AMU के JNMC के जूनियर डॉक्टरों की गुंडई,मुरादाबाद से आए मरीज के तीमारदारों के साथ गाली गलौज कर की मारपीट
मेडिकल कॉलेज में 200 लेकर मरीज का स्ट्रेचर पर कराया इलाज, फिर भी हो गई मौत, सिस्टर कहने पर भड़की नर्स
अलीगढ़ : एएमयू के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में मंगलवार की देर शाम जूनियर डॉक्टरों की दबंगई का मामला सामने आया है। जहां मुरादाबाद से मरीज को लेकर उपचार कराने के लिए मेडिकल कॉलेज पहुंचे तीमारदारों के साथ मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर द्वारा मरीज की मौत के बाद गाली गलौज करते हुए मारपीट कर पिटाई की गई है।
अलीगढ़ के मेडिकल कॉलेज में मुरादाबाद से उपचार कराने मरीज के साथ आए तीमारदारों के साथ जूनियर डॉक्टर द्वारा मरीज की मौत के बाद की गई मारपीट के मामले की जानकारी जब उत्तर प्रदेश के भारतीय युवा कांग्रेस के नेता राजा उर्फ राजा भैया को हुई तो उन्होंने मरीज के तीमारदारों के साथ की गई इस घटना की घोर निंदा करते हुए पीड़ित परिवार के लोगों के साथ मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी गेट पर धरना दिए जाने की चेतावनी दे डाली। जिसके बाद कांग्रेस नेता मेडिकल कॉलेज पहुंचे मृतक मरीज के तीमारदारों के साथ मारपीट करने वाले डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की गई।
वहीं मृतक मरीज के परिवार के लोगों का आरोप है कि उन्होंने 200 रुपये देकर वार्ड बॉय से स्ट्रेचर लिया। जहां डॉक्टरों ने उनके मरीज का स्ट्रेचर पर ही लेटे हुए इलाज किया। साथ ही कहा कि मेडिकल कॉलेज में 200 रुपये लेकर मरीज की मौत होने पर वार्ड बॉय द्वारा स्ट्रेचर दिया जाता है।जबकि जो मरीज सीरियस हालत में होते हैं उनको मेडिकल कॉलेज में स्ट्रेचर नहीं दिया जाता।
वही मृतक मरीज के तीमारदारों का आरोप है कि उनके साथ मेडिकल कॉलेज में की गई बर्बरता का सीसीटीवी फुटेज निकलवा कर दोषी डॉक्टर और नर्सों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाए।तो वही मेडिकल कॉलेज में तीमारदारों के साथ की गई मारपीट की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची ओर मृतक मरीज के परिजनों की तहरीर के आधार पर मामले की जांच करते हुए कार्रवाई शुरू कर दी।
तो वही आपको बता दें कि इस घटना से पहले भी मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर द्वारा मरीज के तीमारदारों के साथ मारपीट गाली-गलौज की कई घटनाओं को अंजाम दिया जा चुका है। लेकिन मरीजों और तीमारदारों के साथ की गई मारपीट के बाद दी गई शिकायतों पर आज तक एक भी शिकायत पर प्रिंसिपल ऑफ चीफ मेडिकल सुपरीटडेंट जेएन मेडिकल कॉलेज के द्वारा जूनियर डॉक्टरों और गालों पर कोई कार्यवाही नहीं की।