MP Monsoon Update: रीवा के तराई अंचल पर मड़रा रहा बाढ़ का खतरा, झमाझम बारिश में सूबे का हाल बेहाल
- बकिया बैराज के 13 गेट गए खोले
- बकिया बैराज के गेट खोलने से रीवा के तराई अंचल में बढ़ा बाढ़ का खतरा
- बरगी डैम से पानी छोड़े जाने पर नर्मदा में जलस्तर बढ़ गया
- नर्मदा खतरें के निशान के करीब
- बैतूल में सतपुड़ा डैम के 7 गेट गए खोले
- छिंदवाड़ा में माचागोरा डैम के 4 गेट खोलना पड़े
- खजुराहो में केन नदी उफान पर
गौरतलब है कि मप्र में इन दिनों झमाझम बारिश का दौर शुरू हो है। कही भारी बारिश तो कही रुक रुक बारिश हो रही है। पर इस बारिश से सूबे में रहने वाले लोगो का हाल जरूर बेहाल है। बहुत से लोगो को मुलभुत आवश्यकताए पूरी करने के लिए भी काफी जद्दोजहद करनी पड़ जा रही है।
मप्र में बारिश का दौर जारी है। 16 जिलों में कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश हुई है। नौगांव में सबसे ज्यादा 19 मिमी यानी पौन इंच पानी गिरा तो गुना और रीवा में आधा इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई। सतना, सीधी, खजुराहो, उमरिया, सागर, नर्मदापुरम, शिवपुरी, बैतूल, जबलपुर, दमोह, पचमढ़ी, इंदौर, धार, उज्जैन और भोपाल में हल्की बारिश का दौर जारी रहा।
सतना में बारिश के चलते बकिया बैराज के 13 गेट खोल दिए गए है। प्राप्त जानकारी अनुसार नर्मदापुरम में नर्मदा खतरे के निशान के करीब पहुंच गयी है।
आपको बता दें क़ी सतना जिले में बकिया बैराज के 13 गेट खोल दिए गए। इससे रीवा के तराई अंचल में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। हालांकि प्रशासन ने कमर कस रखी है और हालात पर नजर बनाये हुए है।
इधर जबलपुर में बरगी डैम से पानी छोड़े जाने पर नर्मदा में जलस्तर बढ़ गया है। नर्मदापुरम में सेठानी घाट पर शनिवार सुबह जलस्तर 956 फीट के पार पहुंच गया। नदी का अलार्म लेवल 964 फीट और खतरे का लेवल 967 फीट है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी अंबुसार नर्मदा किनारे के गांवों में टीम तैनात कर लोगों को नदी से दूर रहने की हिदायत दी गई है। बैतूल में सतपुड़ा डैम के 7 और छिंदवाड़ा में माचागोरा डैम के 4 गेट खोलना पड़े हैं।
ग्वालियर-चंबल, सागर और रीवा में भारी बारिश का दौर :
मौसम वैज्ञानिकों की माने तो कि एक्टिव सिस्टम उत्तर दिशा की तरफ जाते हुए दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश के ऊपर चला जाएगा। जिसके चलते बारिश की गतिविधि घटेगी। हालांकि, ग्वालियर-चंबल, सागर और रीवा संभाग में मध्यम से भारी बारिश का दौर अगले 48 घंटे तक जारी रहेगा।
खजुराहो में केन की बाढ़ में खेत डूबे ;
पन्ना, दमोह और कटनी जिलों में बारिश के कारण खजुराहो में केन नदी उफान पर आ गई है। कई गांवों में खेत डूब गए हैं। खरयानी, पलकोहां और ढोड़न गांव के किनारे तक नदी का पानी पहुंचने लगा है।