रीवा/भोपाल: सामूहिक आत्महत्या मामले में 5 लोग गिरफ्तार, पढ़िए सनसनीखेज मामले में अपडेट
>सामूहिक आत्महत्या मामले में 5 लोग गिरफ्तार
>मुख्य आरोपी फरार, तलाश जारी
>इन्हीं के खाते में ट्रांसफर हुई राशि
>पार्ट टाइम जॉब के झांसे में फंसा
भोपाल। गौरतलब है कि भोपाल में एक सामूहिक आत्महत्या का मामला हुआ था। जिसे जिसने जब जाना उसका मुँह कलेजे को आ गया। आपको बता दें सामूहिक आत्महत्या करने वाला मृतक भूपेंद्र विश्वकर्मा रीवा निवासी था जिसने सुसाइड नोट लिखकर परिवार सहित आत्महत्या कर ली थी। उसी मामले में नया अपडेट सामने आया है जहा पुलिस ने पांच आरोपियों को हिरासत में लिया है। जबकि मुख्य आरोपी अभी फरार है। पुलिस की पूछतांछ जारी है। प्राप्त जानकारी अनुसार इन्ही आरोपियो के खाते में राशि ट्रांसफर हुई थी।
राजधानी के रातीबड़ पुलिस थाना क्षेत्र में एक परिवार द्वारा की गई सामूहिक आत्महत्या के मामले में पुलिस ने एक और बड़ा खुलासा किया है। इस मामले की जांच कर रही एसआईटी के अनुसार मृतक भूपेंद्र विश्वकर्मा से जालसाजों ने हमीदिया रोड भोपाल स्थित यस बैंक में अमायरा ट्रेडर्स के नाम से खोले गए खाते में रकम ट्रांसफर करवाई थी। अमायरा ट्रेडर्स के प्रोपराइटर और एक बैंक कर्मचारी समेत पांच लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इसके पहले एसआईटी राजस्थान से एक आरोपी को गिरफ्तार कर चुकीहै। पुलिस इस मामले में रुपये ट्रांसफर करवाने वाले मुख्य आरोपी की अभी तलाश कर रही है।
गिरफ्तार हुए आरोपी :
जालसाज लोन चुकाने के लिए उन पर दबाव डाल रहे थे और उन्हें बदनाम करने धमकी देने लगे थे पुलिस ने इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने, धोखाधड़ी आदि के तहत केस दर्ज किया था मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया था। एसआईटी ने जालसाजों को बैंक खाता उपलब्ध कराने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया था उसके बाद यह दूसरी सबसे बड़ी गिरफ्तारी है। इस बार पुलिस ने अमायरा ट्रेडर्स के प्रोपराइटर शारिक वेग निवासी ईटखेड़ी, अरशद बेग निवासी तलैया, मोहम्मद उसेस निवासी हनुमानगंज, शाहजचा खान निवासी तलैया और फरहान रहमान निवासी अशोका गार्डन को गिरफ्तार किया है।
पार्ट टाइम जॉब के झांसे में फंसा :
रातीबड़ थाना प्रभारी के अनुसार शिव विहार कॉलोनी में रहने वाले भूपेंद्र कुमार विश्वकर्मा यहां अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ रहते थे। बीती 13 जुलाई को पूरे परिवार ने सामूहिक सुसाइड कर लिया था। पुलिस को भूपेंद्र विश्वकर्मा के घर से चार पन्नों का सुसाइड नोट मिला था। इसमें उन्होंने अपने साथ हुई जालसाजी के बारे में विस्तार से लिखा था। सुसाइड नोट से खुलासा हुआ था कि भूपेंद्र पार्ट टाइम जॉब के चक्कर में ऑनलाइन जालसाजों के चंगुल में फंस गए थे। इसके साथ ही ऑनलाइन लोन देने वाले ऐप के माध्यम से उन पर करीब 17 लाख का कर्ज हो गया था।