Kiratpur Nerchowk Four lane Project: गौरतलब है कि इस एक्सप्रेस-वे पर 1500 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं. 130 किमी लंबा यह एक्सप्रेव बन रहा है और इसकी वजह से अब चंडीगढ़ से मंडी के लिए महज चार घंटे ही लगेंगे. इससे पहले , इस सफर के लिए छह घंटे से ज्यादा का वक्त लगता था.अब चंडीगढ़ से मंडी की दूरी 50 किमी कम हो जाएगी .
शिमला . हिमाचल प्रदेश में आम तौर पर टू लेन हाईवे बनाये जाते हैं. लेकिन अब कई इलाकों में फोरलेन बन रहा है और कुछ जगह काम जोरों पर चल रहा है. चंडीगढ़ से मंडी के बीच किरतपुर से नेरचौक तक फोरलेन बन रहा है. इसका काम जोरों पर है.
जानकारी के अनुसार, 130 किमी लंबे इस एक्सप्रेस-वे पर जल्द ही गाड़ियों की आवाजाही शुरू होगी. नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) और निर्माण कंपनी जल्द ही किरतपुर-नेरचौक फोरलेन पर दो लेन खोलने के लिए तैयारियां कर रहा है.
जानकारी के अनुसार, दो लेन को शुरू करने के लिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई), फोरलेन निर्माण कंपनी और जिला प्रशासन ने बीते सप्ताह बैठक की है.
बैठक में फोरलेन निर्माण में पेश आ रही समस्याओं व भूमि अधिग्रहण संबंधी मामलों के समाधान के लिए जिला प्रशासन व संबंधित विभागों के अधिकारियों, गाबर कंपनी के है. अधिकारियों, रेलवे के अधिकारियों व एनएचएआई के अधिकारियों के बीच चर्चा हुई.
डीसी बिलासपुर पंकज राय ने बताया कि किरतपुर-नेरचौक फोरलेन का कार्य अंतिम चरण में है. फोरलेन के बनने से बिलासपुर की दूरी कैंची मोड़ से मात्र 22 किलोमीटर रह जाएगी.
जानकारी के अनुसार, फोरलेन पर छोटी-बड़ी पांच टनल और 22 मुख्य और 14 छोटे पुलों का निर्माण हो रहा है. पांचों टनल के छोर पहले ही मिल चुके हैं. साथ ही फोरलेन पर 22 मुख्य पुल में से लगभग 17 पुल तैयार हैं, जबकि पांच बड़े पुल निर्माणाधीन हैं. यानी हाईवे का 80 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है
गौरतलब है कि इस एक्सप्रेस-वे पर 1500 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं. 130 किमी लंबा यह एक्सप्रेव बन रहा है और इसकी वजह से अब चंडीगढ़ से मंडी के लिए महज चार घंटे ही लगेंगे. इससे पहले, इस सफर के लिए छह घंटे से ज्यादा का वक्त लगता था.