सतना से सांसद गणेश सिंह होंगे भाजपा प्रत्याशी: भाजपा ने जारी की 39 उम्मीदवारों की लिस्ट, मैहर से श्रीकांत के नाम पर लगी मुहर
सतना लोकसभा सीट से चार बार के सांसद गणेश सिंह इस बार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें सतना सीट से पार्टी प्रत्याशी बनाने का फैसला किया है। उधर,पूरे पांच साल असमंजस में उलझे रहे मैहर को लेकर भी भाजपा ने स्थिति स्पष्ट करते हुए श्रीकांत चतुर्वेदी के नाम पर मुहर लगाई है।
भारतीय जनता पार्टी ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी प्रत्याशियों की दूसरी सूची में सतना जिले की दो और सीटों के उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं। जिला मुख्यालय की सबसे प्रतिष्ठा पूर्ण सतना विधानसभा सीट से पार्टी ने इस बार अपने सबसे बड़े चेहरे पर दांव लगाया है। सतना सीट से इस बार चार बार के सांसद गणेश सिंह भाजपा प्रत्याशी होंगे।
वर्ष 2003 में उमा भारती की मप्र की सियासत में आमद के बाद भाजपा में आए गणेश सिंह वर्ष 2004 में पहली बार भाजपा के टिकट पर लोकसभा सदस्य चुने गए थे। जिस वक्त भाजपा ने उन्हें लोकसभा का टिकट दिया था, वे सतना जिला पंचायत के अध्यक्ष थे।
तब से लगातार वे सतना लोकसभा सीट पर भाजपा की विजय पताका फहराते रहे हैं। उन्होंने विधानसभा के डिप्टी स्पीकर डॉ. राजेंद्र कुमार सिंह,पूर्व सांसद सुखलाल कुशवाहा,पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल और पूर्व महापौर राजाराम त्रिपाठी को लोकसभा चुनावों में हराया। हालांकि उसके पहले उन्होंने विधानसभा चुनावो में भी किस्मत आजमाई थी लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
छात्र राजनीति से राजनैतिक सफर की शुरुआत करने वाले सांसद गणेश सिंह को ओबीसी का बड़ा चेहरा माना जाता है। लोकसभा चुनावों में यह फैक्टर उनकी जीत में बड़ी भूमिका निभाता आया है। हालांकि विधानसभा चुनाव के स्तर पर सतना सीट पर अगड़े वोटरों की भूमिका महत्वपूर्ण होगी।
बता दें कि सतना सीट से पूर्व विधायक शंकरलाल तिवारी, भाजयुमो के पूर्व अध्यक्ष रत्नाकर चतुर्वेदी शिवा, पूर्व जिलाध्यक्ष नरेंद्र त्रिपाठी, जिला उपाध्यक्ष विजय तिवारी, मंडल अध्यक्ष संजय तीर्थवानी, पूर्व आयोग सदस्य लक्ष्मी यादव, समाजसेविका बन कर लॉन्च हुईं स्वप्ना वर्मा, पर्वतारोही रत्नेश पांडेय भी भाजपा के टिकट के लिए दावेदारी कर रहे थे लेकिन इन सबके बीच भाजपा में सतना में अपने सबसे बड़े चेहरे गणेश सिंह पर भरोसा जताया है।
मैहर से नारायण की जगह श्रीकांत:
पिछले कई वर्षों से प्रदेश की सियासत में सुर्खियों में छाई रही सतना जिले की मैहर सीट को लेकर लगाई जा रही अटकलों पर भी भाजपा ने विराम लगा दिया है। भाजपा ने मैहर सीट से श्रीकांत चतुर्वेदी को प्रत्याशी बनाया है। श्रीकांत वर्ष 2018 के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी थे और भाजपा प्रत्याशी नारायण त्रिपाठी से 2984 मतों से चुनाव हार गए थे। श्रीकांत को 51893 और नारायण को 54877 वोट मिले थे।
मुकाबला नारायण से ही:
नारायण के बागी तेवरों के चर्चा में आने के बाद श्रीकांत भाजपा में शामिल हो गए थे। फिलहाल वे प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य हैं। माना जा रहा है कि इस बार भी उनका मुकाबला नारायण से ही होगा। हालांकि अब जब भाजपा ने नारायण के भाजपा प्रत्याशी होने की संभावनाओं को खत्म कर दिया है, तब यह अभी तय नहीं है कि वे किस दल से चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने अपनी पार्टी विंध्य जनता पार्टी (VJP) भी बना रखी है।
पिछले कई वर्षों से प्रदेश की सियासत में सुर्खियों में छाई रही सतना जिले की मैहर सीट को लेकर लगाई जा रही अटकलों पर भी भाजपा ने विराम लगा दिया है। भाजपा ने मैहर सीट से श्रीकांत चतुर्वेदी को प्रत्याशी बनाया है। श्रीकांत वर्ष 2018 के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी थे और भाजपा प्रत्याशी नारायण त्रिपाठी से 2984 मतों से चुनाव हार गए थे।
श्रीकांत को 51893 और नारायण को 54877 वोट मिले थे। नारायण के बागी तेवरों के चर्चा में आने के बाद श्रीकांत भाजपा में शामिल हो गए थे। फिलहाल वे प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य हैं। माना जा रहा है कि इस बार भी उनका मुकाबला नारायण से ही होगा। हालांकि अब जब भाजपा ने नारायण के भाजपा प्रत्याशी होने की संभावनाओं को खत्म कर दिया है,तब यह अभी तय नहीं है कि वे किस दल से चुनाव लड़ेंगे। उन्होने अपनी पार्टी विंध्य जनता पार्टी (VJP) भी बना रखी है।