भाजपा के राष्ट्रीय महासचि कैलाश विजयवर्गी को विधानसभा एक से बीजेपी का प्रत्याशी बनाया गया है. टिकट मिलने के बाद उन्होंने कहा, ऐसा मैंने सोचा नहीं था कि चुनाव लड़ूंगा. 10 साल में ऐसा माइंड सेट हो गया था कि चुनाव लड़ने प्रचार-प्रसार के लिए काम करता था. ऐसा सोचा नहीं था कि गली-गली घूमुंगा वोट मांगूंगा. ऐसा माइंडसेट नहीं था.
भाजपा राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, चुनाव लड़ने का माइंडसेट नहीं था. यह बात सही है. मैं चुनाव लड़ूंगा ऐसा लग नहीं रहा था, जिस रास्ते पर पिछले 10 साल से चल रहा हूं, वहां चुनाव लड़ने के लिए जा रहा हूं, प्रचार के लिए जा रहा हूं. 10 साल में एकदम से ऐसा माइंड सेट बन गय था, अब जाकर गली-गली घूमो वोट मांगू, ऐसा माइंडसेट नहीं था, लेकिन पार्टी की इच्छा है. पार्टी ने जो आदेश दिया है उसका पालन करूंगा. मुझे पार्टी की तरफ से 80-90 सीटों की जवाबदारी दी गई है. उन अलग-अलग सीटों पर जाऊंगा.
उन्होंने कहा, अभी समय कम है, मुझे चुनाव लड़ना है. सरकार बनानी है. लगभग मध्यप्रदेश में 160 के आसपास सीटे आएंगी. कांग्रेस सत्य में है. बेहोश पड़ी है. कांग्रेस को चुनाव के बाद होश आएगा, अभी भी पार्टी हेलीकॉप्टर देगी. अलग-अलग विधानसभाओं में जाकर प्रचार करूंगा. सीहोर आष्टा सोनकच्छ घटाबिल्लौद बाय रोड बागली फिर इंदौर आया. एक ही दिन में 7 7 सभाएं हो जाती है. अभी पार्टी के ऊपर है मुझे कार्यकर्ताओं पर विश्वास है. मुझे इंदौर की जनता पहचानती है. मैं महापौर रहा. मैं यहां पर काम किया. मैंने जहां भी काम किया है वहां पर मैंने छाप छोड़ी है. मैं चार नंबर में था, वहां छाप छोड़कर गया. दो नंबर में था तो मैंने उसको एक अच्छी विधानसभा बनाई. महू में चार-पांच करोड़ के काम कर कर मऊ की इकोनॉमी बदल दी. काम करना मेरी आदत में है. मेरे पास वीजा ने काम करने का मैं एक नंबर का विधायक बना नहीं हूं, लेकिन मुझे एक नंबर में क्या-क्या करना है, यह मैंने सोचना प्रारंभ कर दिया है.
विजयवर्गीय ने कहा, एक नंबर विधानसभा को एक नंबर बनाकर रहूंगा. बीजेपी की सूची आने के बाद कांग्रेस के बयान को लेकर कैलाश देवर जी ने कहा, क्या कमलनाथ चुनाव लड़ेंगे. दिग्विजय सिंह लड़ेंगे. सब तो मैदान छोड़ छोड़ कर भाग रहे हैं. वहां पर भारतीय जनता पार्टी ने काम किया है. भारतीय जनता पार्टी का केंद्र में नेतृत्व है. भारतीय जनता पार्टी के पास शिवराज जी जैसा नेतृत्व है. प्रहलाद पटेल हैं, नरेंद्र सिंह हैं, ऐसी एक श्रृंखला है नेताओं की, पागल सिंह हैं, राकेश सिंह हैं, मैं भी श्रेणी में आता हूं. श्रृंखला है हमारे पास कार्यकर्ताओं की और नेताओं की. कल के टिकट डिक्लेअर के बाद कांग्रेस बेहोशी पड़ी है.कैलाश विजयवर्गी को विधानसभा एक से बीजेपी का प्रत्याशी बनाने के बाद कांग्रेस से पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा, आकाश विजयवर्गीय मेरा भतीजा है. मैं उसे संतना ही दे सकता हूं कि चलो बेटा को बलि चढ़ना ही पड़ता है पिता को आगे लाने के लिए, थोड़ा गम खाना ही पड़ता है, हमारे तुम भतीजे हो, तुम्हारे भविष्य की हम कामना करते हैं.BJP द्वारा जारी की गई मध्यप्रदेश की दूसरी लिस्ट को लेकर पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा, भाजपा इतनी घबरायी हुई है और BJP हाई कमान के पास शीर्ष नेतृत्व की जो आंतरिक सर्वे की रिपोर्ट आई है उसमें बड़ा साफ़ परिलक्षित हुआ है कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बन रही है. BJP बहुत पीछे है इसलिए बार-बार नरेंद्र मोदी का दौरा हो रहा है. कल आकर गए, 5 को फिर आ रहे हैं इसलिए कई केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों को विधानसभा का चुनाव लड़ाने के लिए उतार दिया, लेकिन वह भूल गए कि यह जो सांसद हैं इनकी नीचे की ज़मीन खोखली है. ये हमें पता है. ये लोग विधानसभा का चुनाव नहीं जीत पाएंगे.एक नंबर विधानसभा में कैलाश विजयवर्गीय को टिकट देने पर तंज कसते हुए सज्जन सिंह ने कहा, संजय शुक्ला हमारा उम्मीदवार है. दमदारी से पिछला चुनाव भी जीता. वे ऐसे नेता हैं कि 365 दिन में 320 दिन वह क्षेत्र में रहते हैं और जो काम उनके निजी ख़र्च से कराना हो शासकीय धन राशि से कराना हो कभी पीछे नहीं हटते हैं. विधानसभा में पति पत्नी दोनों ही घूमते रहते हैं. यह बात सही है कि 1 नंबर क्षेत्र की जनता नेता नहीं सेवक चाहती है और सेवक का असली चेहरा संजय शुक्ला हैं.