विदिशा पहुंची चिकित्सा बचाओ-चिकित्सक बचाओ यात्रा
सरकार की सद्बुद्धि के लिए की गणेश जी की पूजा ,महासंघ ने कैंडल मार्च भी निकाला
27 जनवरी को शुरू हुई थी यात्रा
07 फरवरी को होगा यात्रा का समापन
शासकीय/स्वशासी चिकित्सक महासंघ के बैनर तले शुरू हुई चिकित्सक संपर्क यात्रा शनिवार को विदिशा पहुंची। जहां यात्रा का भव्य स्वागत किया गया और जिसके बाद कैंडल मार्च निकाला गया। जिसमें सभी चिकित्सा शिक्षकों और चिकित्सकों ने एक स्वर में चिकित्सा बचाओ, चिकित्सक बचाओ यात्रा को समर्थन देने की बात कही शासकीय/स्वशासी चिकित्सक महासंघ के बैनर तले 27 जनवरी को चिकित्सक संपर्क यात्रा शुरू हुई, समापन 7 फरवरी को होना है।
यह चिकित्सक संपर्क यात्रा विदिशा पहुंची, जहां डॉक्टरों ने यात्रा का स्वागत किया। इसके बाद चिकित्सा महासंघ के पदाधिकारियों ने रंगई के गणेश मंदिर में पूजा अर्चना की एवं सरकार की सद्बुद्धि के लिए प्रार्थना की।
इसके बाद कारों और बाइक का काफिला ईदगाह चौराहे पर पहुंचा, जहां पहले से मौजूद चिकित्सकों द्वारा उनका फूल मालाओं के साथ स्वागत किया। ईदगाह चौराहे से मेडिकल कॉलेज तक मोमबत्ती के साथ पदयात्रा निकाली, हाथों में स्लोगन की तख्तियां लेकर डॉक्टर चल रहे थे और चिकित्सा बचाओ-चिकित्सक बचाओ के नारे लगा रहे थे।पैदल यात्रा में भारत माता के जयकारे और चिकत्सक बचाओ चिकित्सा बचाओ के नारों के साथ पद यात्रा मेडिकल कॉलेज पहुंची, जहां पर एक सभा का आयोजन किया गया।
जिसमें सभी ने एकजुटता दिखाते हुए संकल्प लिया कि यह संपर्क यात्रा एवं एवं आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक मांगे पूरी नहीं होंगी। ये आंदोलन नहीं रुकेगा। सभी चिकित्सकों ने एक साथ इस संघर्ष में अंतिम पायदान तक जब तक मांगे पूरी नहीं तब तक संघर्ष करते रहेंगे की शपथ ली। इस दौरान मुख्य मांग DACP( डायनेमिक एश्योर्ड कैरियर प्रोग्रेशन स्कीम ) पुरानी पेंशन स्कीम बहाली एवं चिकित्सकों से संबंधित मुद्दों और मांगों के बारे में चर्चा की।
अध्यक्ष सुनील अग्रवाल प्रोगेसिव अध्यक्ष मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन ने बताया की 27 जनवरी से मेडिकल कॉलेज ग्वालियर से शुरू हुई थी इसका समापन 7 फरवरी को भोपाल गांधी मेडिकल कॉलेज में होगा अभी तक यह यात्रा करीब साढे 5000 किलोमीटर की है इतने हम करीब 5000 चिकित्सकों से मिल चुके हैं और उनकी भावनाओं को जान चुके हैं। सीएचसी पीएचसी हॉस्पिटल मेडिकल कॉलेजों में सभी जगह पर हम गए हैं। वहां पर हमने बातचीत की। सभी से हमारा उद्देश्य के चिकित्सा बचाओ और चिकित्सकों को बचाओ।
हमने जाना की सीएससी पीएससी में क्या परेशानियां हैं, जिससे मरीजों को इलाज नहीं मिल पा रहा, चिकित्सक खुद ही क्यों पीड़ित हो गया और क्यों इलाज नहीं कर पा रहा है इन दोनों के बारे में जानकर हम एक विशेष रिपोर्ट मुख्यमंत्री जी और सरकार को देंगे।
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