मप्र: मंत्री बनते ही राजेंद्र शुक्ल ने कही बड़ी बात
भोपाल; आज राजभवन में मप्र मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ है। CM शिवराज ने चुनाव से लगभग 2 महीने पहले 3 नए मंत्री बनाये है।
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव में करीब दो महीने का वक्त बचा है। ऐसे में शिवराज सरकार सत्ता में वापसी के लिए जनता से लेकर पार्टियों के नेताओं को खुश करने में लगे हैं। शनिवार को शिवराज सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ, जिसमें 3 नए मंत्रियों को शामिल किया गया है।
जिन तीनों विधायकों को राज्यपाल मंगु भाई पटेल ने राजभवन में शपथ दिलाई, वो गौरीशंकर बिसेन, राजेंद्र शुक्ला और राहुल लोधी हैं।
नवनियुक्त मंत्री राजेंद्र शुक्ला ने कही ये बात :
वहीं, शपथ ग्रहण करने के बाद राजेन्द्र शुक्ल ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि चलती हुई सरकार में हम विधायक के रुप में पहले से ही कार्य कर रहे हैं। इसलिए सभी कामों को तेज गति से करने में मदद मिलेगी। विकासकारी व जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ सभी को मिले, इसके लिए हमारी तरफ से मॉनिटरिंग की जाएगी। पार्टी की अपेक्षाओं पर खरा उतरने में हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
दरअसल, शिवराज सरकार में जिन विधायकों को मंत्री बनाया गया है, उनमें सबसे सीनियर नेता धायक गौरीशंकर बिसेन हैं, जो कि बालाघाट से विधायक हैं। वहीं दूसरे नंबर पर आते हैं पहले भी मध्य प्रदेश सरकार में मिनिस्टर रह चुके है राजेंद्र शुक्ला, जो कि रीवा से विधायक हैं। वहीं तीसरे मंत्री बने राहुल लोधी हैं, जो कि पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के भतीजे हैं, और बुंदेलखंड से आते है, टीकमगढ़ जिले के खरगापुर से विधायक हैं।
मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियां तेज हो चुकी है। इसी कड़ी में रीवा विधानसभा के अनुभवी विधायक राजेंद्र शुक्ल को शिवराज सरकार के चौथे मंत्री मंडल में मंत्री बनाया गया है।
राजेन्द्र शुक्ल का राजनितिक सफरनामा:
राजेन्द्र शुक्ल रीवा सीट से चार बार के विधायक के रूप में सेवा प्रदान की हैं और मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री के रूप में भी कार्य किया है। वे विंध्य अंचल में भाजपा के प्रमुख चेहरों में से एक हैं। राजनीतिक क्षेत्र में उनकी प्रमुख भूमिका रही है। उन्होंने साल 2003, 2008, 2013 और 2018 में विधायक सीट पर जीत हासिल की थी। इसके साथ ही, वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में उनके नेतृत्व में भाजपा को विंध्य क्षेत्र में बड़ी सफलता मिली थी, जिसमें रीवा के सभी 8 सीटों पर उनकी पार्टी भाजपा जीती थी।