रीवा: दलित को पहनाई जूतों की माला, निकाला जुलुस! अब कहा है सीएम का न्याय का झुनझुना? क्या इस पीड़ित को भी बुलाएंगे भोपाल,करेंगे सम्मान,देंगे आर्थिक मदद,धोयेंगे चरण,बनायेगे दोस्त? क्या चलेगा बुलडोज़र?

देखिये इसे भी :रीवा- मूत्र विसर्जन के बाद एक और वीडियो हुआ वायरल; दलित को पहनाई जूतों की माला, निकाला जुलूस !

रीवा: दलित को पहनाई जूतों की माला, निकाला जुलुस! अब कहा है सीएम का न्याय का झुनझुना? क्या इस पीड़ित को भी बुलाएंगे भोपाल,करेंगे सम्मान,देंगे आर्थिक मदद,धोयेंगे चरण,बनायेगे दोस्त? क्या चलेगा बुलडोज़र?

दलित को पहनाई जूतों की माला, निकाला जुलुस! अब कहा है सीएम का न्याय का झुनझुना? क्या इस पीड़ित को भी बुलाएंगे भोपाल, करेंगे सम्मान? क्या चलेगा बुलडोज़र ? …जनता तो सीएम से यही सवाल पूछना चाह रही है। क्या जनता को जवाब मिलेगा ?

देखिये इसे भी : रीवा- विधायक सहित शासन से गुहार, नहीं आए अच्छे दिन; देखिये क्या है समस्या !

गौरतलब है कि युवक की जूतों से पिटाई करने के बाद जूतों की माला पहना कर जुलूस निकाले का मामला सामने आया है। दरअसल मामला 1 सप्ताह पुराना है , लेकिन सीधी पेशाब काण्ड उजागर होने और उस मामले में कार्यवाही होने के बाद युवक का हौसला बढ़ा और उसने आपबीती पीड़ा बताई है

दलित के ऊपर मूत्र विसर्जन क्षत्रिय की चप्पलों से पिटाई के बाद एक बार फिर दलित को जूतों की माला पहना कर निकाला गया जुलूस

देखिये इसे भी :रीवा:शिकायत 12 लाख रुपए लेकर भागने की आरोपी से बरामद हुए 15लाखपुलिसजांच में जुटी
दलित को जूतों की पहनाई माला जुलुस निकलकर घुमाया पूरा बाजार सरहंगो के डर से तमाशबीन बने रहे ग्रामीण दहशत में पीड़ित का परिवार घर से बाहर रहने को मजबूर

रीवा: सीधी पेशाब काण्ड को हुए अभी एक हफ्ता भी नहीं बीता कि जिले में एक बार फिर से दलित युवक को प्रताड़ित करने का मामला सामने आया है।

देखिये इसे भी : रीवा- युवक की दौड़ा-दौड़ा कर चप्पलों से पिटाई, वीडियो वायरल एसपी ने थानाप्रभारी को दिए निर्देश
आपको बता दें कि जिले के सोहागी थाना क्षेत्र अंतर्गत एक शर्मसार करने वाला मामला प्रकाश में आया है।

दरअसल मामला रीवा जिले के सोहागी थाना क्षेत्र का है, जहां के रहने वाले इंद्रजीत माझी नाम के युवक के साथ बेरहमी से मारपीट की गई है।
आपको बता दें कि न केवल मारपीट की गयी बल्कि मारपीट करने वालों के द्वारा बड़े ही शर्मनाक तरीके से उसकी जूता चप्पल से पिटाई की गई।

देखिये इसे भी : MP के सबसे बड़े किराना बाजार सियागंज में भीषण आग, कारोबारियों का करोड़ों का नुकसान
सरहंग इतने पर ही नहीं रुके बल्कि जिन जूतों चप्पलों से मारा, उन्ही जूतों चपल्लों की माला पीड़ित के गले में डालकर पूरे गांव में उसका जुलूस निकाला गया।

साथ ही शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी दी गई थी। इसलिए अपने और परिवार की जान के डर से युवक ने उस समय तो कोई शिकायत नहीं की। शर्म और अपमान का घूट पीकर रह गया था। अंदर ही अंदर रोज तड़प रहा था और बेमौत मर रह था।

