G-20 Summit: मेहमानों को सर्व की गयी थी ये स्पेशल डिश, आप भी जानिए इसे बनाने की विधि और स्वास्थ्य वाले फ़ायदे
भारत में हो रहे G-20 समिट में दौरान विदेशी मेहमानों के लिए भारतीय व्यंजनों की एक खास मेन्यू तैयार की गई है. इसमें भारतीय संस्कृति और परंपरा की झलक देखने को मिल रहे हैं. अपने विदेशी मेहमानों को परोसे जाने के लिए एक खास तरह से ‘गोंद का हलवा’ तैयार किया जा रहा है. गोंद के हलवे की खासियत यह है कि यह बेहद फायदेमंद होता है.गोंद का हलवा शरीर को गर्म और ऊर्जा प्रदान करता है.
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यहां देखें कैसे बनाया जाता है गोंद का हलवा …
सामग्री:
– गोंद (एडिबल गम) – ¼ कप
– देसी घी – ½ कप
– गेहूं का आटा – 1 कप
– चीनी या गुड़ – ¾ कप (अनुसार)
– पानी – 2 कप
– बादाम, काजू और पिस्ता – बारीक कटा हुआ (सजावट के लिए)
– इलायची पाउडर – ½ छोटी चम्मच
बनाने की विधि:
गोंद तैयार करना: एक पैन में थोड़ा घी गर्म करें और गोंद डालकर तलें जब तक वह फूलकर सुनहरा न हो जाए. अब इसे अलग कर लें.
आटे को भूनना: अब पैन में शेष घी डालें और गेहूं का आटा डालकर मध्यम आंच पर सुनहरा होने तक भूनें.
सिरप तैयार करना: एक अलग पैन में पानी और चीनी या गुड़ डालें और उसे गाढ़ा होने तक पकाएं.
हलवा तैयार करना: अब आटे में तला हुआ गोंद, इलायची पाउडर और शुगर सिरप डालें. अच्छी तरह मिलाएं और हलवा गाढ़ा होने तक पकाएं.
सजावट: तैयार हलवा को परोसने से पहले बारीक कटे हुए बादाम, काजू, और पिस्ता से सजाएं.
आपका गोंद का हलवा तैयार है गरमा गरम परोसें और आनंद लें.
गोंद के हलवे का फायदा :
गोंद का हलवा भारतीय घरों में सर्दियों में खासतौर पर बनाया जाता है, क्योंकि इसमें सेहत संबंधित कई फायदे होते हैं. गोंद का तासीर गर्मी होता है जो सर्दियों में जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द में आराम देता है. गोंद का हलवा उर्जा प्रदान करता है जो सर्दियों में शरीर को गर्म और सक्रिय रखने में मदद करता है. इसमें उपस्थित गुणकारी तत्व शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को मजबूती करता हैं और रोगों से लड़ने में मदद करते हैं. यह पाचन प्रक्रिया को सुधारता है और कब्ज में आराम देता है.