सामाजिक कार्यकर्ता शिवानंद द्विवेदी द्वारा एमपीआरडीसी में लगाई आरटीआई में हुआ बड़ा खुलासा
RTI में बड़ा खुलासा-मनगवां से चाकघाट के बीच सड़क हादसों में अक्टूबर 2022 तक जा चुकी है 49 लोगों की जान !
सड़क हादसों में अक्टूबर 2022 तक जा चुकी है 49 लोगों की जान
दुर्घटना में काफी गंभीर घायलों की संख्या रही 168
सामान्य से गंभीर किस्म की चोटों के 225 मामले सामने आये
सामाजिक कार्यकर्ता शिवानंद द्विवेदी द्वारा एमपीआरडीसी में लगाई आरटीआई में हुआ बड़ा खुलासा
रीवा : मनगवां से लेकर चाकघाट वाया सोहागी पहाड़ सड़क के विषय में लगाई गई एक आरटीआई में बड़ा खुलासा सामने आया है।
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एक्टिविस्ट शिवानंद द्विवेदी द्वारा बताया गया है की उन्होंने मध्यप्रदेश राज्य सड़क विकास निगम में सूचना के अधिकार के तहत आवेदन दायर किया था , जिसमें मनगवां से चाकघाट वाया सोहागी पहाड़ के विषय में दुर्घटना एवं रोड सेफ्टी ऑडिट रिपोर्ट , ज्यामिति एवं अन्य मानक मापदंडों की जानकारी चाही गई थी ,जिसके बाद एमपीआरडीसी द्वारा जो जानकारी सामने आई है , उसमें निर्माण कंपनी एमपीआरडीसी , राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण , जिला प्रशासन से लेकर आरटीओ तक की पोल खोल दी है और बड़े सवाल खड़ा किए हैं।
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सबसे बड़ा सवाल यही है की जब निरंतर दुर्घटनाएं होती रही तो समय-समय पर इन दुर्घटनाओं को रोकने के लिए इनके द्वारा प्रयास क्यों नहीं किए गए ? घटिया गुणवत्ता विहीन सड़क और साथ में मानक ज्यामिति एवं मापदंडों का उपयोग न किया जाना इस दुर्घटना के पीछे बड़े कारण बताये जा रहे हैं।
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उल्लेखनीय है की इस विषय पर कलेक्टर जिला रीवा द्वारा गठित की गई समिति की जांच रिपोर्ट भी सामने आ चुकी है , जिसमें निर्माण को लेकर गंभीर प्रश्न खड़े किए गए हैं I जबकि अभी भी मामले की मजिस्ट्रियल जांच चल रही है , जो अभी तक पूरी नहीं की जा सकी है।
सोशल एक्टिविस्ट शिवानंद द्विवेदी ने एकबार पुनः गंभीर प्रश्न खड़े किए हैं और सीधे प्रशासन पर आरोप लगाया गया है की मामले को दबाने के लिए अब तक मजिस्ट्रियल जांच पूरी नहीं की गई है और समिति की जांच रिपोर्ट की जो गाइडलाइन और अनुशंसा सामने आई थी उस पर भी कोई सार्थक कार्यवाही अब तक नहीं की गई है और छुटपुट पैच वर्क के अतिरिक्त सोहागी पहाड़ की सड़क की स्थिति यथावत है।
एमपीआरडीसी में लगाई गई आरटीआई पर जो जानकारी सामने आई है उसको निम्नवत समझा जा सकता है।मनगवां से चाकघाट राष्ट्रीय राजमार्ग 30 रीवा मध्य प्रदेश के तहत मासिक एक्सीडेंटल रिपोर्ट जून से लेकर दिसंबर 2019 तक
इस दरमियान सामान्य दुर्घटनाएं जिसमें सामान्य से लेकर गंभीर चोटें आई हैं कुल 51 ऐसी दुर्घटनाएं हुई हैं। जबकि कुल 19 ऐसे मामलों में दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है एवं नवंबर 2019 के एक मामले में दुर्घटना में पीड़ित की मृत्यु हुई है।
मासिक एक्सीडेंटल रिपोर्ट जनवरी से लेकर दिसंबर 2020 तक
जनवरी से लेकर दिसंबर 2020 तक के बीच में सामान्य तौर पर ऐसी दुर्घटनाएं जिसमें सामान्य से लेकर कुछ गंभीर चोटें आई है कुल ऐसे 70 मामले बंसल द्वारा रिकॉर्ड किए गए है जिसमें 31 मामलों में दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को हॉस्पिटल तक पहुंचाया गया है जबकि कुल 9 मामलों में दुर्घटनाग्रस्त व्यक्तियों की मौत हुई है जिसमें मई के दौरान एक, जून और अगस्त के दौरान दो, अक्टूबर के दौरान तीन और दिसंबर 2020 के दौरान एक व्यक्ति की दुर्घटना में मृत्यु हुई।
