बीती रात परिजन के साथ निजी क्लीनिक पर उपचार कराने पहुंची महिला ने तत्कालीन सीएमएचओ एवं जिला अस्पताल में पदस्थ सीनियर डॉक्टर ए आर करोरिया पर छेड़छाड़ के गंभीर आरोप लगाए हैं। घटना के बाद सरकारी आवास पर संचालित निजी क्लीनिक पर लोगों ने जमकर हंगामा किया। हंगामे के बाद कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और महिला को थाने ले गई।
इधर तत्कालीन सीएमएचओ ने भी डॉक्टरों के साथ अजाक थाने का घेराव करते हुए महिला और उसके परिजनों पर एफआईआर की मांग की और जिले के सभी सरकारी व निजी क्लीनिकों को बंद करके स्वास्थ्य सेवाओं को पूरी तरह से बंद करने की चेतावनी दे डाली। आधी रात तक दोनों पक्षों की तरफ से एफआईआर करने का दबाव पुलिस पर बनाया गया लेकिन, पुलिस ने एक भी पक्ष की तरफ से एफआईआर दर्ज नहीं की।
मामला शहर के बीचो-बीच स्थित पुराने अस्पताल परिसर का है। शहर के बोहर्रा बाजार निवासी एक महिला का आरोप है कि, तबीयत खराब होने पर वह इलाज के लिए डॉ एआर करोरिया के निजी क्लीनिक पर पहुंची थी। डॉक्टर ने चेकअप के बाद उनके परिजन को दवाई और जांच रिपोर्ट लाने के बहाने वहां से बाजार भेज दिया और उन्हें अकेली देखकर उनके साथ गंदी हरकत कर डाली। महिला ने विरोध करते हुए सारी घटना अपने परिजनों को बताई।
महिला की मानें तो वह पुलिस थाने पर करीब 3 घंटे तक बैठी रही लेकिन उनकी एफआईआर दर्ज नहीं की। उधर डॉक्टर ए आर करोरिया का आरोप है कि, महिला सर्दी जुकाम बुखार की शिकायत लेकर उपचार के लिए आई थी। उसके साथ उसके परिजन भी थे, महिला ने मेरे पर छेड़छाड़ के आरोप लगा दिए इसके बाद उन्होंने मुझसे मारपीट की, मुझे जाति सूचक गालियां और जान से मारने की धमकी दी। कहा कि मुझे यहां नहीं रहने देंगे।
देर रात हंगामा, पुलिस बोली- दोनों पक्षों में हो गया समझौता…
कोतवाली टीआई योगेंद्र सिंह का कहना है कि महिला और डॉक्टर का विवाद था। महिला को कुछ गलतफहमी हो गई थी, डॉक्टर के डायग्नोसिस के दौरान दोनों का आपस में विवाद था। फिर दोनों की आपस में बैठकर गलतफहमी दूर हो गई।