सावन 2023: इस बार सावन एक नहीं बल्कि दो महीने का होगा, पढ़िए श्रवण मॉस के बारे में वो सब जो आप नहीं जानते होंगे…

यहाँ देखिये: रीवा- भाजपा ने अटल कुंज में पत्रकार वार्ता का किया आयोजन गिनाई नौ वर्ष की उपलब्धियां

सावन 2023: इस बार सावन एक नहीं बल्कि दो महीने का होगा, पढ़िए श्रवण मॉस के बारे में वो सब जो आप नहीं जानते होंगे

श्रावण मॉस को शास्‍त्रों में बेहद खास माना गया है। कहा जाता है कि ये महीना भगवान शिव और माता गौरी को बेहद प्रिय है। इस माह में पड़ने वाले सोमवार का भी विशेष महत्‍व माना गया है।

यहाँ देखिये:रीवा- कांग्रेस का जिला स्तरीय जंगी धरना प्रदर्शन हुआ आयोजित; राज्यपाल ने नाम सौंपा ज्ञापन

क्यों है इस महीने का नाम श्रावण ?
पंचांग के अनुसार, सावन का महीना पांचवा महीना होता हैI इस महीने का नाम श्रावण होने के पीछे एक कारण है कि इस महीने पूर्णिमा पर चंद्रमा श्रवण नक्षत्र में होते हैंI वैदिक ज्योतिष की मानें, तो श्रवण नक्षत्र का स्वामी बृहस्पति ग्रह हैI श्रवण का अर्थ होता है सुननाI इस माह में भगवान के स्वरूप के बारे में सुनने से मन के विकार दूर होते हैं. यही कारण है कि इस माह में धार्मिक ग्रंथों का श्रवण करने का विशेष महत्व बताया गया हैI

पौराणिक कथाओं के अनुसार :
हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सावन के महीने में ही समुद्र मंथन हुआ था और इसमें से निकले विष को भगवान शिव ने ग्रहण किया, जिसके कारण भगवान शिव का नाम नीलकंठ पड़ा, इसको पीकर भगवान शिव ने इस सृष्टि को बचाया। विष का प्रभाव इतना था कि भोलेनाथ का कंठ जलने लगा. इसके बाद सभी देवी-देवताओं ने मिलकर उन्हें ठंडा करने के लिए उनके ऊपर जल डाला। इसी कारण सावन के महीने में शिव अभिषेक का विशेष महत्व है।वहीं एक मान्यता के अनुसार, सावन के महीने में भगवान शिव ने धरती पर आकार अपने ससुराल में विचरण किया था जहां अभिषेक कर उनका स्वागत हुआ था। इसलिए इस माह में अभिषेक का महत्व बताया गया है।

यहाँ देखिये:ग्वालियर पहुंचे CM शिवराज,बिहार बैठक पर बोले- मोदी रूपी बाढ़ से बचने सभी एक पेड़ पर जा बैठे

यहाँ देखिये:सांप काटने के बाद परिजन ले गए अस्पताल, वहां दो घंटे तक चला झाड़-फूंक, मूकदर्शक बने रहे डॉक्टर

क्यों प्रिय है भगवान शिव को सावन का महीना ?
सावन के महीने को भगवान शिव का प्रिय माह भी कहा जाता है। ऐसी मान्यता है कि दक्ष पुत्री माता सती ने अपने जीवन को त्याग कर कई हजार वर्षों तक श्रापित जीवन व्यतीत किया। इसके बाद उन्होंने हिमालय राज के घर माता पार्वती के रूप में जन्म लिया।
माता पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए सावन के महीने में ही कठोर तप किया, जिससे प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उनकी मनोकामना पूरी की और उन्हें अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया। अपनी भार्या से पुन: मिलाप के कारण भगवान शिव को श्रावण का ये महीना अत्यंत प्रिय है। यही वजह है कि इस महीने में कुंवारी लड़कियां अच्छे वर के लिए शिव जी से प्रार्थना करती हैं और सोमवार का व्रत रखती हैं। साथ ही विधि-विधान से पूजा अर्चना करती हैं। इस तरह ये महीना शिवजी और माता पार्वती के मिलन का महीना माना जाता है। इसलिए ये महीना भगवान शिव और माता गौरी, दोनों को प्रिय है।

यहाँ देखिये:अंडेबकर के छायाचित्र से छेड़खानी…उनके अनुयायियों में आक्रोश, भीम आर्मी ने पुलिस से की शिकायत

सावन के इस पवित्र महीने में भक्तों के द्वारा तीन प्रकार के व्रत रखे जाते हैं:
सावन मास शिवजी के साथ मां पार्वती को भी समर्पित है। भक्त सावन महीने में सच्चे मन और पूरी श्रद्धा के साथ महादेव का व्रत धारण करता है, उसे शिव का आशीर्वाद अवश्य प्राप्त होता है। विवाहित महिलाएं अपने वैवाहिक जीवन को सुखमय बनाने और अविवाहित महिलाएं अच्छे वर के लिए भी सावन में शिव जी का व्रत रखती हैं।

