- हेयर ट्रांसप्लांट एक जटिल प्रक्रिया
- कुछ लोगों को ट्रांसप्लांट से बचने की जरूरत
- ट्रांसप्लांट के बाद की प्रक्रिया थोड़ी ज्यादा जटिल
Hair Transplant : बालों का यूं तो कोई विशेष काम नहीं, लेकिन इसके बिना इंसान की सुंदरता पर नकारात्मक असर पड़ता है. गिरने बालों से परेशान लोग अपना आत्मविश्वास तक खो बैठते हैं. किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल होना भी उनके लिए मुश्किल हो जाता है. ऐसे में लोग सर पर बाल बचाए रखने और नए बाल उगाने के लिए तमाम ट्रीटमेंट लेने से पीछे नहीं हटते. कुछ लोगों को फायदा मिल जाता है, तो कुछ पर कोई भी दवा असर नहीं करती. ऐसे में लोगों के सामने हेयर ट्रांसप्लांट ही एकमात्र रास्ता बचता है. हालांकि ये आसान बिल्कुल भी नहीं है. क्योंकि ट्रांसप्लांट को भले ही आप बाहरी ब्यूटी प्रोसीजर समझें, लेकिन ये जटिल प्रक्रिया होती है. वहीं, ये सबको सूट करे, ये भी जरूरी नहीं. वैसे, जब आपने तय कर ही लिया है कि आप ट्रांसप्लांट के लिए तैयार हैं, तब भी आपको कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत है. ऐसे में हम बता रहे हैं कि किन लोगों को हेयर ट्रांसप्लांट से बचने की जरूरत होती है .
शुगर के मरीज
आपकी जिंदगी में अगर शुगर जैसा मेहमान पहले से है, तो आपके लिए हेयर ट्रांसप्लांट से तौबा कर लेना ही बेहतर है. क्योंकि ट्रांसप्लांट के बाद बने घावों को भरने में काफी समय लग सकता है. ऐसे में इंफेक्शन फैलने का डर रहता है. यही वजह है कि विशेषज्ञ शुगर के मरीजों को हेयर ट्रांसप्लांट से दूरी बनाने की सलाह देते हैं. क्योंकि घावों के भरने से पहले किसी तरह का इंफेक्शन फैल गया, तो फिर काफी मुसीबत खड़ी हो सकती है .
ब्लड प्रेशर के मरीज
विशेषज्ञों का कहना है कि हेयर ट्रांसप्लांट के नतीजे दिखने में 6 महीने से एक साल तक लग सकता है. इसके बाद बालों की देखभाल भी जरुरी है. ऐसे में ब्लड प्रेशर के मरीजों को भी हेयर ट्रांसप्लांट से बचने की सलाह दी जाती है. क्योंकि ट्रांसप्लांट के दौरान दिया जाने वाला एनेस्थीसिया और ग्राफ्टिंग की प्रक्रिया ब्लड प्रेशर के लिए जानलेवा साबित हो सकती है. वहीं, एलर्जी की दवा लेने वाले मरीजों को भी हेयर ट्रांसप्लांट नहीं करवाना चाहिए. क्योंकि ट्रांसप्लांट के बाद मरीज को जख्म सूखने की कई दवाएं भी दी जाती हैं. ये दवाएं एलर्जी के मरीजों के लिए खतरनाक हो सकती हैं .