रीवा: लापरवाही की हद, संप्रेषण गृह का ताला खोलकर आठ बाल अपचारी फरार

रीवा: लापरवाही की हद, संप्रेषण गृह का ताला खोलकर आठ बाल अपचारी फरार

रीवा: एक बार फिर बाल सुधार गृह प्रबंधन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जहा एक बार फिर 8 (आठ) बाल अपचारी ताला खोल कर भाग खड़े हुए है।

आपको बता दें कि अपचारियों के सामूहिक रूप से भागने की यह कोई पहली घटना नहीं है, जब बाल सुधार गृह से बाल अपचारी फरार हुए हो।

ताजा मामले में गार्ड को बंधक बनाकर, खिड़की तोड़कर, आरोपी भाग चुके हैं। बाल सुधार गृह अधीक्षक और स्टाफ की लापरवाही के चलते अक्सर बाल अपचारी भागने में सफल हो जाते हैं।

घटना मंगलवार की रात की है, जब छत का दरवाजा खोलकर आठ बाल अपचारी फरार हो गए। बताया जाता है कि स्टाफ सोता रह गया और बाल अपचारी भागने में सफल हो गए।

घटना की जानकारी दूसरे दिन सुबह तब हुई जब बाल अपचारियों की गिनती के दौरान संख्या कम दिखी। जिसकी जानकारी स्टाफ के द्वारा अधीक्षक रमेश रजक को दी गई तो वो भागते हुए पहुंचे और पुलिस को सूचना दी है।

बताया जाता है कि अधीक्षक रात्रि में सुधार गृह में नहीं रहते, जिसके चलते कई बार ऐसी घटनाएं घटित हो चुकी हैं। गंभीर मामलों में बंद बाल अपचारी फरार हो चुके है।
सबसे बड़ी बात यह है कि जिसके हाथ में बाल अपचारीओ की सुरक्षा की जिम्मेवारी है उन्हीं की लापरवाही सामने आती है।

नियम के हिसाब से बाल संप्रेषण गृह की चाबी सुरक्षाकर्मी या अधीक्षक के पास होनी चाहिए, लेकिन सूत्रों की माने तो चाबी बाल अपचारियों के ही पास थी। जिससे यह स्पष्ट होता है कि उन्हें भागने का अवसर अधीक्षक के द्वारा दिया गया है। इसकी अगर निष्पक्ष जांच करें तो, पूरे मामले का खुलासा हो सकता है।

अब देखने वाली बात यह होगी कि उक्त मामले में क्या कार्यवाही होती है और फरार अपचारी कब तक गिरफ्त में आते है।

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