रीवा: पत्रकारों के साथ पुलिस कब तक करेगी अन्याय? कब मिलेगा इस पत्रकार को इन्साफ
रीवा: गौरतलब है कि बहुचर्चित थाना प्रभारी जवा गीतांजलि सिंह द्वारा पत्रकार विजय कुमार तिवारी के साथ अभद्रता की गयी थी जिसकी शिकायत पत्रकार ने SDOP सिरमौर एवं एसपी रीवा से की थी। परन्तु आज दिनांक तक पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की।
उसी मामले में गत दिवस, सम्पूर्ण पत्रकारिता जगत पर अभद्र एवं अपमान जनक टिप्पणी के विरोध में पत्रकारो का प्रतिनिधि मंडल द्वारा पुलिस अधीक्षक रीवा विवेक सिंह को एक ज्ञापन सौपा गया है।
ज्ञापन में मांग की हई है की, 48 घण्टे के अंदर थाना प्रभारी जवा का निलंबन किया जाए एवं विभागीय कार्यवाही की जाए।
ज्ञापन में कहा गया है कि कार्यवाही न होने की दशा में पत्रकार संघ द्वारा पुलिस अधीक्षक कार्यालय रीवा में 1 सितम्बर 2023 को आमरण अनशन एवं भूख हड़ताल किया जाएगा। इसकी सूचना पुलिस अधीक्षक को दी जा चुकी है।
देखना दिलचस्प यही होगा कि पुलिस महकमा पूरे घटनाक्रम पर क्या और किस प्रकार की कार्यवाही करेगा। अन्यथा पत्रकार परिवार को अनशन पर बैठने के लिए मजबूर होना पड़ेगा ???
एक सवाल जरूर उठता है कि, जब भी नेताओ, राजनीतिज्ञों, जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियो और पुलिस महकमे को जरुरत होती है तो लोकतंत्र के इस चौथे स्तम्भ की बड़ी आवभगत की जाती है। बड़ा सम्मानित किया जाता है, परन्तु जब भी किसी पत्रकार को अपमानित किया जाता है या उसे किसी की जरुरत होती है तो सब उसे अनाथ की भाति छोड़ देते है। कोई साथ नहीं देता। आखिर क्यों ? एक कारण तो है रीवा के पत्रकारों में एकता की कमी, यानी कुछ हाल यूँ है कि तेरी मुसीबत तू देख, मै तो राजा की बिलारी हूँ, अभी मलाई खा रहा हूँ। मुझे क्या, परन्तु राजा की हर बिलारी का एक दिन आता है जब वो खिसियानी बिल्ली बना दी जाती है और विवश होकर सिर्फ खम्भा नोचना बचता है। .इसलिए सभी पत्रकार एकता बनाये तो ही अच्छा बहरहाल देखना है कि इस मामले में पुलिस की तानाशाही यूँ ही चलती है कि पीड़ित पत्रकार को न्याय मिल पाता है ???