हेयर स्ट्रेटनिंग(Hair straightening) कराने से पहले जान लें ये जरूरी बातें,वरना हो सकता है पछतावा..

बालों में कराने जा रहे हैं स्ट्रेटनिंग, तो हो जाइए सावधान! जान लीजिए कुछ जरूरी बाते,वर्ना कही आपको  पछताना न पड़ जाए...

हेयर स्ट्रेटनिंग कराने से पहले जान लें ये जरूरी बातें, वरना हो सकता है पछतावा...

हेयर स्‍ट्रेटनिंग (HairStraightening) प्रक्रिया में केमिकल सॉल्यूशन का प्रयोग किया जाता है जिससे बालों के टेक्‍सचर और नेचुरल हेयर प्रोटीन प्रभावित होता है. अगर सही ढंग से इसका इस्‍तेमाल ना किया जाए तो इससे आपके बाल डैमेज हो सकते हैं. ऐसे में इसे कराने से पहले कुछ जरूरी बातों को जानना जरूरी होता है.
आजकल स्ट्रेट बाल काफी ट्रेंड मे है. महिलाओं के साथ साथ पुरुष भी स्ट्रेट बाल कराना पसंद कर रहे हैं. ऐसे में अगर आपको भी अपने बाल स्ट्रेट कराने की इच्‍छा है तो यह जरूरी है कि आप इसके बारे में हर तरह की जानकारी ले लें. परमानेंट हेयर स्ट्रेटनिंग से आपके बाल भले ही काफी खूबसूरत, मैनेजेबल और स्टाइलिश लगें लेकिन इसके इस्‍तेमाल के बाद बालों को नुकसान भी हो सकता है. बालों को नुकसान से बचाने के लिए आपको खास हेयर केयर (Hair Care) रुटीन को फॉलो करने की जरूरत होती है. तो आइए जानते हैं कि बालों में हेयर स्‍ट्रेटनिंग का क्‍या असर होता है.

हेयर स्ट्रेटनिंग के बाद बालों की जड़ों में केमिकल पहुंच जाते हैं, जिसके वजह से बालों की ग्रोथ कम हो जाती है और बाल ज्यादा टूटने लगते हैं। इसलिए अपने बालों को बचाने के लिए आप जब भी हेयर स्ट्रेटनिंग करें तो हीट प्रोटेक्टेंट का जरूर इस्तेमाल करें. इससे आपके बाल हल्दी और मजबूत बने रहेंगे.
बहुत सी महिलाएं अपने बालों को रोज स्ट्रेट करती हैं, ऐसी गलती बिल्कुल नहीं करनी चाहिए.

कितना सुरक्षित है हेयर स्‍ट्रेटनिंग:
हेयर स्‍ट्रेटनिंग प्रक्रिया में केमिकल सॉल्यूशन का प्रयोग किया जाता है जिससे बालों के टेक्‍सचर और नेचुरल हेयर प्रोटीन प्रभावित होते हैं. अगर सही ढंग से इसका इस्‍तेमाल ना किया जाए तो इससे आपके बाल डैमेज हो सकते हैं. इस ट्रीटमेंट के बाद बालों को खास देखभाल की भी जरूर होती है.

हेयर स्ट्रेटनिंग के तरीके:
जापानी थर्मल रिकंडिशनिंगइस प्रक्रिया_
इस प्रक्रिया में हीट(heat) और केमिकल सॉल्यूशन(chemical solution) की मदद से बालों के कर्ल पैटर्न(कर पैटर्न) को चेंज कर स्‍ट्रेट किया जाता है. सबसे पहले बालों को धोकर एक केमिकल सॉल्यूशन लगाया जाता है. इसे आधे घंटे तक छोड़ दिया जाता है. ऐसा करने से बालों का प्रोटीन टूटता है और बालों का रिस्ट्रक्चर होता है. आधे घंटे बाद बालों को ठंडे पानी से क्‍लीन कर हीट एक्सपोजर दिया जाता है. अंत में केमिकल सॉल्यूशन बालों में लगाया जाता है और तीन दिन बाद दोबारा से ये प्रक्रिया दोहराई जाती है.

