सावन का पहला सोमवार आज, रखें इन बातों का विशेष ख्याल
सावन का सोमवार आज है. सावन के सोमवार का विशेष महत्व होता है. इस दिन भक्त भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए तरह-तरह के प्रयास करते हैं.
सावन का पहला सोमवार 10 जुलाई यानि आज है. सावन सोमवार के व्रत में भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा की जाती है. इस साल सावन मास में कुल 8 सावन सोमवार व्रत हैं. 4 सावन सोमवार और 4 सावन अधिक सोमवार व्रत. सावन सोमवार व्रत के दिन भगवान भोलेनाथ की पूजा विधि विधान से की जाती है. जिनको मनचाहे जीवनसाथी की कामना होती है, वे सावन सोमवार व्रत रखते हैं.
सोमवार का व्रत रने से सुख, समृद्धि और उन्नति की मनोकामना पूरी होती है. सावन सोमवार व्रत के कुछ नियम हैं, जिनका पालन करना जरूरी है. यदि आप उन नियमों को नहीं मनाते हैं तो आपका व्रत निष्फल भी हो सकता है. सावन के पहले सोमवार के दिन बुधादित्य योग का संयोग बन रहा है. सावन को मनोकामना पूर्ति महीना कहा जाता है, क्योंकि त्रिदेव में शिव ही ऐसे देवता है जिनकी सच्चे मन से पूजा की जाए तो वह बेहद जल्द प्रसन्न हो जाते हैं.
सावन सोमवार के दिन शिव पूजा जल्द फलित होती है. वैसे तो शिव जी एक लौटा जल से ही खुश हो जाते हैं लेकिन सावन सोमवार की पूजा में कुछ विशेष सामग्री का इस्तेमाल किया जाए तो मनचाहा वरदान मिलता है.
सावन में सोमवार का महत्व :
सावन के सोमवार का बड़ा महत्व है. इस दिन व्रत करने से जीवन में चल रही दिक्कतों का अंत होता है. विवाह में देरी हो रही हो तो सावन के सोमवार पर पूजा करनी चाहिए.
स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का सामना कर रहे हैं तो सावन के सोमवार में पूजा करना उत्तम रहता है.
पहले सोमवार पर पूजा का शुभ मुहूर्त :
सावन के सोमवार के दिन प्रदोष काल में शिवजी की पूजा करने का विशेष महत्व माना गया है. सावन के पहले सोमवार पर शाम की पूजा का शुभ महूर्त शाम को 5 बजकर 38 मिनट से 7 बजकर 22 मिनट तक है. ऐसी मान्यता है कि शाम के वक्त में रुद्राभिषेक करने से शिवजी सभी कष्टों को दूर करते हैं.
पहले सावन सोमवार पर रुद्राभिषेक का समय :
पहले सावन सोमवार पर रुद्राभिषेक का खास संयोग बना है. इस दिन शिववास गौरी के साथ है और रुद्राभिषेक तभी होता है जब शिववास होता है. इस दिन रुद्राभिषेक का शुभ मुहूर्त प्रात: काल से लेकर शाम 06 बजकर 43 मिनट तक है.
सावन सोमवार की पूजा सामग्री :
सावन सोमवार में शिव पूजा के लिए विशेष पूजन सामग्री का इस्तेमाल किया जाता है. इसके लिए कच्चा दूध, गंगाजल, दही, घी, शहद, भांग, धतूरा, शक्कर, केसर, चंदन, बेलपत्र, अक्षत, भस्म, रुद्राक्ष, शमी पत्र, पान, सुपारी, लौंग, इलायची, फल, कपूर, धूप, दीप, शिव के प्रिय फूल (हरसिंगार, आक, कनेर), इत्र, पंचमेवा, काला तिल, सोमवार व्रत कथा पुस्तक एकत्रित कर लें.
सावन के पहले सोमवार भोलेनाथ को ऐसे करें प्रसन्न
- सावन के पहले सोमवार शिवजी की पूजा करते समय शिवलिंग पर बेलपत्र और जल की धारा अर्पित करें.
- इसके बाद शिव जी के मंदिर में एक घी का दीपक जलाएं.
- इसके बाद शिवलिंग की परिक्रमा करें.
- इसके बाद शिव जी के मंदिर में एक घी का दीपक जलाएं.
- इसके बाद शिवलिंग की परिक्रमा करें.
बारिश के कारण नहीं ले पाएं हैं पूजा सामग्री तो ऐसे करें शिवजी पूजा
सावन की पहली सोमवारी के लिए लोग पहले से पूजा सामग्री की तैयारियों में जुट जाते हैं. लेकिन बारिश के कारण लोग बेलपत्र, गंगाजल, दूध, दही, भांग, धतूरा फूल, अक्षत, भोग, नागिरयल, कपूर आदि जैसी पूजा सामग्रयों की खरीदारी नहीं कर पाएं. आपको बता दें कि भोले भंडारी सरल पूजा विधि से भी प्रसन्न हो जाते हैं. अगर आप श्रद्धापूर्वक शिवलिंग पर एक लोटा शुद्ध जल भी चढ़ाएंगे तो शिवजी की कृपा आपको जरूर प्राप्त होगी और पूजा का पूर्ण फल प्राप्त होगा.
सावन के पहले सोमवार के दिन सुबह स्नानादि के बाद शिवजी की पूजा करें. पूजा में भगवान को पूरे मनोभाव से चावल के चार दाने चढ़ाएं. इससे शिवजी प्रसन्न होकर वरदान देंगे. लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि चावल के दाने खंडित न हों.
सावन में सोमवार का विशेष महत्व
इस साल सावन में अधिकमास लगने के कारण सावन दो महीने का होगा, जिसमें कुल 8 सावन सोमवार के व्रत पड़ेंगे. वैसे तो शिवजी की पूजा के लिए सोमवार का दिन समर्पित होता है. लेकिन सावन में पड़ने वाले सोमवार को अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है. इस दिन किए पूजा-व्रत से दोगुने फल की प्राप्ति होती है.
शिवजी के चमत्कारी मंत्र :
कल सावन के पहले सोमवार पर पूजा में भगवान शिव के इन चमत्कारी मंत्रों का जाप जरूर करें.
- ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
- ॐ तत्पुरुषाय विद्महे, महादेवाय धीमहि, तन्नो रूद्र प्रचोदयात्।
- ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे
- नमो स्तवन अनंताय सहस्त्र मूर्तये, सहस्त्रपादाक्षि शिरोरु बाहवे. सहस्त्र नाम्ने पुरुषाय शाश्वते, सहस्त्रकोटि युग धारिणे नम:
- ॐ नम: शिवाय
- ऊं शंकराय नम:
- ऊं महेश्वराय नम:
- ऊं रुद्राय नम:
सावन सोमवार पर बनेंगे कई शुभ योग :
सावन का पहला सोमवार 10 जुलाई 2023 को है. इस दिन गजकेसरी योग बुध, शुक्र योग, लक्ष्मी नारायण योग, सूर्य और बुध की युती से बुधादित्य जैसे राजयोग बनेंगे.