सतना जिले में भाजपा द्वारा आयोजित कोल समाज के जनजातीय महाकुंभ से लौटकर अपने घर जा रहे आदिवासी किसान मजदूर मोहनिया टनल के पास भीषण हादसे का शिकार हो गए- दर्जनों की संख्या में लोगों की मौतें हुई, जिसमें अधिकारी कर्मचारी भी शामिल हैं , आधा सैकड़ा से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हैं ,बहुत स्थाई रूप से विकलांग हो चुके हैं और कई लोग जीवन मौत के मुहाने पर रहकर इलाजरत हैं, घटना को लेकर संवेदना व्यक्त करते हुए पीड़ितों से मिलने संजय गांधी अस्पताल पहुंचे संयुक्त किसान मोर्चा संभाग रीवा के संयोजक शिव सिंह ने कहा कि भीषण दुर्घटना के लिए भारतीय जनता पार्टी सरकार के आयोजक जिम्मेदार हैं, कार्यक्रम में बिना आरटीओ की अनुमति के आसपास के जिलों से क्षमता से अधिक सवारियां भरकर आदिवासी मजदूर नाबालिगों तक को पैसा पूड़ी का लालच देकर घरों से बुलाकर ले जाया गया, सड़क सुरक्षा मानकों का उल्लंघन किया गया
वही घटना के जिम्मेदार लोग घड़ियाली आंसू बहाने अस्पताल पहुंच मानव जीवन के प्रति जो भी सहायता राशि की घोषणा किए उसमें बड़ी संवेदनहीनता दिखती है- क्योंकि बहुत लोगों के तो परिवार उजड़ गए और बहुत लोग जीवित रहते हुए भी मृतक के समान हो गए राजनीति के लिए गरीबों की मजबूरी का फायदा उठाया गया अभी भी शासन-प्रशासन मृतकों का आंकड़ा कम बता रहा है, अब मरहम और घड़ियाली आंसू बहाने से काम नहीं चलेगा
सरकार जल्द मृतकों के परिजनों के लिए कम से कम 1 करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता एक सदस्य को नौकरी एवं स्थाई रूप से विकलांग लोगों को 50 लाख रुपए एवं घायलों को 20 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करे, तथा हादसे की जांच उच्च एजेंसियों से कराई जाकर दोषी आयोजकों व जिम्मेदारों के खिलाफ अपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध किया जाना चाहिए।