सावन सोमवार व्रत : श्रावण मास में सोमवार के दिन जो व्रत रखा जाता है उसे सावन सोमवार व्रत कहा जाता है।सोमवार का दिन भी भगवान शिव को समर्पित है।
सोलह सोमवार व्रत : सावन को पवित्र माह माना जाता है। इसलिए सोलह सोमवार के व्रत प्रारंभ करने के लिए यह बेहद ही शुभ समय माना जाता है।
प्रदोष व्रत : सावन में भगवान शिव एवं मां पार्वती का आशीर्वाद पाने के लिए प्रदोष व्रत प्रदोष काल तक रखा जाता है।

यहाँ देखिये: अनूपपुर- 24 घंटे बाद रेस्क्यू टीम को मिली सफलता सोन नदी में डूबे व्यक्ति का निकाला शव

यहाँ देखिये: कोर्ट के आँख में बंधी पट्टी, गैंगरेप के पांच आरोपियों को किया दोषमुक्त

इस साल एक नहीं दो महीने का होगा सावन :
कब से शुरू होगा श्रावण मास?
कितने होंगे सोमवार?

पंचांग के अनुसार, देखा जाए तो साल के पांचवे महीने को श्रावण माह कहा जाता है। इस साल यानी 2023 में श्रावण मास 4 जुलाई 2023 को शुरू होगा और 31 अगस्त तक रहेगा।
अतः इस बार सावन एक नहीं, बल्कि दो महीने का होगा। अधिक मास होने के कारण सावन का महीना जुलाई से शुरू होगा और अगस्‍त में खत्‍म होगा।
ज्योतिषाचार्यों की मानें तो साल 2023 में श्रावण मास 4 जुलाई को शुरू होगा और 31 अगस्‍त को खत्‍म होगा, 18 जुलाई से 16 अगस्त तक अधिक मास रहेगा। इस तरह सावन 58 दिनों का होगा। ये दुर्लभ संयोग करीब 19 साल बाद बन रहा हैI

यहाँ देखिये: भोपाल- करप्शन के खिलाफ प्रदेश सरकार को घेरेंगे कमलनाथ,कई जगह धरना प्रदर्शन

4 या 5 नहीं, इस बार सावन में 8 सोमवार होंगे :
सावन के सोमवार के व्रत का खास महत्‍व माना गया है। हर साल 4 या 5 सावन के सोमवार के व्रत होते हैं। लेकिन इस बार सावन के सोमवार 4 या 5 नहीं, बल्कि 8 होंगे। आपको बता दें कि 4 सोमवार जुलाई में होंगे और 4 अगस्‍त के महीने में पड़ेंगे। ये सोमवार 10, 17, 24 और 31 जुलाई को और 7, 14, 21 और 28 अगस्‍त को पड़ेंगे।

सावन के पावन माह में घर में जरूर लाएं ये चीजें, बनी रहेगी सुख समृद्धि :

सावन के पूरे महीने में जो भी शिवलिंग ऊपर जल अर्पित करना है और बेलपत्र, धतूरा, भांग आदि चढ़ाता है उसे सभी कष्टों से मुक्ति मिल सकती है।
यह भी माना जाता है कि इस माह में भगवान शिव और मां गौरी की एक साथ पूजा करने से विवाह संबंधी समस्याएं भी दूर हो सकती हैं। इसी प्रकार ज्योतिष में ऐसा मान्यता है कि यदि आप इस पूरे माह में घर में कुछ विशेष चीजें लाती हैं तो आपके घर की सदैव समृद्धि बनी रहती है।

यहाँ देखिये: रीवा- जिले में बेख़ौफ़ अपराधी; सुट्टा बार दुकान के पास चला चाकू युवक घायल

यहाँ देखिये: रीवा- चोरों का आतंक; दो -चार पहिया वाहनों के बाद बदमाशों ने पार कर दी जेसीबी मशीन

आइए आपको उन चीजों के बारे में बताते है :

गंगाजल :
हिन्दू धर्म में मान्यता है कि गंगा शिव जी की जटाओं से निकली है। इसी वजह से गंगा के जल को अत्यंत पवित्र माना जाता है और इससे घर का शुद्धिकरण होता है। सभी हिन्दू घरों में जय पवित्र गंगा जल पूजा के स्थान में अवश्य रखा जाता है।
इसके साथ ही मान्यता यह भी है कि सोमवार के दिन शिवलिंग पर गंगाजल से अभिषेक करने से मनोवांछित फल मिलता है।
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार यदि आप सावन के किसी भी सोमवार के दिन गंगाजल घर लाकर घर में रखती हैं तो जल्द ही भाग्योदय होता है। ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि और धन की वृद्धि होती है।

यहाँ देखिये: रीवा- आय से अधिक संपत्ति मामले में लिपिक को जेल पत्नी और बेटे को मिली राहत

