टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली के कंधे पर काफी हद तक टीम की जिम्मेदारी रहती है. अगर कोहली फॉर्म में है तो सब ठीक है, लेकिन अगर वह फॉर्म में नहीं होते हैं तो टीम के लिए चिताएं बढ़ जाती है. कोहली का फॉर्म के लिए बेहद मायने रखती है, फिर चाहे वो वनडे हो, टी-20 हो या फिर टेस्ट फॉर्मेट ही क्यों न हो. कोहली पिछले कुछ सालों से अपने सबसे खराब फॉर्म से गुजर रहे थे, लेकिन उन्होंने टी20 वर्ल्ड कप में शतक और श्रीलंका के खिलाफ वनडे में शतक लगाकर दोनों फॉर्मेट में तो अपनी वापसी की ,लेकिन उन्हें अभी भी टेस्ट फॉर्म की तलाश है.
नागपुर में खेले गए गए बॉर्डर गावस्कर सीरीज के पहले मैच में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को पारी और 132 रनों से हराया. उस मैच में टीम इंडिया के कई खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन रहा. रोहित शर्मा ने शतक लगाया. वहीं ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल ने अर्धशतक जड़ा, लेकिन विराट कोहली का बल्ला एक बार फिर खामोश रहा. कोहली ने इस मुकाबले में 26 गेंदों में सिर्फ 12 रनों की पारी खेली.
टेस्ट में कोहली का हुआ खराब औसत
टेस्ट फॉर्मेट में विराट कोहली कितने बुरे फॉर्म से गुजर रहे हैं, इसका अंदाजा एक आंकड़े से लगाया जा सकता है. हम आपको उन टॉप 5 खिलाड़ियों के बारे में बताते हैं, जिन्होंने साल 2020 से अब तक में टेस्ट में सबसे कम औसत से रन बनाए हैं. इन आंकड़ों में हमने उन बल्लेबाजों को शामिल किया है, जिन्होंने टॉप-7 में बल्लेबाजी करते हुए कम से कम 25 पारियां खेली हैं.
जेसन होल्डर- वेस्टइंडीज, 22.83 की औसत
अजिंक्य रहाणे-भारत, 24.08 की औसत
जॉन कैंपबेल- वेस्टइंडीज, 24.58 की औसत
विराट कोहली-भारत, 25.80 की औसत
रॉरी बर्न्स- इंग्लैंड, 27 की औसत
क्या दिल्ली टेस्ट में वापसी करेंगे विराट?
विराट कोहली का तीनों फॉर्मेट में 50 के ऊपर का औसत रहा था. लेकिन अब पहली बार उनका ओवरऑल टेस्ट औसत 48.68 पर आ गया है. इसका कारण 2020 से उनका 25.80 की औसत से रन बनाना ही है. अब देखना होगा कि विराट कोहली ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चल रही मौजूदा बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दूसरे यानी दिल्ली टेस्ट मैच में अपने टेस्ट औसत को सुधार पाते हैं या नहीं.