केराटिन ट्रीटमेंट (Keratin Treatment)_
केराटिन ट्रीटमेंट सबसे सुरक्षित हेयर स्ट्रेटनिंग (hair straightning) तरीका माना जाता है. केराटिन ट्रीटमेंट उन बालों के लिए अच्छा है, जो केमिकल ट्रीटमेंट, हीट स्टाइलिंग से डैमेज हो गए हैं। यह बालों को हाइड्रेट रखता है। बालों को नरम, चिकना, मजबूत, चमकदार और फ्लाईवे से मुक्त बनाने में मदद करते हैं।इसका पूरा नाम है केराटिन प्रोटीन ट्रीटमेंट और जिसको बालों की चमक और स्मूथनेस बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. दरअसल केराटिन बालों में नैचरल तरीके से मौजूद प्रोटीन होता है जो बालों में चमक को बरकरार रखता है. लेकिन आज की लाइफ स्टाइल, धूप, प्रदूषण और केमिकल्स मिक्स प्रोडक्ट के इस्तेमाल की वजह से बालों में मौजूद नैचुरल प्रोटीन कम होने लगता है. जिससे बाल रूखे, उलझे, अनमैनेजेबल और डैमेज होने लगते हैं. बालों में नैचुरल प्रोटीन को फिर से रीस्टोर करने के लिए ही इस ट्रीटमेंट की मदद ली जाती है. इस ट्रीटमेंट के ज़रिये बालों में आर्टिफिशल केराटिन डाला जाता है. जिससे बालों को सिल्की, शाइनी, स्मूथ और मैनेजेबल बनाया जा सके.
इस प्रक्रिया में सबसे पहले बालों को धोया जाता है और बालों में केराटिन सॉल्यूशन लगाकर 2 से 5 मिनट तक छोड़ दिया जाता है. फिर फ्लैट आयरन की मदद से बालों को रीस्ट्रक्चर किया जाता है.
हेयर रिबॉन्डिंग (hair rebonding) इसे करने के लिए बालों को शैंपू कर अलग अलग सेक्शन में बांटा जाता है और फिर बालों में रिलेक्सेंट की एक मोटी लेयर लगाई जाती है. इसके बाद इसे सेट किया जाता है. 45 मिनट तक बालों में रहने के बाद 10 से 40 मिनट तक स्टीम दी जाती है. इसके बाद रिलेक्सेंट को हटा दिया जाता है और बालों की डीप कंडीशनिंग की जाती है. फिर बालों में केराटिन लोशन लगाया जाता है. इस प्रक्रिया के आधे घंटे बाद बालों को धोकर ब्लो ड्राई किया जाता है. फिर फ्लैट आयरन से बालों को स्ट्रेट किया जाता है.

क्या स्ट्रेटनिंग (Straightning)बाल खराब करते हैं:
दुर्भाग्य से, यह कुछ कारणों से फ्लैट आयरन को बुरी खबर बना देता है: 350 फ़ारेनहाइट (180 डिग्री सेल्सियस) से अधिक तापमान पर क्यूटिकल क्षतिग्रस्त हो जाते हैं। गर्मी आपकी खोपड़ी को भी नुकसान पहुंचा सकती है, जिससे यह सूख जाती है और पपड़ीदार हो जाती है।
इसलिए अगर सही तरीके से हेयर स्ट्राइटनिंग न कि जाए तो ये खतरनाक नहीं बेहद खतरनाक हो सकती है। चुकी मामला खोपड़ी से जुड़ा है तो ये आपको पागल या psycho (साइको) बना सकती है। कैंसर का कारन भी बन सकता है इम्प्रॉपर हेयर straightning . इसलिए जब भी कराये बहुत सोच समझकर करायेI


फ्लैट आयरन(flat iron) एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है, जो कभी कभी खराब भी हो जाती है, ऐसे में अगर फ्लैट आयरन एक सही तापमान(temperature) पर ऑटो कटऑफ (auto cutoff) नही हुआ और ज्यादा गर्म हो गया,तो सर में छू जाने पर,सर को अत्याधिक गर्म कर सकता है,जिसके परिणाम गंभीर भी हो सकते है।इसलिए जब भी फ्लैट आयरन करें/करवाएं तो मशीन की बारीकी से जांच अवश्य कर लें।


हेयर स्‍ट्रेटनिंग के बाद इस तरह करें हेयर केयर:
हेयर एक्‍सपर्ट की सलाह लें
उपयुक्‍त शैंपू और कंडिशनर का इस्‍तेमाल करें
सही ब्रश का इस्‍तेमाल करें,सुलझाने के लिए चौड़े कंघे का प्रयोग कीजिए
बालों को खुला रखें और धूप से बचाएं
मेहंदी और कलर से बचें,अगर कलर या मेहदी लगाना है,तो हेयर स्ट्रेटनिंग के पहले ही लगा लें
अपने बालों को हर समय डी टैंगल रखें
शैंपू के बाद हमेशा कंडीशनर लगाएं
बालो को धोने के लिए कभी भी गर्म पानी न इस्तेमाल करे, क्युकी गर्म पानी से बाल धोने से,बालो की नमी खत्म हो जाती है

बालों को सीधा करना अच्छा है या बुरा:
अपने बालों में फॉर्मलडिहाइड लगाने और इसके धुएं को अंदर लेने से साइड इफेक्ट(side effects) के लिए पर्याप्त जोखिम(risk) होता है, जिसमें शामिल हैं: श्वसन संबंधी (breathing related problems) कठिनाइयाँ। आपकी नाक और आंखों में जलन।
A 2021 study on hair straightening treatments found formaldehyde levels that were deemed high enough to pose a health hazard for consumers .

