सिंगरौली जिले के सरई तहसील अंतर्गत सुलियारी कोल माइंस के प्रभावित ग्रामीणों ने एसडीएम अखिलेश कुमार सिंह, एसडीओपी शशांक जैन और लंघाडोल थाने के टीआई अभिषेक सिंह परिहार को ज्ञापन सौंप कर बंद पड़े कोयला परिवहन को जल्द से जल्द चालू करवाने की गुहार लगाई। पोस्टर और बैनर के साथ सरई तहसील पहुंचे 50 से अधिक ग्रामीणों ने ज्ञापन के माध्यम से पिछले 16 दिनों से कोयला परिवहन के बंद होने से हो रही परेशानियों से अवगत करवाया।
इसे भी पढ़े: क्या हुआ ऐसा की मंच तक पहचने के लिए बैरिकेड्स कूदे वीडी शर्मा, सिंधिया को हाथ पकड़कर नेताओं ने चढ़ाया !
ग्रामीणों ने अधिकारियों के समक्ष जल्द से जल्द कोयला परिवहन चालू करवाने की फ़रियाद लगाते हुए कहा कि, कुछ बाहरी लोग निजी स्वार्थ के कारण स्थानीय लोगों को उकसा कर धरना प्रदर्शन करवा रहे हैं। कुछ गैर स्थानीय लोगों के द्वारा ग्रामीणों को धोखे में रखकर 24 अगस्त से सुलियारी कोल माइंस से कोयले के परिवहन को रोक कर रखा गया है। ऐसे में आम ग्रामीणों को काफी नुकसान पहुंच रहा है और उनकी रोजी रोटी प्रभावित हो रही हैं।
इसे भी पढ़े: रीवा> आरोप: पिता को संजय गांधी अस्पताल के डाक्टरों ने मारा है_पीड़ित युवक
कोयला खनन और परिवहन से ग्रामीणों को स्थानीय स्तर पर छोटा-मोटा रोजगार मिलता है। गौरतलब है कि सुलियारी कोल प्रोजेक्ट से प्रभावित गांवों में डोंगरी, झलरी, मझौली पाठ, बेलवार, आमडांड़, अमरई खोह और बजौड़ी शामिल है।
देवसर उपखण्ड एसडीएम अखिलेश कुमार सिंह ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि जल्द ही उनकी समस्याओं का निराकरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एपीएमडीसी के तरफ से अधिकतर मांगों को पूरा किया जा चुका है। उपखण्ड अधिकारी ने कहा कि धरना प्रदर्शन के लिए आवश्यक अनुमति भी नहीं ली गई है। इसके साथ ही स्थानीय ग्रामीणों को कोयला परिवहन रोकने के लिए उकसा रहे बाहरी तत्वों की पहचान की जाएगी ताकि उनके खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की जा सके