सीधी बस हादसे का गुनहगार कौन ? भीड़ जुटाने के लिए कब तक उपयोग होते रहेंगे हरिजन आदिवासी !

सीधी बस हादसे का गुनहगार कौन ? भीड़ जुटाने के लिए कब तक उपयोग होते रहेंगे हरिजन आदिवासी !

मोहानीया टनल के आगे बस ट्रक में भीषण टक्कर !

बस शबरी जयंती महाकुंभ सतना में शामिल हुए सवारियों को लेकर लौट रही थी ।

सीधी जिले के मोहनियां टनल के पास 2 बस और एक ट्रक की जोरदार टक्कर हुई
टक्कर 2 यात्री बसों के बीच बताई जा रही है, एक मिनी बस और एक बड़ी बस घटना का शिकार हुई
करीब आधा दर्जन यात्री काल के गाल में समा गए
करीब आधा सैकड़ा लोग घायल
घायलों में कई गंभीर,मृत लोगो का बढ़ सकता है आकड़ा

गौरतलब है कि गत दिवस सतना मे  शबरी जयंती महाकुंभ का आयोजन हुआ था,इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि देश के गृह मंत्री अमित शाह,प्रदेश के CM शिवराज,गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा,प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा एवं अन्य ने भी शिरकत की थी,कार्यक्रम के लिए कई जिलों से बसों में लोगो को लाया गया था।कार्यक्रम समाप्ति के बाद उन्ही बसों में महाकुंभ में शामिल रहे यात्रियों को  वापस ले जाया जा रहा था,उसी क्रम में ये 2 बसें भी यात्रियों को सीधी ले जा रही थी ।
दरमियानी रात सीधी जिले के मोहनियां टनल  के आगे  भयानक सड़क हादसा हो गया।बस और ट्रक की आमने-सामने  टक्कर हुई है।


हादसा इतना भीषण था की दोनो बसों के परखच्चे उड़ गए।चारो तरफ से चीख पुकार की आवाजें आने लगी..बचाओ हमें बचा लो!

वही ये खबर जैसे ही सूबे में फैली तो हड़कंप मच गया।आनन फानन में राहत कार्य शुरू किया गया।

सतना में आयोजित शबरी जयंती महाकुंभ में भीड़ जुटाने के लिए रीवा संभाग का शासन प्रशासन कई दिनों से लगा था, जिसके लिए सैकड़ों बसें पकड़कर महज प्रमाण पत्र देने का लालच देकर सतना बुलाया गया था, लौटते समय वही दलित एक बार फिर सड़क हादसे का शिकार हुए, जिसमें आधा दर्जन से अधिक लोगों की जाने चली गई ।

यात्रियों को दुर्घटना स्थल से रेस्क्यू करने का कार्य तेजी से शुरू हुआ।प्राप्त जानकारी अनुसार अब तक आधा दर्जन से अधिक यात्रियों की मौत की खबर आ रही है। जबकि आधा सैकड़ा लोग घायल है,घायलों में कई गंभीर है,ऐसे में मृत यात्रियों के आंकड़े बढ़ने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।बहरहाल इलाज के लिए गंभीर रूप से घायलों को संजय गांधी अस्पताल भेजा गया है ।जहा उनका इलाज किया जा रहा हैं ।

बताया जाता है कि मोहनिया टनल के आगे जोरदार टक्कर हुई है, टक्कर 2 यात्री बसों के बीच बताई जा रही है, एक मिनी बस और एक बड़ी बस घटना का शिकार हुई है ।


घटना की जानकारी लगते ही मौके पर कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक सीधी पहुंचे हैं ।बाद में Rewa SP aur Rewa collector अस्पताल पहुंचे और स्तिथियों का जायजा लेते हुए राहत कार्य और इलाज के लिए जिम्मेवारो को निर्देशित किया गया। रीवा विधायक राजेंद्र शुक्ल भी अस्पताल पहुंचे और घायलों के इलाज,दुर्घटना स्थल पर चल रहे राहत कार्य की  की जानकारी ली और जिम्मेवारो को निर्देशित किया।

आंसू पोछने अस्पताल और घटनास्थल पहुंचा शासन प्रशासन

दुर्घटना की खबर लगने पर CM शिवराज , प्रदेश अध्यक्छ वी डी शर्मा भी संजय गाँधी अस्पताल पहुंचे और स्तिथि का जायजा लिया। बाद में पत्रकारों से रूबरू हुए । पर इन सबके बीच ये सवाल अनुत्तरित ही रह गया की आखिर कब तक भीड़ बढ़ाने के लिए जनता को यु मवेशियों की तरह लाया जाता रहेगा। वहीं आधा सैकड़ा लोग जीवन और मौत के बीच संघर्ष कर रहे हैं, घटना की जानकारी लगते ही शासन प्रशासन आंसू पोछने अस्पताल और घटनास्थल पहुंचा, लेकिन जिनकी जानें चली गई, जिनके घर उजड़ गए, उनके जिम्मेवार कौन हैं ,और कौन है वह गुनहगार जो दलितों की मजबूरी का फायदा उठाते हुए रोटी सेक रहा है। चुनाव आते ही हमदर्दी दिखाने के लिए महाकुंभ का आयोजन कर वोट समेटने के लिए विकास यात्रा महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है जबकि इसके पहले साढ़े 4 वर्ष जिम्मेदारों ने अपनी तिजोरी भरी है।

होता रहा है दलितों का शोषण

चाहे किसी पार्टी की सरकार रही हो दलितों का शोषण होता रहा है, हजारों की भीड़ एकत्र करने के लिए इसी समाज के लोग मिलते हैं, अन्य समाज के लोग भीड़ का हिस्सा नहीं बनते ,जबकि चंद रुपयों का लालच देकर हरिजन आदिवासियों को मौत के कुएं में धकेला जा रहा है ।

देखे वीडियो – अमित शाह और शिवराज सिंह चौहान की सवरी माता कार्यक्रम से लौट रहे यात्री हुए घटना का शिकार

किसे ठहराया जाएगा दोषी ?

जिस तरह से स्कूल बसों से लेकर कंडम बसों को लगाकर शासन-प्रशासन भीड़ एकत्र किया और सड़क हादसे में लोगों की जानें गई उसकी जिम्मेवारी शासन-प्रशासन के साथ उन दलालों को लेनी चाहिए जो भीड़ एकत्र करने का ठेका लिया था ,अब देखने वाली बात यह है कि किसे दोषी ठहराया जाता है और किस पर कार्यवाही होती है, क्या बस चालकों के लाइसेंस निरस्त कर शासन सत्ता पर बैठे लोग घटना का ठीकरा छोटे कर्मचारियों या बस चालकों पर छोड़ेंगे ,फिलहाल घायलों को उपचार के लिए संजय गांधी अस्पताल पहुंचा दिया गया है, निश्चित तौर पर मुख्यमंत्री संभाग में है I

देखे वीडियो – रीवा- सीधी बस हादसे का कौन है गुनहगार? भीड़ जुटाने के लिए कब तक उपयोग होते रहेंगे हरिजन आदिवासी

देखने वाली बात यह होगी की इस हादसे के बाद वो क्या कुछ कहते /करते है , फौरी तौर पर मात्र मृत और घायलों के प्रति संवेदना व्यक्त कर मुआवजे का मलहम लगाया जाता है या फिर ऐसी घटनाओ की पुनरावृत्ति न हो इसके तारतम्य में भी निर्णय लिया जाता है।

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