क्या बालों को सीधा करने से नुकसान होगा:
बालों को सीधा करने में सबसे बड़ी समस्या यह है कि गर्मी बालों को नुकसान पहुंचाती है । स्ट्रेटनर (straightner) से निकलने वाली गर्मी न सिर्फ बालों को तोड़ सकती है, बल्कि उन्हें कमजोर भी कर सकती है। इससे बाल फ्रिज़ और लॉक (freeze & lock) हो जाता है, जिसके कारण एक सपाट लोहे(flat iron) का उपयोग होता है, और इससे अधिक नुकसान होता है। दुर्भाग्य से, यह आपके बालों को नुकसान का एक सतत चक्र होने जा रहा है।

सबसे कम हानिकारक (less damage)हेयर स्ट्रेटनर कौन सा है:
सिरैमिक(ceramic) फ्लैट आयरन को आमतौर पर हेयर स्ट्रेटनर का सबसे कम हानिकारक प्रकार माना जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि सिरेमिक प्लेटें धीरे-धीरे गर्म होती हैं और टाइटेनियम प्लेटों की तुलना में कम तापमान का उपयोग करती हैं, इसलिए वे बाल शाफ्ट को लगभग उतना नुकसान नहीं पहुंचाती हैं।

क्या है केराटिन ट्रीटमेंट (केराटिन treatment):
क्या केरातिन ट्रीटमेंट के बाद मेरे बाल वापस सामान्य हो जाएंगे। केराटिन की एक परत को पेंट किया जाता है और बालों के शाफ्ट पर सील कर दिया जाता है, जिससे एक नमी अवरोध पैदा होता है जो घुंघरालेपन को कम करता है और बालों को एक चमकदार फिनिश देता है। विशिष्ट परिणाम लगभग तीन महीने तक चलते हैं, फिर धीरे-धीरे फीका पड़ जाता है क्योंकि बाल अपनी प्राकृतिक संरचना में वापस आ जाते हैं।
यदि आप अपने बालों को नहीं धोते हैं, तो अस्थायी स्ट्रेटनिंग आपके बालों को लगभग तीन से चार दिनों तक सीधा और स्वस्थ बनाए रख सकती है और संभवतः अपनी प्राकृतिक बनावट में वापस आने लगेगी या चमक खोने लगेगी। आपके अस्थायी सीधे बालों की अवधि में बाधा डालने वाले कुछ कारण मुख्य रूप से हैं।
केराटिन के बाद बाल कब धोना चाहिए:
पहले 3 दिनों तक बालों को न करें वॉश

इस ट्रीटमेंट को लेने के बाद अपने बालों को करीब 3 दिन तक न धोएं। जल्दी बाल धुलने से केराटिन का असर कम रहता है। इसके अलावा ट्रीटमेंट के बाद 3 दिन तक अपने बालों को बांधने से भी बचना चाहिए, जिससे बालों का टेक्सचर खराब न हो।

हेयर स्ट्रेटनिंग के साइड इफेक्ट्स (side effects):
बालों को स्टाइलिश बनाने के लिए लोग तरह-तरह के हेयर स्टाइल्स आजमाते हैं। ये तरीके बालों की सेहत के लिहाज से बहुत ज्यादा सुरक्षित नहीं होते। जैसे, बालों को सीधा कराने के लिए हेयर स्ट्रेटनिंग ट्रीटमेंट बालों को लगातार कमजोर बनाता है। इससे बालों के झड़ने, बालो के रूखे होने, बालो की प्राकृतिक नमी खराब/खत्म होने, बालों की जड़े खराब होने,बालो के झड़ने, उनके चमक खोने तथा इची स्कैल्प, एलर्जी होने जैसी समस्याएं होती हैं या होने का अंदेशा बना रहता है।

हेयर स्ट्रेटनिंग दो प्रकार की होती है:
परमानेंट हेयर स्ट्रेटनिंग_

परमानेंट हेयर स्ट्रेटनिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें आपके बालों की पूरी संरचना और उसके फॉलिकल्स को बदल दिया जाता है। इस प्रोसेस के इस्तेमाल से आपको पिन-स्ट्रेट बाल मिल जाएंगे। बालों को सीधा करना यानि बालों का फिर से निर्माण करना है. जो केमिकल इस्तेमाल किये जाते हैं, वह रसायन बाल शाफ्ट के बंधनों को स्थायी रूप से तोड़ देते हैं, जिन्हें हीट के माध्यम से फिर से बनाया जाता है। इस प्रकार एक तरीके से आपके बालों के नए बांड तैयार किए जाते हैं।

टेम्पोरेरी हेयर स्ट्रेटनिंग:
अस्थायी रूप से बालों को सीधा करना साधारण स्टाइलिंग टूल और उपकरणों का उपयोग करके किया जाता है। इस प्रकार, अस्थायी रूप से बालों को सीधा करने के लिए हेयर स्ट्रेटनर और स्ट्रेट कॉम्बिंग का उपयोग किया जाता है। इस प्रक्रिया से आपको जो सीधे बाल मिलेंगे, वे एक- दो दिन तक चल सकते हैं और बाल धोने के बाद आप अपनी संरचना में वापस आ जाएंगे.

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. Virat 24 news इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.) 

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