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मासिक एक्सीडेंटल रिपोर्ट जनवरी से लेकर दिसंबर 2021 तक
जनवरी से लेकर दिसंबर 2021 तक के बीच में बंसल कंस्ट्रक्शन पाथवेज भोपाल के द्वारा जो डेटा सूचना के अधिकार के माध्यम से एक्टिविस्ट शिवानंद द्विवेदी को उपलब्ध करवाया गया है उसमें दुर्घटना में सामान्य से लेकर कुछ गंभीर चोटों को लेकर 71 केस दर्ज किए गए हैं, जबकि 56 मामलों में पीड़ित व्यक्ति को हॉस्पिटल पहुंचाया गया है एवं इस दरमियान कुल 15 मामलों में दुर्घटनाग्रस्त व्यक्तियों की मृत्यु हुई है। जिन 15 मामलों में दुर्घटना के दौरान व्यक्तियों की मृत्यु हुई उसमें फरवरी अप्रैल और दिसंबर में प्रत्येक महीने में तीन व्यक्ति मारे गए जबकि मार्च और जुलाई दोनो महीनों में एक-एक व्यक्ति एवं मई 2021 के दौरान चार व्यक्ति दुर्घटना में मारे गए।
मासिक एक्सीडेंटल रिपोर्ट जनवरी से लेकर अक्टूबर 2022 तक
बंसल कंस्ट्रक्शन पैथवेज वर्क भोपाल के द्वारा इसी मनगवा से चाकघाट राष्ट्रीय राजमार्ग 30 के संदर्भ में जनवरी से लेकर अक्टूबर 2022 के बीच में सूचना के अधिकार के माध्यम से उपलब्ध करवाई गई जानकारी में बताया गया है की इस सड़क में सामान्य दुर्घटनाएं जिसमें से सामान्य से लेकर गंभीर चोटें आई हैं कुल 33 मामले हुए हैं जबकि 62 मामलों में पीड़ित व्यक्ति को हॉस्पिटल पहुंचाया गया है एवं इस दरमियान सबसे अधिक कुल 24 मामलों में दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति की दुर्घटना के दौरान मृत्यु हुई है। जिन 24 मामलों में दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति की मृत्यु हुई है उसमें जनवरी मई और जून में एक-एक व्यक्ति मारे गए हैं जबकि मार्च में चार, अप्रैल में दो एवं सर्वाधिक अक्टूबर 2022 में 15 व्यक्तियों की दुर्घटना में मृत्यु हुई है। अक्टूबर 2022 में जिन 15 व्यक्तियों की मृत्यु हुई है वह दिवाली के एक दिन पहले आंध्र प्रदेश से उत्तर प्रदेश की तरफ जाने वाली बस और ट्रेलर की टक्कर के बीच में हुई थी।
इस प्रकार बंसल कंस्ट्रक्शन पाथवेज वर्क भोपाल द्वारा उपलब्ध करवाए गए सूचना के अधिकार के माध्यम से डेटा में देखा जाए तो अब तक इनके अनुसार 49 लोगों की मृत्यु मनगवा से चाकघाट के दौरान सड़क हादसे में हो चुकी है।
जबकि इनके द्वारा उपलब्ध करवाए गए डेटा के अनुसार 168 लोगों को दुर्घटना के बाद हॉस्पिटल पहुंचाया गया है और यदि सामान्य से लेकर गंभीर किस्म की चोटें देखी जाए तो इनके डेटा अनुसार अब तक कुल 225 ऐसे मामले आए हैं।
हालांकि वास्तविक आंकड़े इस उपलब्ध कराए गए आंकड़े से कहीं ज्यादा हो सकते हैं।
अतः मनगवां से चाकघाट हाईवे को दुर्घटनाओं का हाईवे , जान आफत में डालने का हाईवे कहा जाए तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। ऐसे में देखनी वाली बात यह होगी की इस RTI के खुलासे के बाद शासन / प्रशासन स्तर पर क्या कार्यवाही होगी। कुछ कड़े निर्णय लेकर सकारात्मक कदम उठाये जाते है या फिर वही ‘ढाक के तीन पात’ या ‘लकीर का फ़क़ीर’ वाली कहावत चरित्रार्थ होती है । बहरहाल इस हाईवे पर यात्रा करने वाले यात्री जरूर इस लेख को पढ़ने के बाद जागरूक हो जाए , यही हमारा प्रयास है।
by Umesh Shukla @ ‘VIRAT24″ news