
- 3 देशों की यात्रा कर लौटे पीएम मोदी
- भव्य स्वागत
- कहा: आज पूरी दुनिया भारत को सुनती है
तीन देशों की यात्रा कर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत लौट आए हैं। आज सुबह करीब 5.10 बजे दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर उनका विमान लैंड हुआ।
प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए कई BJP कार्यकर्ता रात भर से पालम एयरपोर्ट के बाहर ही खड़े रहे। BJP की दिल्ली प्रदेश यूनिट ने पीएम के स्वागत में रातभर एयरपोर्ट के बाहर ही जश्न मनाया है। BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा, मैं दुनिया के देशों में जाकर के, दुनिया के महापुरुषों से मिल कर के हिंदुस्तान के सामर्थ्य की बात करता हूं।
मैं आंखें नीची नहीं करता हूं। आंखें मिला कर बात करता हूं। पीएम मोदी के साथ देश के विदेश मंत्री एस.जयशंकर भी यहां पहुंचे। पीएम नरेंद्र मोदी ने एयरपोर्ट पर लोगों को संबोधित किया।
इसके बाद वहां उनके स्वागत के लिए मौजूद लोगों से मुलाकात की। वह अपना काफिला छोड़ पैदल ही चल दिए और हाथ हिलाकर अभिवादन करते हुए लोगों से मिले। हिंदुस्तान के युवा पीढ़ी के टैलेंट की चर्चा करता हूं – पीएम मोदी पीएम मोदी ने कहा, मैं आप से भी यही कहूंगा कि हिंदुस्तान की संस्कृति, महान परंपरा के बारे में बोलते हुए कभी भी गुलामी वाली मानसिकता में डूब मत जाना। हिम्मत के साथ बात कीजिए।
दुनिया सुनने को आतुर है। जब मैं यह कहता हूं कि हमारे तीर्थ क्षेत्रों पर हमले स्वीकार नहीं हैं तो दुनिया भी मेरे साथ दिखती है। उन्होंने आगे कहा कि मैं तो दुनिया में जाकर आपके पराक्रमों के गीत गाता हूं। मैं दुनिया के देशों में जाकर दुनिया के महापुरुषों से मिलकर के हिंदुस्तान के सामर्थ्य की बात करता हूं।
हिंदुस्तान के युवा पीढ़ी के टैलेंट की चर्चा करता हूं और अवसर मिलने पर भारत कैसे खिल उठता है, भारत के नौजवान कैसा पराक्रम करके दिखाते हैं, ये बात मैं दुनिया को बताता हूं।
प्रधानमंत्री मोदी ‘विश्व गुरु’ हैं” विदेश मंत्री ने कहा, जब पीएम मोदी पापुआ न्यू गिनी में उतरे और जिस आदर से वहां उनका स्वागत हुआ , सबने देखा। पापुआ न्यू गिनी के पीएम ने कहा कि उनके लिए प्रधानमंत्री मोदी ‘विश्व गुरु’ हैं। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने मोदी जी को ‘द बॉस’ कहा, इसमें भी एक कहानी है कि उन्होंने मुझसे कहा कि ये उनके भाषण में नहीं था पर ये उनकी भावना थी।
भारत ने वैक्सीन की जिम्मेदारी संभाली पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि जब कोरोना के चलते बुरे हालात थे।पूरी दुनिया के समृद्ध से समृद्ध देश भी कोरोना के सामने घुटने टेक दिए थे। हमारे कई परिवारों ने अपनों को खो दिया। लेकिन जब मैं विदेश में लोगों से मिला, तो हर किसी की आंख में आंसू थे। उनकी आंखें बता रही थीं कि आपने वैक्सीन दी।इसलिए हम जिंदा हैं। दुनिया के करोडों लोगों की जिंदगी भारत की वैक्सीन ने संभाली। चुनौतियों को चुनौती देना मेरे स्वभाव में है – पीएम मोदी पीएम मोदी आगे कहा कि जब मुझसे हिसाब मांगा जाता था। पूछा जाता है कि आपको वैक्सीन देने की क्या जरूरत है?
मैं कहना चाहता हूं कि यह बुद्ध, गांधी की भूमि है। हम दुश्मनों की भी भलाई करते हैं। हम करुणा से भरे हुए लोग हैं। हमें ऐसे ही आगे बढ़ना है।
उन्होंने कहा कि अब आगे चुनौती बहुत बड़ी है। लेकिन चुनौतियों को चुनौती देना मेरे स्वभाव में है। दो तरह की चुनौती है। कभी किसी देश को अपनी जड़ों से मजबूत करना बहुत बड़ी चुनौती होती है। दूसरा भारत को विश्व के अनुरूप भारत को शिखर पर ले जाना बहुत बड़ी चुनौती है। आज पूरी दुनिया की उम्मीदें भारत से बढ़ रही हैं।