ये 4 योगाभ्यास हार्ट को फौलाद बना देते हैं

  • हार्ट को फौलाद बना देते हैं ये 4 योगाभ्यास
  • ब्लॉकेज का भी हो जाएगा काम तमाम
  • धमनी में ही सूख जाएगा कोलेस्ट्रॉल

सेतुबंधासन योग को चतुर पदासन भी कहते हैं . इससे रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है और हार्ट के मसल्स में लचीलापन बढ़ता है.योग को करना भी बेहद आसान है. एक बार सीख लिया तो हमेशा के लिए आप इसे कर सकते हैं.

Yoga for Healthy Heart and Reduce Bad Cholesterol: हार्ट मानव शरीर के पंपिंग मशीन है जो जीवन भर चलती रहती है. इस मशीन में थोड़ी सी भी खराबी यानी जीवन की खराबी शुरू हो जाती है. यही कारण है कि हार्ट को हेल्दी बनाना बहुत जरूरी है. लेकिन कुछ लाइफस्टाइल संबंधी गलत आदतों की वजह से हमारे शरीर की धमनियों में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है. बैड कोलेस्ट्रॉल हमारे जीवन को ही खतरे में भी डाल देता है. इसे एलडीएल-लो डेंसिटी लिपिड कहते हैं. बैड कोलेस्ट्रॉल यदि बढ़ जाए तो हमारे लिए यह दुश्मन बन जाता है. पर योग से हार्ट के ब्लॉकेज को भी कुछ दिनों में दूर किया जा सका है.
हार्ट के मसल्स को मजबूत बनाने के लिए योग का विशेष महत्व है. इसके लिए एक्सपर्ट की भी जरूरत नहीं होगा. योग को करना भी बेहद आसान है. एक बार सीख लिया तो हमेशा के लिए आप इसे कर सकते हैं .

योग से हार्ट बन जाएगा फौलाद

1.पादहस्तासन (Padahastasana)- यूनिवर्सिटी ऑफ पिट्सबर्ग मेडिसीन के मुताबिक सीधा खड़ा होकर पैर के अंगूठे तक झुककर छूने की स्थिति वाला योग करने से हार्ट के मसल्स में मजबूती आती है. इसे पादहस्तासन कहते है. इस आसन को खड़े होकर किया जाता है. इस योगाभ्यास पहले सीधा खड़े हो जाते हैं उसके बाद धीरे-धीरे दोनों हाथों को नीचे ले जाते हुए पैर के अंगूठे को पकड़कर सिर को घुटनों से टिका देते हैं. फिर धीरे-धीरे दोनों हाथों को ऊपर उठाकर सावधान की मुद्रा में आ जाते हैं. यह योगाभ्यास रीढ़, हैमस्ट्रिंग, कंधा और कमर के स्ट्रेच को खोल देता है जिससे मसल्स में मजबूती आती है .

2.त्रिकोणासन ( Trikonasana)- पादहस्तासन करने के बाद त्रिकोणासन करें. इसके लिए अपने दाहिने पैर को अपने बाएं पैर से 3-4 फीट की दूरी पर रखें. इसके बाद बाएं पैर को लगभग 45 डिग्री दाएं घुमाएं. अपने दाहिने पैर को 90 डिग्री पर रखें. अपने बाएं कूल्हे को वापस अपनी बाईं एड़ी की ओर ले जाएं और अपने धड़ को दाईं ओर झुकाएं. अपने बाएं हाथ को नीचे, दाहिने पैर के बाहर और दाहिने पिंडली को फर्श तक पहुंचाएं. इसके बाद रिलेक्स होकर श्वास छोड़े. कुछ देर इस स्थिति में रहने के बाद दोबारा सहज हो जाएं. यह योगाभ्यास हार्ट की सहनशक्ति को बढ़ाता है और मसल्स को मजबूत करता है .

3.बृज पोज योगाभ्यास या सेतुबंध- ब्रिज पोज या सेतुबंधासन योग को चतुर पदासन भी कहते हैं. इससे रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है और हार्ट के मसल्स में लचीलापन बढ़ता है. इस योग को राजना करने से पेट, कमर और हिप्स की चर्बी को भी खत्म किया जा सकता है. इसे करने के लिए पेट के बल लेट जाएं और अपने दोनों घुटनों को मोड़ें और दोनों हाथों को सामने की ओर रखें. फिर एड़ी के सहारे हिप्स को उपर उठाएं. इससे पेट और रीढ़ की हड्डी उपर उठ जाएगी. आपका भार नीचली रीढ़ पर होना चाहिए. धीरे-धीरे सांस छोड़े और फिर फर्श पर सहज होकर लेट जाएं. यह क्रिया क्षमतानुसार दोहराएं .

4.चेयर पोज योगाभ्यास- यह योगाभ्यास हार्ट को मजबूत बनाने, कंधे और पसलियों के स्ट्रेच को सही करने के लिए किया जाता है. इससे पिंडलियां भी मजबूत होती है. इस अभ्यास के लिए सूर्य नमस्कार की मुद्रा में खड़े हो जाएं. फिर हाथों को उपर ले जाएं. अब अपने शरीर को धीरे-धीरे चेयर पर बैठने की मुद्रा में लाएं. जिस तरह आप कुर्सी पर बैठते हैं उतना तक हिप्स को झुकाएं और कुछ समय के लिए बिना किसी सहारे ऐसे ही रहें. फिर वापस सहज मुद्रा में आ जाएं. 30 से 60 सेकेंड का यह अभ्यास रोजाना करें. हार्ट फौलाद की तरह बन जाएगा . 

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