- स्वच्छता सर्वेक्षण में नगरीय निकायों की रैंकिंग सुधार का प्रयास करें – कमिश्नर
- नलजल योजनाओं के निर्माण में लापरवाही बरतने वालों पर कार्यवाही करें – कमिश्नर
रीवा: कमिश्नर कार्यालय सभागार में आयोजित बैठक में रीवा संभाग के कमिश्नर अनिल सुचारी ने कृषि, पशुपालन, नगरीय प्रशासन, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास विभाग, खाद्य विभाग ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग तथा पीएचई विभाग के निर्धारित बिन्दुओं की समीक्षा की। कमिश्नर ने नगरीय निकाय की समीक्षा करते हुए कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए संभाग के सभी नगरीय निकायों में विशेष प्रयास करें। इसके लिए निर्धारित बिन्दुओं पर कार्यवाही सुनिश्चित करें। जिससे सर्वेक्षण में नगरीय निकायों की रैंकिंग में सुधार हो। रीवा नगर निगम क्षेत्र में साफ-सफाई की व्यवस्था संतोषजनक नहीं है। कचरे का प्रतिदिन उठाव सुनिश्चित करें।
अधिक वर्षा की स्थिति में जल भराव की समस्या को दूर करने के लिए उचित उपाय करें। स्वच्छता सर्वेक्षण में पिछले वर्ष केवल सिंगरौली और कोटर को ही थ्री स्टार रेटिंग मिली थी। रीवा नगर निगम को फाइव स्टार रेटिंग में ले जाने का प्रयास करें। कमिश्नर ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना तथा अन्य आवास योजनाओं के निर्माण कार्य तेजी से पूरा कराएं।
कमिश्नर ने कृषि विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि संभाग के सभी जिलों में खाद का पर्याप्त भण्डारण है। संयुक्त संचालक कृषि एसके नेताम ने बताया कि अब तक संभाग के सभी जिलों में लगभग 30 प्रतिशत बोनी हो चुकी है। सीधी जिले में बोनी का प्रतिशत कम है। तेज बारिश होने पर धान की रोपाई में तेजी आएगी। धान के लिए किसानों को नहरों से भी पानी दिया जा रहा है। संभाग में ज्वार, मक्का तथा कोदौ जैसे अनाजों की बोनी लक्ष्य का 60 प्रतिशत अधिक हो चुकी है। कमिश्नर ने लाड़ली बहना योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि शेष लगभग तीन हजार महिलाओं के बैंक खाते डीबीटी कराकर इसकी जानकारी ऑनलाइन दर्ज कराएं। जिससे सभी पात्र महिलाओं को आगामी 10 अगस्त को राशि प्राप्त हो सके।
खाद्य विभाग की समीक्षा करते हुए कमिश्नर ने कहा कि उचित मूल्य दुकानों को समय पर खाद्यान्न की आपूर्ति करें। खाद्यान्न का उठाव और वितरण संतोषजनक नहीं है। खाद्यान्न के परिवहन की भी सतत निगरानी करें। कोविड काल में नियम विरूद्ध खाद्यान्न वितरण करने वालों पर कार्यवाही करें।
कमिश्नर ने नलजल योजनाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि पूरे संभाग में नलजल योजनाओं के निर्माण में तेजी लाएं। निर्माण कार्य में लापरवाही बरतने वाले ठेकेदारों तथा निर्माण एजेंसियों के विरूद्ध अर्थदण्ड लगाने के साथ ब्लैक लिस्टेड करने की कार्यवाही करें। रीवा जिले में रेट्रो फिटिंग से स्वीकृत 811 नलजल योजनाओं में से केवल 478 पूरी हुई हैं। अधीक्षण यंत्री पीएचई ने बताया कि सितम्बर माह तक शेष सभी नलजल योजनाओं का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा करते हुए कमिश्नर ने कहा कि संयुक्त संचालक सभी जिलों का भ्रमण कर स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा करें। लापरवाही बरतने वाले डॉक्टरों तथा चिकित्सा कर्मियों पर कार्यवाही प्रस्तावित करें। शीघ्र ही स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं के क्रियान्वयन की विकासखण्डवार समीक्षा की जाएगी। गर्भवती महिलाओं का शत-प्रतिशत पंजीयन कराएं। सीधी जिले में गर्भवती महिलाओं का पंजीयन तथा प्रसूति सहायता का वितरण संतोषजनक नहीं है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को इस संबंध में कार्यवाही का नोटिस दें। कमिश्नर ने अमृत सरोवरों के निर्माण की समीक्षा करते हुए कहा कि सभी सरोवरों का निर्माण पूरा कराकर पूर्णता प्रमाण पत्र प्रस्तुत करें।
इन सरोवरों का मछली पालन के लिए भी उपयोग सुनिश्चित करें। पशुपालन विभाग की समीक्षा करते हुए कमिश्नर ने कहा कि रीवा, सतना तथा सीधी जिले में लंपी वायरस के प्रकोप की सूचनाएं मिली हैं। प्रभावित पशुओं के उपचार की समुचित व्यवस्था करें। साथ ही रोग से बचाव के लिए तेजी से पशुओं का टीकाकरण कराएं।
प्रभारी संयुक्त संचालक डॉ राजेश मिश्रा ने बताया कि लंपी रोग से बचाव के लिए पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध है। अब तक रीवा जिले में 1.25 लाख, सीधी में 96 हजार, सतना में 98 हजार तथा सिंगरौली जिले में 75 हजार टीके लगाए जा चुके हैं। टीकाकरण का कार्य लगातार जारी है। अभी तक 642 पशुओं में लंपी वायरस का संक्रमण पाया गया है। इनमें से 348 उपचार के बाद पूरी तरह से स्वस्थ हो गए हैं। शेष का उपचार जारी है। बैठक में संयुक्त आयुक्त निलेश परीख, संयुक्त संचालक स्वास्थ्य डॉ एमएल गुप्ता, उप संचालक डॉ एनपी पाठक, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्रीमती प्रतिभा पाण्डेय तथा संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।