा होता है वह भी नष्ट हो चुका है I
पाण्डेय ने कहा 80 प्रतिशत की नुकसान हो चुकी है ओला पड़े दो दिन बीत चुके हैं लेकिन प्रशासनिक मैदानी अमला अभी तक किसानों की सुधि लेने नहीं निकला है I ऐसे में पीड़ित किसानों में आक्रोश भी व्यवस्था के प्रति पनप रहा है Iआहत किसान सड़क पर अपनी पीड़ा बताने उतरने को मजबूर हो मैं शासन प्रशासन से मांग करता हूँ की इसके पहले नुकसान का सर्वे कराकर उचित सहायता किसानों को सीघ्र दिया जाय I इस अवसर पर जनपद सदस्य प्रवल पाण्डेय सामाजिक कार्यकर्ता अरुण तिवारी एवं अन्य गणमान्यजन उपस्थित रहे I

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