दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर दिल्ली से दौसा के बीच वाहनों का आवाजाही शुरू हो गई है. इस एक्सप्रेसवे पर यात्री सुविधाओं को और बढ़ाया जाएगा. इस एक्सप्रेस वे पर जर्मनी क तरह इलेक्ट्रिक कॉरिडोर बनाने की प्लानिंग है. इसके लिए एक्सप्रेसवे पर फाइबर केबल बिछाई जा रही है.
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर गाड़ियों के बीच की दूरी सामान्य हाईवे की तुलना में 4 गुना ज्यादा है.
इस एक्सप्रेसवे पर इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए अलग से लेन बनाई जाएगी.
एक्सप्रेस वे पर जर्मनी की तरह इलेक्ट्रिक कॉरिडोर बनाने की प्लानिंग है.
नई दिल्ली. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi-Mumbai Expressway) के पहले फेज के उद्घाटन के साथ दिल्ली से दौसा के बीच वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है. इस एक्सप्रेसवे को देखकर इसकी भव्यता और खासियतों का अंदाजा लगाया जा सकता है. इस एक्सप्रेसवे पर आप 120 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से वाहन चला सकते हैं, साथ ही इतनी स्पीड में चलने वाले वाहनों के बीच 250 मीटर की दूरी होना जरूरी है, जो सामान्य एक्सप्रेस वे की तुलना में 4 गुना ज्यादा है. इसके अलावा, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए अलग से लेन बनाई जाएगी.
12 फरवरी को पीएम मोदी द्वारा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के फर्स्ट फेज का शुभारंभ कर दिया है. इसके साथ ही इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए अलग से लेन बनाने की तैयारी शुरू हो गई है. इस एक्सप्रेस वे पर जर्मनी की तरह इलेक्ट्रिक कॉरिडोर बनाने की प्लानिंग है. इसके लिए एक्सप्रेसवे पर फाइबर केबल बिछाई जा रही है.
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अलवर में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अभिजीत सिन्हा ने बताया कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को इलेक्ट्रिक वाहन फ्रेंडली बनाया जाएगा. ताकि ट्रैवलिंग के दौरान इन वाहनों को ज्यादा दिक्कत का सामना नहीं करना पड़े, साथ ही अलवर के पास चार्जिंग प्वाइंट बनाया गया है और भविष्य में इनकी संख्या बढ़ाई जाएगी.
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर दो इलेक्ट्रिक बसें भी चलाई जाएंगी, जो दिल्ली के राजीव चौक से होते हुए राजस्थान के दौसा तक जाएगी. खास बात है कि इन बसों में इंटरनेट, खाने-पीने का सामान और अखबार मिलेगा. इसके अलावा मसाज और स्पा की भी सुविधा मिलेगी.
हर राज्य में पारंपरिक खाने का मिलेगा स्वाद
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर दौसा से दिल्ली के 247 किलोमीटर लंबे सफर के बीच में हर 50 किलोमीटर की दूरी पर एक स्टॉपेज दिया है, जहां रेस्ट रूम की सुविधा मिलेगी. NHAI के अधिकारियों के अनुसार इस एक्सप्रेसवे की लंबाई ज्यादा होने के चलते यहां यात्रियों के रूकने के लिए बेहतर इंतजाम किए गए हैं.
दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे राजस्थान, एमपी, महाराष्ट्र समेत अन्य राज्यों से होकर गुजरेगा. इस दौरान वहां पर स्थानीय खानपान की व्यवस्था एक्सप्रेसवे के किनारे बने रेस्ट स्टेशंस पर उपलब्ध होंगी. दिल्ली से दौसा के बीच में बने सभी रेस्ट स्टेशंस का डिजाइन राजस्थान और हरियाणा के पारंपरिक थीम पर किया गया है.