मप्र विधानसभा चुनाव 2023: हवा हवाई बातो से लेकर आम लोगो की जुबान पर चढ़ता चुनावी रंग (Series 3)
MP Election News 2023 : सूबे में विधानसभा चुनाव की लहर हवा हवाई से अब सीधा लोगो की जुबान पर आ गया है। चुनावी खुमार लोगो के सर चढ़ कर बोल रहा है।
भोपाल, राजधानी मुख्यालय से लेकर विकासखंडों में लगने वाले हॉट बाजारों तक आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर चर्चा जोरों पर जारी है। देशभर में पिछले कुछ माह में हुए घटनाक्रम जैसे उत्तरप्रदेश का अतीक केस, कर्नाटक के चुनाव परिणाम, राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा, राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता, उड़ीसा में हुई रेल दुर्घटना, रुपये 2000 की नोटबंदी, पेट्रोल डीजल के स्थाई रेट, बेमौसम बारिश आदि से हुआ किसानों का नुकसान भी मध्यप्रदेश में होने वाले चुनाव की चर्चा में खुद बी खुद जुड़ गए है। हलाकि हैरानी की बात नहीं है क्युकी ये तो फिर भी विधानसभा चुनाव है, सूबे में हाल तो ये है कि पार्षदी और सरपंची के चुनाव में भी मोदी,राहुल जैसे राष्ट्रीय नेताओ की बातें और पाकिस्तान और चीन की बाते भी मुद्दा बन जाती है। लोग इनमे उलझकर खूब चटखारे लेते है।
हाल ये है कि जनता पडोसी प्रदेश की योगी सरकार से इतना प्रभावित है कि शिवराज सरकार को उन्ही पैमानों पर तोलना मोलना चाहती है। शिवराज सरकार की बुलडोज़र नीति भी योगी सरकार से ही आयातित निति है। जो आजकल मप्र में लोगो की जुबान पर आम है। चर्चा तो यहाँ तक है कि जहा एक तरफ लोग योगी को मोदी का विकल्प मानने लगे है तो वही सूबे में एक धड़ा ऐसा भी है शिवराज को भी मोदी का विकल्प बताने से नहीं चूक रहे है।
मध्यप्रदेश में चलने वाली लाड़ली बहना योजना जनता के बीच काफी लोकप्रिय हो गई है। जिसको मद्देनजर रखते हुए कांग्रेस ने भी नारी सम्मान योजना का वचन देकर जनता से जुड़ने का प्रयास किया है। आलम ये है कि जैसे ही सीएम शिवराज कोई योजना लाते हैं वैसे ही कांग्रेस उसकी काट खोजकर पलटवार कर देती है। प्रदेश में चुनावी नूरा कुश्ती जमकर चल रही है।
संगठनों की उथल पुथल और निर्णय :
भाजपा और कांग्रेस दोनों ही संगठनों में कई बार प्रदेश अध्यक्ष बदलने और मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा? जैसे मुद्धे सोशल मीडिया से लेकर मीडिया तक सुर्ख हुए, अब भी जनता की बीच चर्चा का विषय बने हुए है। दिल्ली का बार बार हस्तक्षेप भी जनता का रोमांच बढ़ा देता है।
प्रदेशभर में हो रहे जाति, समाज आधारित कार्यक्रम गांव गांव में शिवराज सरकार की जातियों, समाजों के उत्थान के लिए घोषणाओं को घर घर चर्चा का विषय बना रही है।
शिक्षा, राजस्व के क्षेत्र में हाल में हुई हजारों नियुक्तियों से प्रदेश में भर में सरकारी नौकरियों के प्रति युवाओं में उम्मीद जागी है।
प्रदेश में रोजाना हो रहे महिला अपराध, केंद्रीय एजेंसियों द्वारा प्रदेश में पकड़े जा रहे अपराधी, लोकायुक्त द्वारा पिछले वर्षों में भारी भरकम कमाई करने वाले अधिकारी कर्मचारियों की धरपकड़ जनता के बीच चर्चा को मसालेदार बना देते है।
लोगो की चर्चाओं में आम है कि ग्रामीण क्षेत्रों में पटवारी, सचिव, रोजगार सहायक और तहसीलदार के कारनामे भाजपा के लिए चुनाव में भारी पड़ सकते है।