डमरू :
डमरू भगवान शिव का सबसे प्रिय वाद्य यंत्र है। ऐसा माना जाता है कि डमरू की ध्वनि नकारात्मक शक्तियों के प्रभाव को दूर सकती है। इसकी ध्वनि से मानसिक तनाव दूर होता है और घर का वातावरण भी शुभ होता है। यदि आप इस दौरान डमरू घर लाती हैं और नियमित रूप से इसकी ध्वनि घर में गूंजती है तो आपके जीवन के समस्त कष्टों से मुक्ति मिलती है।

रुद्राक्ष :
हिंदू धर्म में रुद्राक्ष को अत्यंत शुभ माना जाता है और सावन में सोमवार या किसी अन्य दिन रुद्राक्ष घर में लाना बहुत शुभ माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इसे घर के पूजा स्थल पर रखने या फिर श्रद्धापूर्वक धारण करने से आपकी किस्मत बदल सकती है।
ऐसा करने से घर में धन-धान्य की वृद्धि होती है। सावन के महीने में गौरी शंकर रुद्राक्ष धारण करने से दाम्पत्य जीवन की सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं और परिवार के सदस्यों का मान-सम्मान भी बढ़ता है। कहा जाता है कि घर में रुद्राक्ष रखने से सकारात्मक ऊर्जा आती है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होने लगती है।

यहाँ देखिये: प्रेम लाल रजक नाम के लाइनमैन की करंट की चपेट में आने से मौ***त

चांदी का बेलपत्र :
बेलपत्र भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है। ऐसा माना जाता है कि बेलपत्र किसी भी रूप में भगवान शिव को स्वीकार्य होता है बस उसकी पत्तियां कटी-फटी नहीं होनी चाहिए। यूं कहा जाए कि बेलपत्र के बिना भगवान शिव की पूजा अधूरी मानी जाती है।
ऐसी मान्यता है कि सावन के महीने में यदि आप भगवान शिव को चांदी का बेलपत्र चढ़ाती हैं तो ये अत्यंत लाभदायक माना जाता है। इससे आपकी समस्त मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं और कष्टों से मुक्ति मिलती है।

शमी का पौधा :
शमी की पत्तियां भगवान् शिव को मुख्य रूप से चढ़ाई जाती हैं। मान्यता है कि ये भगवान शिव की सबसे प्रिय चीजों में से एक है। सावन के पूरे महीने में यदि आप शमी की पत्तियां शिवलिंग पर अर्पित करती हैं तो घर में सदैव समृद्धि बनी रहती है।
ऐसे ही यदि आप शमी का पौधा घर में सावन के महीने में लगाती हैं तो सदैव समृद्धि बनी रहती है। यदि आपके घर में शमी का पौधा है तब भी इस महीने नया पौधा घर में जरूर लाएं।

by Er. Umesh Shukla for ‘Virat24’ news

यहाँ देखिये: रीवा- बलिदान दिवस पर विधानसभा अध्यक्ष ने वीरांगना रानी दुर्गावती को अर्पित किये श्रृद्धासुमन

(डिस्क्लेमर (अस्वीकरण): ये खबर लोक मान्यताओं पर आधारित है। इस खबर में शामिल सूचना और तथ्यों की सटीकता, संपूर्णता के लिए ‘Virat24 media’ उत्तरदायी नहीं है।)

यहाँ देखिये: रीवा- नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर एवं जनप्रतिनिधि और स्वास्थ्य प्रहरी सम्मान कार्यक्रम सम्पन्न

यहाँ देखिये: बारिश के कारण जगह-जगह पानी भरा हुआ बड़ा हादसा होने से बचा

यहाँ देखिये: रीवा में रिंकू केवट निकला निजाम खान ,महिला से रेप, जान से मारने की धमकी

यहाँ देखिये: बीजेपी नेता की अश्लील हरकत ! लड़कियों के साथ फोटो खिंचवाने के बहाने इधर-उधर छूते नजर आए, VIDEO वायरल

यहाँ देखिये: कमिश्नर ने पार्षद पति को मीटिंग से निकाला बाहर , कहा- पत्नी की जगह आप साइन करोगे क्या

यहाँ देखिये: 10 बजे रात बड़वानी पहुंचें पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, VIDEO जारी कर बताई लेट होने की वजह

यहाँ देखिये:तना- वैवाहिक कार्यक्रम से लौट रहा परिवार हुआ सड़क दुर्घटना का शिकार; देखिये कितने हुए घायल

यहाँ देखिये: मां ने बेटी के साथ छेड़छाड़ अश्लील हरकत का किया विरोध तो दबंगों ने दोनों संग की मारपीट

यहाँ देखिये: सागर के रैपुरा पहुंचे मंत्री राजपूत:बोले- दिग्विजय सिंह ने क्या दिया; मैं परिवारों को प्लॉट दे रहा,

यहाँ देखिये: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दो दिवसीय दौरे पर मथुरा आये पदाधिकारियों ने किया भव्य स्वागत

यहाँ देखिये: इंदौर की 56 दुकान पर स्मृति ईरानी ने खाई चाट; भेड़ियों से की विपक्षी एकता की तुलना

यहाँ देखिये: अज्ञात कारणों के चलते युवक ने लगाई फांसी श**व रखकर किया चक्काजाम

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *