वर्ष का अंतिम चंद्र ग्रहण मंदिरों के पट हुए बंद
विराट24 पिछले 15 दिनों के अंदर दो ग्रहण का पडना ज्योतिष एवं खगोलीय दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना जा रहा है ,देश की सामाजिक आर्थिक तथा आंतरिक परिस्थितियों के संबंध में भी यह ग्रहण महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं ,दीपावली के ठीक दूसरे दिन अर्थात 25 अक्टूबर को वर्ष का प्रथम दृश्य ग्रहण सूर्य ग्रहण के रूप में दिखाई दिया था तथा ठीक 15 दिन के बाद कार्तिक पूर्णिमा गुरु नानक जयंती के अवसर पर वर्ष का दूसरा चंद्र ग्रहण के रूप में आज भारत में दिखाई देगा, हिंदू मान्यताओं के अनुसार सूर्य ग्रहण का सूतक ग्रहण के प्रारंभ होने से 12 घंटे पूर्व तथा चंद्र ग्रहण का सूतक ग्रहण प्रारंभ होने से 9 घंटे पूर्व प्रारंभ हो जाता है, ग्रहण की समाप्ति के बाद से ही सूतक भी समाप्त मान लिया जाता है 8 नवंबर को होने वाले चंद्र ग्रहण का सूतक 8 नवंबर को ही प्रातः काल 9:02 से प्रारंभ हो गया सूतक की समाप्ति चंद्र ग्रहण समाप्त होने के साथ ही अर्थात सायंकाल 6:18 पर हो जाएगी इस दौरान सभी मंदिर धर्म स्थलों के पट बंद कर दिए गए है।