रीवा: पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने किसे कहा झूठों के सरदार, पढ़िए विस्तार से…
प्राप्त जानकारी अनुसार सिंह कई विधानसभा क्षेत्रों में पहुंचकर प्रत्याशियों की नब्ज टटोलेगे।
>राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह पहुंचे रीवा, हुआ जोरदार स्वागत
>शिवराज सिंह चौहान है झूठों के सरदार
>दूसरा सरदार बैठा है केंद्र में
>विधानसभा क्षेत्रों में पहुंचकर प्रत्याशियों की नब्ज टटोलेगे
दिग्विजय सिंह: शिवराज सिंह चौहान है झूठों के सरदार, दूसरा सरदार बैठा है केंद्र में
मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह एक दिवसीय प्रवास पर आज रीवा पहुंचे। जहां रेलवे स्टेशन पर महापौर अजय मिश्रा बाबा के साथ कई कांग्रेस पदाधिकारियों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। रेलवे स्टेशन से उन्हें राज निवास लाया गया। जहा वो पत्रकारों से रूबरू हुए। राज निवास में पत्रकार वार्ता का आयोजन कर कांग्रेस की रणनीति और अन्य योजनाओं के संबंध में चर्चा की है।
दिग्विजय सिंह राज निवास में पत्रकारों से रूबरू हुएI इस दौरान महापौर अजय मिश्रा बाबा, संभागीय प्रभारी प्रताप भानु शर्मा, ग्रामीण अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा मौजूद रहेI
रास सांसद सिंह ने कहा कि पंचायती राज दिवस मनाया गया, इसके लिए प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम के लिए रीवा का चुनाव किया, जिसके लिए उनका धन्यवाद है। लेकिन दुख इस बात का है कि जो लोग पंचायती राज्य चुनाव जीत कर आए, उनके मन की बात नहीं की।
पूरे देश में मध्यप्रदेश पहला राज्य है जहां कांग्रेस शासनकाल में संविधान संशोधन कर महिलाओं को आरक्षण दिया गया। अनुसूचित जनजाति पिछड़ा वर्ग को आरक्षण दिया और अधिकार दिया गया था।
सबसे अधिक अधिकार अगर दिए गए थे तो मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार ने दिया था। सिंह ने कहा कि पंचायत कर्मी, गुरुजी, शिक्षाकर्मी जन स्वास्थ रक्षक ,गोपालक, गौ सेवक इन सब की नियुक्ति का अधिकार पंचायतों को दिया गया था। प्रधान मंत्री ने इनके सम्बन्ध में चर्चा तक नहीं की।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि प्रदेश में सरकारी तंत्र हावी है। कमीशन के लिए लिस्ट टंगी हुई है। पूरे मध्यप्रदेश में कलेक्शन होता है और वह मुख्यमंत्री और पंचायत मंत्री के पास पहुंचता है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका समर्थन सभी जनपद जिला पंचायत प्रतिनिधियों से है। अगर कांग्रेस की सरकार बनती है तो 6 माह के अंदर उन्हें उनके अधिकार वापस कर दिए जाएंगे।
दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि, शिवराज सिंह झूठों के सरदार है। इतना ही नहीं शिवराज से भी बड़ा एक सरदार नरेंद्र मोदी हैं। दोनों झूठे सरदार है। एक देश का है और एक प्रदेश का। शिवराज सिंह की झूठ बोलने की हिम्मत देखिए, उन्होंने कहा कि किसानों की आमदनी उन्होंने दोगुनी कर दी है। जबकि सच ये है कि शिवराज सिंह के परिवार को छोड़कर एक भी किसान नहीं कह सकता की कि उनकी आमदनी दुगनी हो गई है।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने उक्त पत्रकार वार्ता दौरान भाजपा पर जमकर निशाना साधा और साथ ही कांग्रेस की प्राथमिकताएं भी गिनाई। जिससे माना जा रहा है कि रीवा का राजनितिक सियासी पारा गर्मी में और भी गर्म हो जाएगा।