मप्र: छात्रों का भविष्य खतरे में डाल रही प्रदेश सरकार
Govt. स्कूल व कॉलेजी छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ नेता कैसे खिलवाड़ कर रहे हैं आइए जानते हैं इस खबर में…
प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था पहले से ही लाचार है तो वहीं दूसरी तरफ इसे और लाचार बनाने का काम यहां का प्रशासन करता है कोई भी सरकारी कार्यक्रम हो इसमें नेता मंत्री का आगमन हो इन सभी कार्यक्रमों में स्कूल व कालेज छात्राओं को जबरन बस में बैठ कर लाया जाता है भीड़ इकट्ठा करने के लिए जिस तरह से छात्रों का शोषण हो रहा है इससे उनकी पढ़ाई तो प्रभावित होती ही है और पढ़ाई के साथ-साथ उनका भविष्य भी अंधकार की ओर जा रहा है।
एनएसयूआई ने सौंपा कलेक्टर को ज्ञापन–
रीवा जिले में छात्र संगठन एनएसयूआई ने कलेक्टर को ज्ञापन सोपा है, पदाधिकारी ने कहा की भीड़ जुटाने के लिए जहां आम जनता की सुविधा को दर किनार कर बसो का अधिग्रहण किया जा रहा है, वहीं शिक्षकों पर दबाव बनाकर छात्रों को भी भीड़ का हिस्सा बनाया जा रहा है, एनएसयूआई के पदाधिकारी ने कहा कि भीड़ एकत्र करने के लिए लोगों का उपयोग किया जाता है, अगर कोई घटना हो जाती है तो कोई कार्यवाही नहीं होती है ,वही मुख्यमंत्री के रोड शो में पहुंचने के लिए विद्यालय ,महाविद्यालय प्रबंधनों पर दबाव बनाकर छात्रों को भीड़ का हिस्सा बनाया जा रहा है।
पहले भी हो चुका है हादसा–
नेताओं के कार्यक्रम में भीड़ जुटाने का खेल आज से नहीं कई वर्षों से चला आ रहा है और कई बार ऐसे हाथ से भी हो चुके हैं जो दिल को डाला देते हैं कुछ महीना पहले रीवा में गृहमंत्री अमित शाह का दौरा हुआ था इस दौरान गांव से भर भर कर बसों में आमजन को लाया गया आमजन को ठोस ठोस कर जबरदस्ती बसों में भर गया और बस दुर्घटना का शिकार हो गई जिम सैकड़ो यात्री घायल हुए और कई लोगों ने अपनी जान तक गवा दी लेकिन फिर भी प्रदेश सरकार पर कोई असर नहीं हो रहा है और आज भी बसों में आम जनों को भरने का कार्यक्रम लगातार चल रहा है।