PM मोदी ने 27 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की रखी आधारशिला
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये देशभर के 508 रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास कार्य की आधारशिला रखी. इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि रेल यात्रा को न सिर्फ सुलभ, बल्कि आनंददायक बनाना भी हमारा लक्ष्य है, जिसे हम पूरा करके रहेंगे.
मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :
पीएम मोदी ने इस अवसर पर कहा कि वैश्विक मंच पर भारत की प्रतिष्ठा बढ़ी है, इसका कारण यह है कि जनता ने तीन दशक के बाद बहुमत की सरकार चुनी, जिसने बड़े फैसले लिए. विकसित होने के लक्ष्य की तरफ कदम बढ़ा रहा भारत अपने अमृतकाल के प्रारंभ में है. नई ऊर्जा है, नई प्रेरणा है, नए संकल्प हैं. इसी आलोक में आज भारतीय रेल के इतिहास में भी एक नए अध्याय की शुरुआत हो रही है.
उन्होंने कहा, “भारत के करीब 1,300 प्रमुख रेलवे स्टेशन अब अमृत भारत रेलवे स्टेशन के तौर पर विकसित किए जाएंगे. इनमें से आज 508 अमृत भारत स्टेशनों के पुनर्निर्माण का काम शुरू हो रहा है. इन 508 स्टेशनों के नवनिर्माण पर करीब 25 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. इसका लाभ देश के लगभग सभी राज्यों को मिलेगा.”
पीएम मोदी ने बताया कि उत्तर प्रदेश में करीब साढ़े 4 हजार करोड़ रुपये के खर्च से 55 स्टेशन को विकसित किया जाएगा. राजस्थान के भी 55 रेलवे स्टेशन अमृत भारत रेलवे स्टेशन बनेंगे. मध्य प्रदेश में 1,000 करोड़ रुपये के खर्च से 34 स्टेशन का कायाकल्प होने वाला है. महाराष्ट्र में 44 स्टेशन के विकास के लिए डेढ़ हजार करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च होंगे.”
भारतीय ट्रेनों के बदलते स्वरूप का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत मे आज आधुनिक ट्रेनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. आज देश का लक्ष्य है कि रेलवे की यात्रा हर यात्री के लिए, हर नागरिक के लिए सुलभ हो और सुखद भी हो. अब ट्रेन से लेकर स्टेशन तक आपको बेहतर अनुभव देने का प्रयास है.
भारत रेल की उपयोगिता का महत्व बताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि रेलवे को हमारे देश की लाइफ लाइन कहा जाता है. लेकिन इसके साथ ही हमारे शहरों की पहचान भी उनके रेलवे स्टेशन से जुड़ी होती है. समय के साथ ये रेलवे स्टेशन अब हाई ऑफ द सिटी (heart of the city) बन गए हैं. शहर की प्रमुख गतिविधियां रेलवे स्टेशनों के आसपास ही होती है. सरकार ने स्टेशनों को शहर और राज्यों की पहचान से जोड़ने के लिए ‘वन स्टेशन, वन प्रोडक्ट’ योजना भी शुरू की है, इससे पूरे इलाके के लोगों को, कामगारों-कारीगरों को फायदा होगा साथ ही जिले की ब्रांडिंग भी होगी.
अमृत स्टेशनों की खासियतों के बारे में पीएम मोदी ने बताया कि आजादी के अमृतकाल में देश ने अपनी विरासत पर गर्व का भी संकल्प लिया है. ये अमृत रेलवे स्टेशन उसके भी प्रतीक बनेंगे. इन स्टेशन्स में देश की संस्कृति और स्थानीय विरासत की झलक दिखेगी. हर अमृत स्टेशन, शहर की आधुनिक आकांक्षाओं और प्राचीन विरासत का प्रतीक बनेगा.
विपक्षी पार्टियों पर तंज कसते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में विपक्ष का एक धड़ा आज भी पुराने ढर्रे पर चल रहा है. देश ने आज की और भविष्य की जरूरतों की चिंता करते हुए संसद की आधुनिक ईमारत बनवाई. लेकिन विपक्ष के इस धड़े ने नई संसद का भी विरोध किया. हमनें कर्तव्यपथ का भी विकास किया, तो इन्होंने उसका भी विरोध किया. इसी से प्रेरित होकर आज पूरा देश हर बुराई के लिए कह रहा है Quit India. चारो तरफ एक ही गूंज है भ्रष्टाचार इंडिया छोड़ो. परिवारवाद इंडिया छोड़ो, तुष्टिकरण इंडिया छोड़ो.
पीएम मोदी ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि 9 अगस्त वो तारीख है, जब ऐतिहासिक Quit India movement की शुरुआत हुई थी. महात्मा गांधी ने मंत्र दिया था और ‘भारत छोड़ो आंदोलन'(Quit India Movement) ने स्वतंत्रता की तरफ भारत के कदमों में नई ऊर्जा पैदा कर दी थी.
पीएम मोदी ने कहा, “मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि अमृत भारत स्टेशन भारतीय रेल के इस कायाकल्प को एक नई ऊंचाई देंगे. आओ इस क्रांति के महीने में हम सभी हिंदुस्तानी 2047 तक भारत को विकसित बनाने का संकल्प लें.
नरेन्द्र मोदी ने आज जिन 508 रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास कार्य की आधारशिला रखी, उनमें उत्तर प्रदेश और राजस्थान के 55-55, बिहार के 49, महाराष्ट्र के 44, पश्चिम बंगाल के 37, मध्य प्रदेश के 34, असम के 32, ओडिशा के 25, पंजाब के 22, गुजरात एवं तेलंगाना के 21-21, झारखंड के 20, आंध्र प्रदेश तथा तमिलनाडु के 18-18, हरियाणा के 15 व कर्नाटक के 13 स्टेशन शामिल हैं.