मलेरिया एवं डेंगू से इस तरीके से करें बचाव
रीवा: स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में डेंगू, मलेरिया की रोकथाम हेतु लगातार प्रयास किये जा रहे है। इसी क्रम में जिला मलेरिया अधिकारी श्रीमती स्मृता नामदेव द्वारा शहरी क्षेत्र के पद्मधर कालोनी ढेकहा, रायपुर कर्चु. के डेंगू प्रभावित ग्राम पडरा, नवागांव, इटौरा आदि ग्रामों का भ्रमण कर वहां उपस्थित स्वास्थ्य कर्मचारियों व आशा कार्यकर्ताओं के कार्य की समीक्षा कर नियमित रूप से फीवर सर्वे, लार्वा सर्वे एवं विनिष्टीकरण करने हेतु प्रेरित किया साथ ही उपस्थिति जन सामान्य को मच्छरों से होने वाली बीमारियों तथा इनसे बचाव हेतु जागरूक किया गया। टीम मलेरिया के जिला स्तरीय दल व ब्लाक स्तरीय संयुक्त कार्य दल द्वारा जवा के गगहना, पथरौडा, सिरमौर के पथरी, हरदुआ तथा विभिन्न ब्लाकों में पाये जा रहे डेंगू पॉजिटिव क्षेत्रों में लगातार प्रतिबंधात्मक कार्यवाही करते हुये लोगों को जागरूक करने का कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया फैलाने वाले मच्छर रूके हुए साफ पानी में अंडे देते हैं इसलिए कूलर तथा कंटेनरों में पानी 3-5 दिन से ज्यादा जमा न होने दें। कुलर तथा पानी के बड़े बर्तनों की सप्ताह में एक बार सफाई अवश्य करे। छत पर एवं घर के पीछे रखे अनुपयोगी सामान टूटे बर्तन, मटके, खुली टंकियां, बेकार फेंके हुए टायर, गमले इत्यादि में बारिश का पानी जमा न होने दें।
पानी से भरे कंटेनरों को ढक्कर रखे ताकि मच्छर उसमें अंडे न दे सके। लार्वा विनिष्टीकरण हेतु अनुपयोगी पानी में जला हुआ इंजन आयल कैरोसीन खाने का तेल डाला जा सकता है। सोते समय मच्छरदानी लगाए।
पूरी बांहे के कपड़े पहने। खिड़की दरवाजों में मच्छर रोधी जाली लगाए। बुखार आने पर मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनियां की निःशुल्क जाँच शासकीय अस्पताल में कराये। मलेरिया होने पर पूर्ण उपचार लें। अपने घर, स्कूल, कार्यालय, अस्पताल, परिसर को स्वच्छ रखें एवं स्वस्थ रहें ।