भोलेनाथ को प्रसन्न करना बेहद आसान है. आप एक लोटा जल और बेलपत्र चढ़ाकर उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं. भगवान शिव को सोमवार का दिन समर्पित किया गया है. इस दिन महादेव के मंत्रों का जाप करते हुए शिवलिंग का जलाभिषेक करने से आपके जीवन में आ रही समस्याएं दूर हो सकती हैं आपके बिगड़े काम बन सकते हैं. वे कौनसे 5 मंत्र हैं अर्थ सहित बता रहे हैं ……
ॐ नमः शिवाय पांच अक्षर वाले इस शक्तिशाली मंत्र का अर्थ है ‘मैं भगवान शिव को नमन करता हूं. यह मंत्र शिव मंत्रों में सबसे अधिक प्रसिद्ध है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सावन के महीने में प्रतिदिन इस मंत्र का जाप करने से महादेव तुरंत प्रसन्न होते हैं. यदि इस मंत्र का 108 बार शिवरात्रि के दिन जाप किया जाए तो सभी पापों से मुक्ति मिल सकती है. ये मंत्र इतना शक्तिशाली है कि इसके एकाग्रता के साथ उच्चारण से मन शांत होता है.
हे ईश्वर, जिनके तीन नेत्र हैं, उन्हें प्रेम, आदर और श्रद्धा के साथ पूजा जाता है, जिनके पास सृष्टि की सारी सुगंध है, जिनका स्वभाव मधुर है, जो पूर्ण हैं, जिसकी कृपा से सभी को स्वस्थ जीवन मिला है, जो विनाश करता हैं, रोग, लालसा और बुराई के, जिससे जीवन समृद्ध हो जाता है. ऐसे देवों के देव महादेव से प्रार्थना है कि वह हमारी सारी बेड़ियों को काटकर हमें मोक्ष का मार्ग दिखाने की कृपा करें.
जो कपूर के जैसे शुद्ध और श्वेत हैं जो करुणा और दया के समान हैं, जिसमें सारी सृष्टि समाई हुई है, जिसने सर्प को हार के रूप में अपने गले में धारण किया है, जो सृष्टि के हर एक कोने में विराजमान हैं, जिसके हृदय में वास है, मां भवानी की, ऐसे भगवान शिव और माता पार्वती को मेरा नमन.
हे मोक्षरूप मोक्ष, विभु, व्यापक ब्राह्मण, वेदों की दिशा के देवता और हम सभी के पूज्यनीय भगवान शिव, मैं आपको नमस्कार करता हूं. जो अपने रूप में स्थित हैं, चेतन हैं, जिनकी कोई इच्छा नहीं है, भेद रहित, आकाश रूप में, मैं हमेशा आपकी पूजा करता हूं.
ओंकार के स्रोत, ज्ञान, निराकार और इंद्रियों से परे महाकाल, गुणों के निवास, कैलाशपति, दयालु, दुर्जेय सृष्टि से परे, देवताओं में सर्वोच्च भगवान नमस्कार स्वीकार करें.