ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में सोमवार तड़के चार बजे से रंगपर्व का आगाज हो गया है। भस्म आरती में पुजारियों ने भगवान महाकाल के साथ फूलों से होली खेली। शाम को संध्या आरती में भगवान को हर्बल गुलाल अर्पित कर होली मनाई गई। आरती के उपरांत पुजारी परिवार की महिलाओं ने परिसर में होलिका का पूजन किया। इसके बाद पुजारियों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ होलिका दहन किया। मंगलवार तड़के भस्म आरती में धुलेंडी मनाई जाएगी। पुजारी भगवान महाकाल को फूलों से निर्मित हर्बल गुलाल अर्पित करेंगे। दर्शनार्थियों पर भी भक्ति का गुलाल उड़ाया जाएगा।
मंदिर प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया महाकाल के आंगन में रंगपर्व को लेकर खास तैयारी की गई है। मंदिर समिति ने भगवान महाकाल पर वर्षभर अर्पित किए जाने वाले फूलों से हर्बल गुलाल तैयार कराया है। सोमवार को संध्या आरती में भी भगवान को वहीं गुलाल अर्पित किया गया है।
मंगलवार तड़के भस्म आरती में खेली जाने वाली होली के लिए भी चार क्विंटल गुलाल मंगवाया है। इसी गुलाल से पुजारी,पुरोहित व भक्त भगवान महाकाल के साथ होली खेलेंगे। पुजारी,पुरोहित परिवार द्वारा सोमवार शाम मंदिर में फाग महोत्सव का आयोजन किया गया। परिसर स्थित मार्बल चबूतरे पर इंदौर के भजन गायक हरकिशन साबू भोपूजी महाराज ने फाग के गीतों की प्रस्तुति दी। फाग के गीतों पर झूमते हुए भक्तों ने फूल व गुलाल से जमकर होली खेली।
महाकाल मंदिर में सोमवार को फूल होली के रूप में नई परंपरा जुड़ गई है। भस्म आरती करने वाले पुजारी परिवार ने वैष्णव मंदिरों की तर्ज पर महाकाल में फूल होली का आयोजन किया। इसके लिए प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने अनुमति जारी की थी। आरती के दौरान भगवान महाकाल व भक्तों पर पुजारियों ने जमकर पुष्प वर्षा की।
शाम को संध्या आरती में भगवान महाकाल को हर्बल गुलाल अर्पित कर होली मनाई गई। पुजारी परिवार की महिलाओं ने परिसर में होलिका का पूजन किया। इसके बाद पुजारियों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ होलिका दहन किया।