- अवैध सोनाग्राफी सेंटर में स्टिंग ऑपरेशन में शामिल टीम को मिली प्रोत्साहन राशि
- मुखबिर पुरस्कार योजना से तीन व्यक्तियों को मिली 1.25 लाख रुपए की राशि
रीवा: भ्रूण लिंग परीक्षण के लिए सोनोग्राफी मशीन के अवैध उपयोग करने वालों पर कठोर कार्यवाही का प्रावधान है। भ्रूण लिंग परीक्षण की सूचना देने वालों को भी मुखबिर पुरस्कार योजना के तहत प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया जाता है।
इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बीएल मिश्रा ने बताया कि कटरा पुलिस चौकी के पास घनश्याम ज्वेलर्स के सामने स्थित क्लीनिक में स्टिंग आपरेशन करके सोनोग्राफी के अवैध उपयोग को पकड़ा गया था। इस संबंध में प्रकरण न्यायालय में प्रस्तुत कर दिया गया है।
प्रकरण में शामिल तीन व्यक्तियों को मुखबिर पुरस्कार योजना के तहत एक लाख 25 हजार रुपए की राशि प्रदान की गई है। ब्राम्हदत्त द्विवेदी निवासी हाउसिंग बोर्ड कालोनी रीवा को 50 हजार रुपए तथा प्रकरण की पैरवी कर रहे जिला अभियोजक सुनील कुमार शुक्ला को 50 हजार रुपए की पुरस्कार राशि दी गई है। स्टिंग ऑपरेशन में शामिल एसडीएम हुजूर अनुराग तिवारी को 25 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि दी गई है।