सीएम शिवराज ने 50% कमीशन वाली चिट्ठी को बताया फर्जी, भाजपा करेगी क़ानूनी कार्रवाई
वीडी शर्मा की चेतावनी कांग्रेस के खिलाफ भाजपा करेगी कानूनी कार्रवाई
गौरतलब है कि बीते 10 अगस्त को पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अरुण यादव ने अपने ट्विटर एकाउंट पर “लघु एवं मध्यम श्रेणी संविदाकार संघ” के लेटर हेड पर किसी ज्ञानेंद्र अवस्थी ग्वालियर के नाम से 25 जुलाई को जारी एक चिट्ठी शेयर की, ये चिट्ठी ग्वालियर हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के नाम से संबोधित थी जिसमें इन ठेकेदार (पेटी कांट्रेक्टर) ने उनके लंबित भुगतान और निर्माण कार्य के बदले सरकार के लोगों द्वारा 50% मांगे जाने की शिकायत थी, पत्र लिखने वाले ज्ञानेंद्र अवस्थी ने मामले की जांच हाई कोर्ट जज से कराकर भुगतान कराने का अनुरोध किया।
इस पत्र के बाद ही बवाल मचा हुआ है। हलाकि सीएम शिवराज ने पत्र को पूर्णतः फर्जी बताया है। साथ ही प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने चेताया है कि कांग्रेस के खिलाफ भाजपा कानूनी कार्रवाई करने जा रही है।
MP News : विधानसभा चुनाव से पहले एमपी में सियासी भूचाल आया है और इसका कारण बनी है एक चिट्ठी, जिसने प्रदेश के सियासी पारे को उफान पर ला दिया है। जिस चिट्ठी को लेकर बवाल मचा है उसे एक ठेकेदार संगठन द्वारा जारी किया गया है, चिट्ठी में 50% मांगे जाने की बात है और बड़ी बात ये है कि चिट्ठी हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के नाम लिखी गई है, अब इस चिट्ठी और उसे लिखने वाले पर ही सवाल उठ रहे हैं, मुख्यमंरी शिवराज सिंह चौहान ने चिट्ठी को फर्जी बताया और कहा कांग्रेस को इस तरह का भ्रम फ़ैलाने की आदत है, उधर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कांग्रेस नेताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है।
दो दिन पहले 10 अगस्त को पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अरुण यादव ने अपने ट्विटर एकाउंट पर “लघु एवं मध्यम श्रेणी संविदाकार संघ” के लेटर हेड पर किसी ज्ञानेंद्र अवस्थी ग्वालियर के नाम से 25 जुलाई को जारी एक चिट्ठी शेयर की, ये चिट्ठी ग्वालियर हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के नाम से संबोधित थी जिसमें इन ठेकेदार (पेटी कांट्रेक्टर) ने उनके लंबित भुगतान और निर्माण कार्य के बदले सरकार के लोगों द्वारा 50% मांगे जाने की शिकायत थी, पत्र लिखने वाले ज्ञानेंद्र अवस्थी ने मामले की जांच हाई कोर्ट जज से कराकर भुगतान कराने का अनुरोध किया।
अरुण यादव के ट्वीट को मीडिया ने उठाया और टीवी चैनल , डिजिटल मीडिया और अख़बारों में इस खबर को प्रमुखता से लगाया, शिवराज सरकार पर 50% कमीशन मांगने के आरोप लगाने वाली कांग्रेस को जैसे ब्रम्हास्त्र मिल गया और कमल नाथ, दिग्विजय सिंह और प्रियंका गांधी सहित अन्य नेताओं ने ट्वीट और ख़बरों को आधार बनाकर भाजपा की शिवराज सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया।
मामला बढ़ता देख भाजपा नेता और सरकार एक्शन में आई और चिट्ठी और उसे लिखने वाली की जाँच इंटेलिजेंस से कराई , इंटेलिजेंस की रिपोर्ट आते है मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मीडिया के सामने आये और हाथ में उस चिट्ठी को दिखाते हुए कहा कि ये फर्जी है, कांग्रेस को तो भ्रम फैलाने की आदत हैं, दुष्प्रचार करने की आदत है। हमने इंटेलिजेंस से पता करवाया तो ना ये पता मिला, और ना ही आदमी मिला और न ही कोई संगठन है इस नाम का।
उधर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भी मीडिया के सामने आये, उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने एक फर्जी पत्र जारी कर बहुत बड़ा झूठ बोलने का काम किया है, उन्होंने कहा कि मिस्टर बंटाढार दिग्विजय सिंह और करप्ट नाथ कमल नाथ ये दोनों मध्य प्रदेश में झूठ बोलने की मशीन हैं, इन्होंने इस बार तो इन्होंने अपने इस झूठ में केंद्रीय नेतृत्व को भी शामिल कर लिया, प्रियंका गांधी सहित अन्य बड़े नेताओं से ट्वीट करवा लिए।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास सिर्फ एक काम है झूठ बोलना, कर्नाटक में जो प्रयास किये वो यहाँ नहीं चलेगा, काठ की हांडी एक बार ही चढ़ती है बार बार नहीं चढ़ती, ये मध्य प्रदेश है, यहाँ झूठ नहीं चलेगा, प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस ने झूठा पत्र पत्र प्रेस को दिया इस बार तो इन्होने न्यायालय को भी नहीं छोड़ा।
वीडी शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के अंदर सत्ता की इतना लालच है कि किसी भी हद तक जा सकते हैं आपने जो ये अपराध साइबर क्राइम किया है भाजपा इसे लेकर एक्शन लेगी, क़ानूनी कार्रवाई करेगी , प्रियंका गांधी को जवाब देना होगा कि ये पत्र कहाँ से आया, क्योंकि एक झूठे पत्र के आधार पर मध्य प्रदेश नहीं आपने देश को गुमराह किया है, पहले आपके भाई राहुल गांधी को इन दो झूठे नेताओं ने फंसाया जिससे आज वो मध्य प्रदेश में मुंह दिखाने लायक नहीं बचे अब आपको फंसाया है, कांग्रेस नेतृत्व को इसका जवाब देना होगा।