देखिये इसे भी : देखिये कैसे मगध मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई करने वाली छात्राओं के सर पर मंडरा रहा है मौत का साया

परन्तु हाल ही में सीधी पेशाब काण्ड में दबंग आरोपियों के खिलाफ हुई कार्यवाही से पीड़ित को संबल मिला और उसने थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई है। युवक से प्राप्त जानकारी अनुसार अमानवीय कृत्य करने वाले सोहागी थाना क्षेत्र के रहने वाले हरिओम सिंह, रिंकू सिंह और देशपाल सिंह बताए जाते हैं।

आपको बता दें कि आरोपियों में देशपाल सिंह और हरिओम सिंह बाप-बेटे हैं, जिनके द्वारा इंद्रजीत माझी के साथ अमानवीय कृत्य किया गया है। बताया जाता है कि युवक के शरीर में गंभीर चोटें पहुंची हैं, जिसका शिकायत के बाद पलिस द्वारा मेडिकल परीक्षण कराया गया है और पुलिस ने मारपीट जान से मारने की धमकी देने सहित अन्य धाराओं में मामला पंजीबद्ध किया है।

पुलिस का कहना है कि मामला पंजीबद्ध करके जांच पड़ताल की जा रही है। मेडिकल रिपोर्ट, पीड़ित के ब्यान और जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उस आधार पर विधिसंवत कार्याही होगी।

उल्लेखनीय है कि लगातार रीवा जिले में अमानवीय कृत्य करने के बाद वीडियो बनाने के मामले उजागर हो रहे है, इससे तो यही सन्देश जाता है कि अपराधियों के मन में कानून और कार्यवाही का लेश मात्र भी डर नहीं रह गया है। दरअसल अगर आप गौर करे तो देखेंगे कि सिलसिलेवार ढंग से घटनाये घटित हो रही है फिर चाहे सीधी में दलित युवक के ऊपर बाथरूम करने, गोविंदगढ़ थाना क्षेत्र में क्षत्रिय युवक की चप्पलों से पिटाई की जाना और अब सोहागी में युवक की चप्पलों से पिटाई करना और जुलुस निकलना।

सवाल पुलिस और प्रशासन पर भी :
हलाकि इन सभी मामलो में प्रश्नचिन्ह पुलिस और प्रशासन पर भी उठता है कि आखिर इन जिम्मेवारों को घटना घटित होने के बाद भी क्यों नहीं भनक लगती ? क्या कारण है कि उपरोक्त वर्णित सभी घटनाओ का पता पुलिस को तब चला जब कोई वीडियो वायरल हुआ या फिर पीड़ित ने शिकायत की ? आखिर पुलिस का मुखबीरतन्त्र को क्या हो गया है ? मुख्य अवसरों/समारोहों पर तमगो से सजी पुलिस की कार्यशैली और कार्यप्रणाली पर सवाल उठना तो लाजमी है , जिसका जवाब पुलिस प्रशासन और सत्तासीन हुक्मरानो को खोजना ही होगा।

सीएम क्या करेंगे ?
सीधी पेशाब काण्ड में आनन् फानन में सीएम ने सक्रिय होते हुए पीड़ित को भोपाल बुला लिया और उसके साथ घूमे और भोजन भी किया, पीड़ित को अपना दोस्त बताया, साथ ही उसकी पांच लाख की आर्थिक सहायता और घर बनाने हेतु धन की सहायता देने का एलान किया। आरोपी के घर बुलडोज़र भी चला।
अब देखने वाली बात यह होगी कि ‘सोहागी जूता चप्पल काण्ड’ के प्रकाश में आने बाद क्या आरोपियों की संपत्ति पर सीएम का बुलडोजर चलता है या फिर वोट बैंक की राजनीति आड़े आ जाती है? क्या इस पीड़ित को भी बुलाएंगे भोपाल, करेंगे सम्मान, धोयेंगे चरण, साथ खायेगे खाना, साथ में घूमेंगे, बनायेगे दोस्त, देंगे आर्थिक सहायता ? या फिर पीड़ित पीड़ित में अंतर् होता है !

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *