रीवा: बारिश ने खोली स्वक्छ्ता सर्वेक्षण की पोल, शहर का रंगरोगन चढ़ा बारिश की भेट,कचरे का लगा अम्बार,सर्वे की तारीख का अता पता नहीं

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रीवा: बारिश ने खोली स्वक्छ्ता सर्वेक्षण की पोल, शहर का रंगरोगन चढ़ा बारिश की भेट, सर्वे की तारीख का अता पता नहीं

शहर का रंगरोगन चढ़ा बारिश की भेट तैयारियां फीकी दिखने लगी सर्वे की तारीख का अता पता नहीं बरसात ने की चमक फीकी अप्रेल-मई महीने सर्वे के लिए नगर निगम ने पूरे शहर में रंगरोगन कराया था लाखो रूपये लगे थे रंगरोगन में कैसे होगी भरपाई

रीवा: गौरतलब है कि नगर निगम ने अप्रैल-मई माह में प्रस्तावित स्वक्छ्ता सर्वेक्षण के मद्देनजर लाखो रूपये खर्च करके पुरे शहर में रंगरोगन कराया था जीसकी पोल बारिश ने खोल कर रख दी है। वही दूसरी तरफ सर्वे कब होगा इसका भी अब तक कोई अता पता नहीं है।

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बहरहाल स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए पूरे साल की जाने वाली तैयारियों के बाद मूल्यांकन के लिए होने वाले सर्वे को लेकर इस साल तारीखों को लेकर असमंजस है। जो सर्वे जनवरी-फरवरी के बीच होना था, उसकी तारीख बढ़ाकर अप्रेल-मई का समय दिया गया था। जो नहीं हुआ और अब तो तारीखों का पता भी नहीं है।

आपको बता दें कि नगर निगम ने करीब 56 लाख रुपए खर्च कर शहर की प्रमुख दीवारों और अन्य स्थलों में चित्रकारी कराई थी, इससे शहर की सुंदरता बढ़ी है, लेकिन अब बरसात के कारण यह खराब होने लगी है। जिससे यह प्रदर्शित होता है कि रंगरोगन में कुछ खेला तो हुआ है। नहीं तो घरों में या प्राइवेट भवनों में जो रंगरोगन होता है वह तो वर्षो चमकदार बना रहता है। फिर क्या वजह है कि सरकारी रंगरोगन महज कुछ मिलीमीटर की बारिश ने ही धो डाली। यह तो जांच का विषय होना चाहिए जिसे लकेकर न तो प्रशासन कुछ बोल रहा है और ना ही जनप्रतिनिधि और ना ही कोई संगठन। सब एक थैली के चट्टे बट्टे बने बैठे। कुल मिलाकर अगर कहे तो उक्त कार्य उच्च गुणवत्ता का नहीं रहा और जमकर कमिशनखोरी हुई जिसकी वजह से रंगरोगन की कलई खुलती दिख रही है।

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सर्वे कब होगा, इसकी अब तक तारीख तय नहीं हो पाई है। निगम के अधिकारियों को भोपाल और दिल्ली से तैयारी बनाए रखने के लिए कहा जा रहा है। अब बरसात के दिनों में शहर में पहले जैसी स्वच्छता नहीं दिख रही है। सड़कों पर कीचड़ और कचरा नजर आ रहा है। इस साल सर्वे को लेकर कोई निर्धारित अवधि घोषित नहीं होने के कारण निगम प्रशासन भी उदासीन होता जा रहा है। जिसके चलते कई तैयारियां अब तक कमजोर हैं। सड़कों के किनारे खुली नालियों में मलबा भरा नजर आ रहा है। कचरा उठाने वाली कंपनी की कार्यशैली अक्सर ही सवालो के घेरे में रही है।

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अगले सप्ताह से सर्वे प्रारंभ होने की उम्मीद :
रीवा ही नहीं पूरे प्रदेश में अभी सर्वे प्रारंभ नहीं हुआ है। इंदौर-भोपाल जैसे शहरों में १५ जुलाई के बाद सर्वे प्रारंभ होने का अनुमान है। इसके बाद रीवा में भी स्वच्छता सर्वे की टीम आने की संभावना है। इस कारण नगर निगम आयुक्त ने अधिकारियों को वार्डों में नजर बनाए रखने को कहा है। रीवा में दो तरह के सर्वे होना है, एक गारबेज फ्री सिटी और दूसरा सर्विस लेवल प्रोग्रेस का सर्वे होगा। इस दौरान सिटीजन फीडबैक भी लिया जाएगा।

स्वच्छता सर्वेक्षण की हमारी तैयारियां पूरी हैं। वार्डों में बराबर निगरानी के लिए अधिकारी पहुंच रहे हैं। सर्वे कब होगा इसकी सूचना नहीं है लेकिन स्वच्छता जागरुकता गतिविधियां लगातार चल रही हैं।
संस्कृति जैन, आयुक्त नगर निगम रीवा

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