रीवा: मप्र और उप्र के थाना प्रभारियों की हुई बॉर्डर मीटिंग, पढ़िए वजह
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव बहुत ही नजदीक हैं ऐसे में राजनितिक दलों से लेकर हर कोई चुनव की तैयारियों में लगा है। सभी अपनी अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कर रहे है। इसी कड़ी में प्रशासन और पुलिस महकमा भी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करने में लगा है। मकसद सबका एक ही है कि आगामी विधानसभा चुनाव अच्छी तरह से बिना किसी व्यवधान चुनाव आयोग के निर्देश अनुसार संपन्न हो सके।
रीवा जिले में भी राजनितिक दलों के साथ साथ प्रशासन ने कमर कस ली है। इसी कड़ी में रीवा जिला का पुलिस महकमा सक्रीय होकर अलर्ट मोड पर है।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है। पुलिस मुख्यालय भोपाल और जिले के आला अधिकारियों के निर्देशन में जिले के तराई क्षेत्र स्थित थानों के प्रभारी और मध्य प्रदेश की सीमा से लगे हुए उत्तर प्रदेश के थानों के प्रभारी के बीच चाकघाट थाने में बॉर्डर मीटिंग की गई जिसमें कई निर्णय लिए गए।
सूत्रो से प्राप्त जानकारी अनुसार पुलिस की मीटिंग में निर्णय लिए गए है कि बॉर्डर पर दोनों तरफ से नजर रखी जायेगी। रीवा पुलिस और उप्र पुलिस एक टीम की तरह कार्य करेगी। एक दूसरे के इनपुट पर बराबर ध्यान दिया जायेगा। बॉर्डर पर सघन चेकिंग होगी ताकि कोई भी आवांछित व्यक्ति या वस्तु इधर से उधर या उधर से इधर पार न हो सके। बताया गया कि बॉर्डर मीटिंग का ये दौर आगे भी जारी रहेगा। साथ ही आने वाले दिनों में आला अधिकारी भी बॉर्डर मीटिंग में शामिल होंगे।