पुलिस के साथ एनकाउंटर में डकैत गुड्डा गुर्जर के पैर में गोली लगी है। ग्वालियर के घाटीगांव के जंगल में ग्वालियर क्राइम ब्रांच ने किया एनकाउंटर। डकैत गुड्डा गुर्जर ने मुरैना और श्योपुर जिले में अनेक वारदातों को अंजाम दिया है। उस पर अभी 60 हजार रुपये का इनाम रखा गया था। एनकाउंटर के बाद पुलिस ने गुड्डा गुर्जर को गिरफ्तार कर लिया है।अति. पुलिस महानिदेशक ग्वालियर जोन डी श्रीनिवास वर्मा ने मीडिया को पूरी जानकारी दी।
उल्लेखनीय है कि 28 अक्टूबर को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुरैना और श्योपुर जिले में आए दिन वारदातों को अंजाम दे रहे 60 हजार के इनामी डकैत गुड्डा गुर्जर को लेकर वीसी में नाराजगी जाहिर की थी।
जमीन विवाद में पहली हत्या गांव में की, 21 साल से चार जिलाें के जंगलों में थी दहशत
शार्ट एनकाउंटर में ग्वालियर पुलिस के हाथ लगा डकैत गुड्डा गुर्जर दो दशक से ग्वालियर-चंबल के चार जिलों के जंगलों में दहशत का पर्याय बना हुआ था। गुड्डा गुर्जर ने 21 साल पहले जमीन विवाद में अपने ही गांव में एक युवक की हत्या की और जंगल में कूद गया था। सरकार ने जिंदा या मुर्दा पकड़ने पर 60 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। नूराबाद थाना क्षेत्र के लोहगढ़ गांव के निवासी डकैत गुड्डा गुर्जर ने साल 2001 में अपने ही गांव में पहली हत्या की थी। लोहगढ़ गांव के कुछ लोगों ने जमीनी विवाद में गुड्डा गुर्जर की बहन के साथ मारपीट कर दी थी और जमीन पर कब्जा कर लिया था, इसी विवाद में गुड्डा ने एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी और फरार हो गया। चार साल फरार रहे गुड्डा ने साल 2005 में दूसरी हत्या की। इसके बाद गुड्डा ने अपनी गैंग बनाई और लूट, डकैती, अपहण की वारदातों को अंजाम देने लगा। जंगलों में चलने वाली पत्थर खदानों से लेकर खिरकाईयों तक से डकैत गुड्डा गुर्जर अवैध वसूली करता था। मुरैना, ग्वालियर, शिवपुरी और श्योपुर जिले के आधा दर्जन से ज्यादा थानाें में गुड्डा गुर्जर पर 31 केस दर्ज हैं। इनमें 20 से ज्यादा केस मुरैना जिले के नूराबाद, बानमोर, सुमावली, पहाड़गढ़, निरार व जौरा थाने में दर्ज हैं। बीते एक साल से डकैत गुड्डा गुर्जर की सक्रियता तब से बढ़ गई थी, जब पहाड़गढ़ क्षेत्र की एक नाबालिग से विवाह करने के लिए नाबालिग के चाचा का अपहरण कर लिया था। एक साल में मुरैना पुलिस के साथ डकैत गुड्डा की आठ बार मुठभेड हुई, लेकिन हर बार डकैत गुड्डा भाग निकला। हत्या के दो मामलों में डकैत गुड्डा को आजीवन कारावास की सजा हो चुकी है, इसलिए वह पुलिस के हाथ आसानी से नहीं आ पा रहा था। इसी बीच डकैत गुड्डा पर इनाम की राशि 60 हजार से बढ़ाकर एक लाख रुपये का प्रस्ताव सरकार को भेजा था।
चंबल एडीजी की सूचना के बाद सक्रिय हुई ग्वालियर पुलिस
मंगलवार को चंबल एडीजी राजेश चावला डकैत गुड्डा की धरपकड़ की योजना बनाने के लिए बार्डर मीटिंग लेने पहाड़गढ़ आए थे। पहाड़गढ़ के थाने में मुरैना एसपी आशुतोष बागरी, श्योपुर एसपी आलोक कुमार सिंह के साथ एडीजीपी चावला बैठक कर रहे थे, इसी दौरान साइबर सेल के अफसरों ने बताया, कि डकैत गुड्डा गुर्जर पहाड़गढ़ की सीमा से निकलकर ग्वालियर जिले के घाटीगांव-बसोटा के जंगलों में निकल गया है। डकैत गुड्डा के एक साथी की मोबाइल लोकेशन स्पष्ट होने के बाद एडीजीपी चावला ने ग्वालियर एडीजीपी को तत्काल सूचना दी, उसके बाद ग्वालियर पुलिस सक्रिय हुई।