Nehru-Gandhi Surname History: जवाहर लाल नेहरू थे परनाना तो राहुल कैसे हो गए गांधी, जानें सरनेम की हिस्ट्री
नेहरू गांधी परिवार : राहुल गांधी के पूर्वज कश्मीर से ताल्लुख रखते हैं. उनके परिवार का मूल सरनेम कौल है, लेकिन ये बाद में नेहरू और नेहरू से गांधी कैसे हुआ? जानिए…
जवाहर लाल नेहरू थे परनाना तो राहुल कैसे हो गए गांधी, जानें सरनेम की हिस्ट्री
PM Modi on Nehru-Gandhi Family: पीएम मोदी ने गुरुवार (9 फरवरी) को पूर्व पीएम जवाहर लाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) का जिक्र करते हुए नेहरू-गांधी परिवार पर कटाक्ष किया. राज्यसभा (Rajya Sabha) में पीएम मोदी ने कहा कि, “मैंने अखबारों में पढ़ा था कि 600 के करीब योजनाएं गांधी-नेहरू के नाम से हैं. मुझे यह समझ नहीं आता कि उनकी पीढ़ी का कोई व्यक्ति नेहरू सरनेम रखने से डरता क्यों है? क्या शर्मिंदगी है?”
प्रधानमंत्री मोदी बिना नाम लिए राहुल गांधी और गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए कहा कि, “इतना बड़ा व्यक्ति है तो शर्मिंदगी क्या है? और आप हमारा हिसाब मांगते हो.” पीएम मोदी ने नेहरू सरनेम को लेकर राहुल गांधी पर जमकर कटाक्ष किया. पूर्व पीएम जवाहर लाल नेहरू राहुल गांधी के परनाना थे, लेकिन राहुल समेत परिवार के बाकी सदस्यों का सरनेम गांधी कैसे हुआ. आपको बताते हैं नेहरू परिवार के गांधी सरनेम अपनाने की हिस्ट्री क्या है.
नेहरू परिवार में गांधी सरनेम कैसे आया?
‘गांधी’ उपनाम फिरोज जहांगीर घांडी (इंदिरा गांधी के पति और राहुल गांधी के दादा) से आया, जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में शामिल होने के बाद अपने उपनाम की स्पेलिंग बदल दी थी. वे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से संबंधित नहीं थे. जवाहरलाल नेहरू की बेटी इंदिरा नेहरू ने 1942 में फिरोज गांधी से शादी की और इस तरह उनका नाम इंदिरा गांधी हो गया.
कौल है नेहरू परिवार का सरनेम
एक कश्मीरी पंडित, राज कौल (1700 के दशक की शुरुआत) में नेहरू-गांधी परिवार के सबसे पहले दर्ज किए गए पूर्वज हैं. माना जाता है कि वह 1716 में कश्मीर से दिल्ली चले गए थे. उनका घर एक नहर के किनारे स्थित था और इस निवास के तथ्य से, ‘नेहरू’ (‘नहर’) उनके नाम के साथ जुड़ गया. कौल इस परिवार का मूल सरनेम था.
बाद में कौल को हटा दिया गया
ये बदलकर कौल-नेहरू हो गया और बाद के वर्षों में कौल को हटा दिया गया और परिवार का नाम केवल ‘नेहरू’ हो गया. गंगाधर नेहरू (1827-1861) कौल के वंशज थे. वह 1857 के भारतीय स्वतंत्रता संग्राम से पहले दिल्ली के अंतिम कोतवाल (पुलिस प्रमुख के समकक्ष) थे. वह स्वतंत्रता सेनानी मोतीलाल नेहरू के पिता और जवाहरलाल नेहरू के दादा थे.
मोतीलाल (1861-1931), नेहरू-गांधी परिवार के पितामह, एक वकील और भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के एक प्रमुख नेता थे. उन्होंने दो बार 1919-1920 और 1928-1929 में कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में कार्य किया. मोतीलाल के तीन बच्चे थे- जवाहरलाल नेहरू, विजया लक्ष्मी पंडित और कृष्णा हूथीसिंग.
फिरोज गांधी से हुई इंदिरा की शादी
जवाहरलाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) ने पिता की विरासत को आगे बढ़ाया. उनकी बेटी इंदिरा प्रियदर्शिनी नेहरू (बाद में इंदिरा गांधी) थीं. इंदिरा की शादी फिरोज जहांगीर गांधी से हुई और उनका नाम इंदिरा गांधी हो गया. इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) के दो बेटे थे राजीव गांधी और संजय गांधी. राजीव गांधी की शादी सोनिया गांधी से हुई और उनके दो बच्चे हुए- राहुल और प्रियंका गांधी. वहीं संजय गांधी की शादी मेनका गांधी से हुई थी और दोनों के एक बेटा हुआ- वरूण गांधी. मेनका गांधी और वरूण गांधी बीजेपी के नेता हैं.