वर्ल्ड क्लास मोहनिया टनल हुआ जलमग्न, अधिकारी बने रहे तमाशबीन, बड़ा हादसा टला, आपातकालीन स्तिथि से निपटने बनानी होगी ठोस योजना
- रीवा-सीधी के मध्य बनी वर्ल्ड क्लास टनल में भरा पानी
- बाणसागर की नहर फूटी
- दूसरे कैनाल में पानी डायवर्ट
- NH-39 में एक घंटे यातायात रहा ठप्प
- आपातकालीन स्तिथि से निपटने बनानी होगी कारगर योजना
गौरतलब है कि रीवा-सीधी एनएच 39 पर बनी मोहनिया टनल में बाणसागर की नहर क्षतिग्रस्त होने के कारण पानी भर गया है। जिसके कारण यातायात को परिवर्तित कर दिया गया है मौके पर जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारियों ने पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया और हालात को सुधारने का प्रयास जारी है।
बता दें कि एक और शुक्रवार को मुख्यमंत्री सीधी जिले को मेडिकल कॉलेज की सौगात देने आ रहे हैं। जिसे लेकर पूरा प्रशासनिक अमला व्यस्त है तो वहीं आधी रात बाणसागर की नहर टूटने के कारण प्रशासनिक अमले की व्यस्तता और अधिक बढ़ गई है।
रीवा/गुढ़। मध्यप्रदेश के रीवा-सीधी के मध्य मोहनिया पहाड़ में बनी वर्ल्ड क्लास टनल में गुरुवार की देर रात पानी भर गया। ऐसे में नेशनल हाईवे-39 में एक घंटे तक यातायात थमा रहा। बाणसागर की मुख्य CWC नहर फूटने की जानकारी सीधी जिला प्रशासन के माध्यम से शहडोल स्थित देवलौंद बांध के अफसरों को दी गई। तब तुरंत पानी बंद किया गया। हालांकि पानी का बेग कम होने में चार से पांच घंटे लग गए।
मोहनिया टनल के अंदर पानी भरने की जानकारी मिलते ही चुरहट विधायक शरदेंदु तिवारी, सीधी कलेक्टर और एसपी मौके पर पहुंचे है। उन्होंने बाणसागर के अधिकारियों से बात कर CWC मुख्य नहर के पानी को नीचे की ओर डायवर्ट कराया है। तब टनल की ओर जाने वाला पानी बंद हुआ है। ये वही टनल है जिसका 10 दिसंबर 2022 को केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने उद्घाटन किया था।
आधी रात फूटी नहर :
गुढ़ थाने के सब इंस्पेक्टर प्रवीण उपाध्याय ने बताया कि बुधवार की रात 11.30 बजे बाणसागर के मुख्य नहर फूटने की सूचना चुरहट बॉर्डर से आई थी। टनल में पानी भरने की जानकारी मिलते ही रीवा जिला प्रशासन सक्रिय हुआ। सबसे पहले टनल के मुख्य गेट में एहतियात के तौर पर आवागमन बंद करा गया। फिर सीधी छोर में जाकर टनल को देखा गया कि पानी कहां से आ रहा है।
हो सकती थी बड़ी अनहोनी :
सीधी जिला प्रशासन ने संयुक्त रूप से टीम बनाई। टनल के अंदर जा रहे पानी को डायवर्ट करने का प्लान बनाया। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और बाणसागर के अधिकारियों ने तय किया कि अगर फूटी नहर का पानी डायवर्ट हो जाए तो वर्ल्ड क्लास टनल को कोई खतरा नहीं है। ऐसे में जेसीबी की मदद से हाईवे के नीचे से जाने वाली नहर में पानी डायवर्ट कर बड़े हादसे को रोक दिया गया है।
घंटो रुका रहा पानी :
अफसरों का कहना है कि शहडोल जिले के देवलौंद स्थित बाणसागर बांध के अधिकारियों से रात 12 बजे बात कर पानी रोका गया है। तब टनल का पानी शुक्रवार की सुबह 4 से 5 बजे तक बहता रहा है। इसके बाद NHAI के अफसरों ने राहत की सांस ली है। कहते है कि नहर के पानी को पूरी तरह से खाली होने में सुबह हो गई। फिर भी रूक रूककर पानी मिनी नहर के रास्ते नदी में जाता रहा है।
टनल के मुहाने रहा अफसरों व नेताओं का जमघट :
बताया गया कि देर रात नहर फूटने के बाद चुरहट की ओर टनल के मुख्य द्वार में अफसरों व नेताओं की भीड़ जमा हो गई। ऐसे में दो घंटे के लिए यातायात बाधित हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि अचानक से बाणसागर नहर का पानी जब टनल में आया। मानाे बाढ़ जैसी स्थिति निर्मित हो गई।
वर्ल्ड क्लास टनल के ऊपर बनी नहर के फूटने से बाणसागर विभाग के जिम्मेदारों के दावों की पाेल खुल रही है।